परेश रावल ने उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग के अनुभव किए साझा, CM धामी से की मुलाकात
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता परेश रावल ने हाल ही में उत्तराखंड के बारे में अपने विचार साझा किए हैं, जिसमें उन्होंने राज्य को फिल्म की शूटिंग के लिए बेहतरीन स्थान बताया है। रावल पिछले 42 दिनों से उत्तराखंड में फिल्म “पास्ट टेंस” की शूटिंग कर रहे हैं। इस अवसर पर, उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कैंप कार्यालय में मुलाकात की और फिल्म के शूटिंग अनुभव को साझा किया।
सीएम से मुलाकात और अनुभवों का साझा
परेश रावल ने मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान कहा कि देहरादून, ऋषिकेश और मसूरी में फिल्मांकन के दौरान उन्हें एक शांत और सहयोगी वातावरण मिला। उन्होंने बताया कि स्थानीय जनता और सरकारी विभागों से उन्हें पूरी सहायता मिली, जो कि फिल्मांकन की प्रक्रिया को सुगम बनाती है। रावल ने यह भी कहा कि उत्तराखंड में शूटिंग करने का अनुभव अद्भुत रहा है और यह स्थान फिल्म निर्माण के लिए अत्यंत उपयुक्त है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावल की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग के लिए अनेक खूबसूरत स्थान हैं। उन्होंने आदि कैलाश, चकराता, माणा जैसे स्थानों का जिक्र किया, जो प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हैं और फिल्म निर्माताओं के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
उत्तराखंड की फिल्म नीति
इस बैठक के दौरान सीएम ने उत्तराखंड की फिल्म नीति के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ और सब्सिडी प्रदान कर रही है। उनका उद्देश्य है कि उत्तराखंड को एक प्रमुख फिल्म निर्माण हब के रूप में स्थापित किया जाए।
यह न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा। रावल ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि अगर फिल्म उद्योग में निवेश बढ़ता है, तो इससे न केवल कलाकारों को बल्कि स्थानीय लोगों को भी लाभ होगा।
फिल्म शूटिंग के दौरान स्थानीय सहयोग
परेश रावल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उत्तराखंड में शूटिंग के दौरान स्थानीय समुदाय का सहयोग अद्वितीय था। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने शूटिंग सेट पर न केवल मदद की, बल्कि उनके अनुभवों को साझा करने में भी सहायक बने। यह बात फिल्म निर्माण के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाने में मदद करती है।
परेश रावल ने कहा, “यहां की प्राकृतिक सुंदरता और लोगों की मेहमाननवाजी ने हमारे काम को और भी आसान बना दिया है।” उनके अनुसार, एक सफल फिल्म के लिए ये दोनों तत्व बेहद आवश्यक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक दृश्य और सांस्कृतिक विविधता फिल्मों में समृद्धि लाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
अन्य प्रमुख लोग भी शामिल
इस मौके पर फिल्म के निर्देशक अनंत नारायण महादेवन, प्रोड्यूसर अनूप पोड्डर, और अन्य प्रमुख लोग भी मौजूद थे। सभी ने उत्तराखंड में फिल्मांकन के दौरान अपने अनुभव साझा किए और राज्य के समर्थन की प्रशंसा की।
अनंत नारायण महादेवन ने कहा, “उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और संस्कृति ने हमारी कहानी को जीवंत किया है। हम इस जगह को देखकर बहुत प्रेरित हुए हैं।”