Uttarakhand

DEHRADUN में हाइड्रो टेस्ट की कमी से सीएनजी वाहनों में बढ़ सकता है खतरा,परिवहन विभाग की लापरवाही

दून में हाइड्रो टेस्ट की सुविधा उपलब्ध न होने से सीएनजी वाहनों की सुरक्षा पर गंभीर खतरे की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक सीएनजी भरने से सिलेंडरों के कमजोर होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं

सीएनजी सिलेंडरों के साथ कई प्रकार के खतरे होते हैं। अगर सिलेंडर में तीन साल तक सीएनजी भरी रही, तो इसके कमजोर होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे सिलेंडर के सील खुलने, टंकी के खराब होने, वाल्व के खराब होने और लीकेज का खतरा रहता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो सिलेंडर कभी भी फट सकता है।

हाइड्रो टेस्ट के दौरान सिलेंडर को उसकी क्षमता के डेढ़ गुना प्रेशर तक चेक किया जाता है। इससे यह पता चलता है कि सिलेंडर पूरी तरह से फिट है या नहीं। यदि सिलेंडर स्थानीय है, तो इसकी जांच हर दो साल में करानी चाहिए। लेकिन दून में हाइड्रो टेस्टिंग का कोई सरकारी सेंटर नहीं होने के कारण सीएनजी वाहन मालिक खतरे में हैं।

परिवहन विभाग की लापरवाही

परिवहन विभाग की ओर से इस गंभीर मुद्दे पर कोई सुध नहीं ली जा रही है। सीएनजी किट की फिटनेस के लिए पीईएसओ से मान्यता प्राप्त एजेंसियों द्वारा किट का जांच सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। इसी सर्टिफिकेट के आधार पर आरटीओ से किट का रिन्युअल लिया जाता है।

हालांकि, आरटीओ में हजारों की संख्या में सीएनजी कार, ऑटो और वैन रजिस्टर्ड हैं, लेकिन परिवहन विभाग केवल सीएनजी वाहनों की सामान्य फिटनेस की जांच करता है। हाइड्रो टेस्टिंग की आवश्यकता को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे वाहन मालिकों के लिए जोखिम बढ़ गया है।

सुरक्षा उपाय और जांच

सीएनजी वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ उपाय अपनाने की आवश्यकता है:

  • पंजीकृत सीएनजी किट और सिलेंडर का उपयोग करें।
  • सीएनजी सिलेंडर के स्थान पर एलपीजी, प्रोपेन या कोई अन्य सिलेंडर न लगाएं।
  • वाहन-उपकरणों के साथ सीएनजी किट का बीमा करवाना उचित है।
  • वाहन को हमेशा आग के स्रोत से कम से कम 6 मीटर दूर पार्क करें।
  • सीएनजी किट में सिलेंडर वाल्व, मास्टर शट-ऑफ वाल्व और बर्स्ट डिस्क के स्थान और संचालन के बारे में जागरूक रहें।

सुरक्षा जांच कैसे करें

  1. क्लैम्प्स की स्थिति: सुनिश्चित करें कि क्लैम्प्स कसे हुए हों और सिलेंडर सही ढंग से और सुरक्षित रूप से लगा हुआ हो।
  2. वाल्व की सुरक्षा: यह देखें कि सिलेंडर वाल्व सुरक्षित है और वाल्व व्हील अपनी जगह पर है।
  3. गैस टयूबिंग: सुनिश्चित करें कि गैस टयूबिंग बरकरार है और ठीक काम कर रही है।

गैस लीक होने पर क्या करें?

अगर सीएनजी किट से गैस लीक हो रही है, तो निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

  • वाहन को स्टार्ट न करें: वाहन को स्टेशन के बाहर खुली हवा में खड़ा करें।
  • आग से संबंधित गतिविधियाँ बंद करें: आस-पास ऐसी सभी गतिविधियाँ बंद कर दें, जो आग का कारण बन सकती हैं।
  • रिसाव को नियंत्रित करें: सीएनजी प्रणाली में सिलेंडर वाल्व-मास्टर शट-ऑफ वाल्व को बंद कर दें।

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