DELHI की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने पीएम मोदी से की शिष्टाचार मुलाकात
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक शिष्टाचार मुलाकात की। यह उनकी मुख्यमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी के साथ पहली मुलाकात थी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इस महत्वपूर्ण मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की हैं
आतिशी ने 21 सितंबर 2024 को आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद संभाला। उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि वे दिल्ली की आठवीं और सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री हैं। शपथ लेने के बाद, आतिशी ने मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में जनता को आश्वस्त किया कि अब दिल्लीवालों के काम में कोई रुकावट नहीं आएगी।
पहली बार महिला मुख्यमंत्री बनना
दिल्ली में आतिशी तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं, इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित इस पद को संभाल चुकी हैं। यह ऐतिहासिक क्षण न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक है।
प्राथमिकताएँ: क्या हैं नए मुख्यमंत्री की योजनाएँ?
आतिशी ने अपने कार्यकाल की प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया है, जो निम्नलिखित हैं:
- महिला सम्मान योजना: इस योजना के तहत महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- डोरस्टेप डिलीवरी सेवा: नागरिकों को सरकारी सेवाएँ घर पर उपलब्ध कराने के लिए इस योजना को फिर से शुरू किया जाएगा।
- दिल्ली ईवी नीति 2.0 और सौर नीति: पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा के लिए इन नीतियों को मंजूरी दी जाएगी।
- बुनियादी ढांचे का विकास: सड़क, जलापूर्ति, सीवरेज और पर्यावरण से संबंधित परियोजनाओं को गति देने की योजना है।
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: मोहल्ला क्लीनिक और प्रीमियम बसों जैसी परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा।
- शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए संसाधनों की उपलब्धता: अस्पतालों में दवाओं की पर्याप्तता और स्कूलों का उद्घाटन सुनिश्चित किया जाएगा।
- फ्री योजनाओं का जारी रहना: दिल्ली सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने का वादा किया गया है।
सीएम आवास के आवंटन पर विवाद
आतिशी की पीएम मोदी के साथ यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच मुख्यमंत्री आवास के आवंटन को लेकर विवाद चल रहा है। यह स्थिति राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर सकती है।
राजनीतिक तनाव और चुनौतियाँ
दिल्ली की राजनीति में पिछले कुछ वर्षों में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। आम आदमी पार्टी और उपराज्यपाल के बीच टकराव ने राज्य की कार्यशैली पर असर डाला है। आतिशी को इस स्थिति को संभालने के लिए उचित रणनीति विकसित करनी होगी, ताकि वे अपने कार्यकाल में जनहित में फैसले ले सकें।
जनता के प्रति जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री बनने के बाद, आतिशी ने जनता से संवाद करने का संकल्प लिया है। उनका मानना है कि प्रशासनिक निर्णयों में नागरिकों की भागीदारी आवश्यक है। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, “हमारी सरकार का लक्ष्य दिल्ली के हर नागरिक के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है।”
जन संवाद के नए तरीके
आतिशी ने यह भी कहा कि वे जन संवाद को प्राथमिकता देंगी। इससे नागरिकों की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान के लिए एक मंच बनेगा।
दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं, और तब तक आतिशी को अपनी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना होगा। उनके पास एक बड़ा अवसर है कि वे अपनी प्राथमिकताओं के माध्यम से जनता का विश्वास जीत सकें।
चुनावी दृष्टिकोण
आतिशी के लिए चुनावी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए यह आवश्यक है कि वे अपने कार्यकाल में उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करें, जिनमें जनता की अपेक्षाएँ अधिक हैं। जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और महिला सुरक्षा।