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उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान की आर्टिकल 370 के टिप्पणी पर कड़ी फटकार लगाई

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में पाकिस्तान द्वारा आर्टिकल 370 पर की गई टिप्पणियों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। उनका यह बयान पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनावों को लेकर की गई टिप्पणियों के संदर्भ में आया है।

उमर अब्दुल्ला का बयान

उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर चुनावों पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हमें पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है। हम पाकिस्तान में नहीं रहते हैं। जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को इसमें दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान को पहले अपने देश की समस्याओं को संभालना चाहिए।

राजनीतिक पृष्ठभूमि

यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तैयारी हो रही है। आर्टिकल 370 को निरस्त करने के बाद भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य को काफी बदल दिया है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई बार बयान दिए हैं, लेकिन उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट रूप से इसे भारत का आंतरिक मामला करार दिया है।

जम्मू-कश्मीर का महत्व

जम्मू-कश्मीर का क्षेत्र भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से विवाद का विषय रहा है। यह क्षेत्र न केवल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर भी इसे एक विशेष स्थान देती है। हालांकि, उमर अब्दुल्ला का मानना है कि यह मुद्दा केवल भारत और पाकिस्तान के बीच नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने अब्दुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन और स्थानीय लोगों की राजनीतिक स्थिति के बारे में चिंतित हैं। इसने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ता रहेगा।

चुनावी परिप्रेक्ष्य

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तैयारी चल रही है और इस बार का चुनाव परिणाम पिछले चुनावों की तुलना में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। अब्दुल्ला ने चुनावों के दौरान जम्मू-कश्मीर के लोगों की आवाज को उठाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, “हम इस चुनाव में लोकतंत्र की रक्षा के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं।”

पाकिस्तान के लिए संदेश

उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को संदेश देते हुए कहा कि “पहले अपने मुल्क को संभाले।” यह बयान इस बात का संकेत है कि भारत को अपने आंतरिक मामलों में किसी भी प्रकार की दखलंदाजी स्वीकार नहीं है। अब्दुल्ला ने यह भी स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर के लोग अपनी राजनीतिक दिशा खुद तय करने में सक्षम हैं।

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