PUNJAB: ओमान में फंसी पंजाब की युवती ने सुनाई दर्दनाक कहानी, परिजनों ने सरकार से लगाई गुहार
पंजाब के बरनाला जिले में एक युवती के ओमान में फंसे होने की खबर ने पूरे परिवार और स्थानीय समुदाय में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। इस युवती ने वहां से अपनी मां को ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजी है, जिसमें उसने अपनी बुरी हालत का जिक्र करते हुए मदद की गुहार लगाई है।
ओमान में बुरे हालात
पीड़ित युवती की मां, सुखी, ने बताया कि उनकी बेटी को लगभग छह महीने पहले कर्ज लेकर ओमान भेजा गया था। उनकी बेटी तलाकशुदा है और उसका एक बच्चा है, जो बरनाला में अपनी नानी के पास रह रहा है। सुखी ने कहा, “हमें विश्वास दिलाया गया था कि हमारी बेटी को वहां एक बेहतर नौकरी मिलेगी, लेकिन स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत निकली। जब से वह ओमान गई है, उसके साथ लगातार मारपीट की जा रही है।”
परिवार का हाल बुरा
सुखी ने कहा कि उनकी बेटी की ओमान जाने वाली एक रिश्तेदार ने उन्हें वहां भेजने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन अब यह परिवार के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। परिवार ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से उनकी बेटी से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है।
ऑडियो रिकॉर्डिंग का दर्द
युवती ने अपनी मां को भेजी गई ऑडियो रिकॉर्डिंग में रोते हुए कहा कि उसकी हालत बहुत खराब है। उसने बताया कि उसे ओमान में एक महिला ने बेच दिया है और उससे अत्यधिक काम लिया जा रहा है। “मेरे पास केवल तीन दिन का समय है। अगर मैंने तीन दिन में पैसे नहीं दिए, तो मेरे खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर दिया जाएगा। मैं बहुत परेशान हूं और आत्महत्या के लिए मजबूर हो रही हूं,” उसने रिकॉर्डिंग में कहा।
मां की अपील
सुखी ने राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद मीत हेयर और केंद्र सरकार से बेटी को बचाने की अपील की है। उन्होंने कहा, “मैं केवल अपनी बेटी को सुरक्षित देखना चाहती हूं। मेरी भाभी जो इस पूरे मामले में शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस प्रशासन को इस मामले में गंभीरता से लेना चाहिए।”
सामाजिक मुद्दा
यह घटना केवल एक परिवार का मामला नहीं है, बल्कि यह उस बड़ी समस्या की ओर इशारा करती है जिसमें गरीब परिवार अपनी बेटियों को बेहतर भविष्य के सपने दिखाकर विदेश भेजते हैं। कई बार उन्हें ऐसी भयानक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, जिसके बारे में वे सोच भी नहीं सकते।
सरकार की भूमिका
इस घटना ने एक बार फिर उन सभी मुद्दों को उजागर किया है जो मजदूरों और उनके परिवारों को विदेश भेजने के समय में सामने आते हैं। सरकार को इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले पर गौर कर रहे हैं और संबंधित विभागों से जानकारी जुटा रहे हैं।