देहरादून के FRI में गुलदार की सक्रियता 2 से 6 अक्टूबर तक पर्यटकों का प्रवेश प्रतिबंधित
गुलदार की चहलकदमी के चलते परिसर बंद
वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई), देहरादून ने हाल ही में परिसर में गुलदार की लगातार चहलकदमी के कारण 2 से 6 अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए बंद करने का फैसला किया है। यह कदम मुख्य रूप से पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। पिछले एक सप्ताह से गुलदार की सक्रियता ने परिसर में भय का माहौल बना दिया है, जिससे स्थानीय प्रशासन और वन अधिकारियों में चिंता बढ़ गई है।
गुलदार की मौजूदगी की पुष्टि
अधिकारियों के मुताबिक, गुलदार को कई बार एफआरआई के न्यू फॉरेस्ट कैंपस के विभिन्न स्थानों पर देखा गया है। हाल ही में, परिसर में गुलदार के शिकार के अवशेष भी मिले हैं, जो इसकी सक्रियता और मौजूदगी को दर्शाते हैं। इस स्थिति के मद्देनजर, पर्यटकों की सुरक्षा के लिए परिसर को 5 दिनों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
सुबह-शाम की सैर पर प्रतिबंध
गुलदार की गतिविधियों को देखते हुए न केवल पर्यटकों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है, बल्कि परिसर में सुबह और शाम की सैर पर भी पाबंदी लगा दी गई है। यह निर्णय उस समय लिया गया है, जब परिसर में लोग सामान्य रूप से टहलने और व्यायाम करने के लिए आते हैं।
प्रशासन की चिंता
स्थानीय प्रशासन इस स्थिति को गंभीरता से ले रहा है। गुलदार की सक्रियता ने न केवल पर्यटकों, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी चिंतित कर दिया है। ऐसे में सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता बन गई है।
गुलदार को पकड़ने के प्रयास
डीएफओ नीरज शर्मा ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है। इसके साथ ही, कैमरा ट्रैप भी स्थापित किए गए हैं ताकि गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। हालाँकि, अब तक गुलदार कैमरे में कैद नहीं हुआ है, लेकिन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए टीम लगातार गश्त कर रही है।
सुरक्षा को प्राथमिकता
डीएफओ ने कहा, “हम सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं और इलाके की निगरानी के लिए अतिरिक्त उपाय भी किए जा रहे हैं।” यह सुनिश्चित करने के लिए कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को किसी भी प्रकार का खतरा न हो, सभी संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
पर्यटकों का आकर्षण
एफआरआई की भव्य वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य इसे एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनाती है। पर्यटक यहाँ आकर न केवल शैक्षणिक जानकारी प्राप्त करते हैं, बल्कि इसके शांत वातावरण में सैर-सपाटे का भी आनंद लेते हैं।