Uttarakhand

UTTARAKHAND :ऑपरेशन स्माइल गुमशुदा बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की तलाश के लिए फिर से शुरुआत

गुमशुदा बच्चों, पुरुषों और महिलाओं की खोज के लिए “ऑपरेशन स्माइल” का एक नया चरण मंगलवार से शुरू होने जा रहा है। यह अभियान, जो कि 2015 में प्रारंभ हुआ था, अब तक 13 बार चलाया जा चुका है। पिछले वर्षों में इस अभियान के तहत 5981 गुमशुदा लोगों को खोजा गया है। उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अभिनव कुमार ने इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।

अभियान का इतिहास और सफलता

ऑपरेशन स्माइल की शुरुआत 2015 में हुई थी, और तब से यह अभियान कई बार चलाया गया है। प्रत्येक चरण में गुमशुदा लोगों की खोज करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। विशेष रूप से, 1 मई से 30 जून 2023 तक चलाए गए अभियान में 1370 गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश की गई और उन्हें सुरक्षित वापस लाया गया।

नई टीमें और रणनीतियाँ

इस नए चरण के तहत, पुलिस मुख्यालय ने विभिन्न जिलों में टीमों का गठन किया है। अभियान को सफल बनाने के लिए देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में पांच-पांच टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में एक दरोगा और चार कांस्टेबल शामिल रहेंगे।

नोडल अधिकारी की नियुक्ति

इस अभियान का नोडल अधिकारी एसपी क्राइम विशाखा अशोक भदाणे को बनाया गया है। उनके नेतृत्व में, पुलिस बल ने गुमशुदा व्यक्तियों की खोज के लिए आवश्यक कदम उठाने का संकल्प लिया है।

टीमों की संरचना

टीमों में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक टीम में एक महिला पुलिसकर्मी को अनिवार्य रूप से तैनात किया गया है। यह कदम बरामद बच्चों और महिलाओं से जानकारी प्राप्त करने में सहायक होगा। इसके अलावा, प्रत्येक जिले में विधिक और तकनीकी सहायता के लिए भी टीमों का गठन किया गया है।

अभियानों के उद्देश्य और दिशा-निर्देश

ऑपरेशन स्माइल के तहत कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जो अभियान की सफलता को सुनिश्चित करेंगे:

  1. गुमशुदा लोगों की खोज: वर्ष 2017 से लेकर अब तक गुमशुदा व्यक्तियों की बरामदगी के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे।
  2. लावारिस शवों का मिलान: गुमशुदा लोगों का मिलान प्रदेश और सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से अनिवार्य रूप से किया जाएगा।
  3. जिला सहयोग: ऑपरेशन स्माइल में नियुक्त टीमें अपने जिलों के अलावा अन्य जिलों के गुमशुदा लोगों की तलाश में भी सहयोग करेंगी।
  4. सुपुर्दगी और पुनर्वास: गुमशुदा व्यक्तियों के बरामद होने के बाद उनकी सुपुर्दगी और पुनर्वास के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
  5. कानूनी कार्रवाई: बरामद लोगों के संबंध में यदि किसी अपराध की जानकारी मिलती है, तो नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

समाज की भूमिका

ऑपरेशन स्माइल केवल पुलिस का एक अभियान नहीं है; यह समाज की भी जिम्मेदारी है। गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश में नागरिकों को भी सजग रहना चाहिए। यदि किसी को भी गुमशुदा व्यक्ति के बारे में जानकारी हो, तो उसे तुरंत पुलिस से साझा करना चाहिए।

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