हरिद्वारवासियों को धामी सरकार की सौगात हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 100 सीटों की मंजूरी
हरिद्वार, उत्तराखंड – हरिद्वार की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा का उद्घाटन होने जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को इलाज के लिए दूसरे शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में घोषणा की कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 100 एमबीबीएस सीटों की मंजूरी दी गई है। इस कदम से क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति होगी।
हरिद्वार में चिकित्सा शिक्षा की नई दिशा
हरिद्वार जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। सीएम धामी के विशेष प्रयासों से जल्द ही हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू होने जा रहा है। इस कॉलेज का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया गया है, और हाल ही में नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) की टीम ने कॉलेज का निरीक्षण किया था। टीम ने कुछ कमियों की पहचान की थी, जिन्हें शीघ्र ही दूर कर दिया गया है।
हरिद्वार मेडिकल कॉलेज की स्थापना से स्थानीय युवाओं को चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। इससे न केवल चिकित्सा पेशे में नए डॉक्टरों का योगदान बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं में बदलाव
हरिद्वार जनपद की लाखों की आबादी को पहले स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ऋषिकेश एम्स और देहरादून के विभिन्न अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था। इस कॉलेज के खुलने से स्थानीय लोगों को चिकित्सा सेवाओं के लिए यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी। यह विकास उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समय और धन दोनों खर्च करने में असमर्थ हैं।
सीएम धामी ने कहा, “हमारी सरकार राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए सतत रूप से कार्य कर रही है। हम पर्वतीय जनपदों के साथ ही मैदानी जनपदों में चिकित्सा सेवाओं को सुलभ बनाना चाहते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के खुलने से क्षेत्र के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
राज्य सरकार का स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति संकल्प
उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। इसके तहत पहले से ही देहरादून, श्रीनगर और हल्द्वानी में राजकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा चुकी है। अब हरिद्वार में भी मेडिकल कॉलेज का संचालन होना, राज्य सरकार की योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस विषय पर कहा, “हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य एक बड़ी उपलब्धि है। यह न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक उदाहरण होगा कि कैसे स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया जा सकता है।”
अल्प समय में पूर्ण हुआ निर्माण कार्य
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार के नेतृत्व में इस मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य अल्प समय में पूरा किया गया। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिससे अन्य जिलों को भी प्रेरणा मिल सकती है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिलकर इस परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
भविष्य की संभावनाएं
हरिद्वार मेडिकल कॉलेज की स्थापना के साथ ही, क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। कॉलेज में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र भविष्य में स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं का हिस्सा बनेंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि क्षेत्र में योग्य चिकित्सकों की कमी नहीं होगी।
इसके अलावा, यह कॉलेज स्थानीय चिकित्सा अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार को बढ़ावा देने का भी अवसर प्रदान करेगा। इसमें प्रशिक्षित डॉक्टर स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए अनुसंधान कर सकेंगे, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में और भी सुधार होगा।