Uttarakhand

UTTARAKHAND : IIT रुड़की की मेस में मिला चूहा छात्रों ने किया हंगामा

IIT रुड़की के राधा कृष्ण मेस में चूहों के दिखने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने आज संस्थान का दौरा किया। इस जांच के तहत खाद्य सामग्री की विस्तृत जांच की जा रही है। अधिकारियों ने मेस से खाने के सैंपल लिए हैं और कहा है कि IIT के विशेषज्ञों के सहयोग से चूहों को हटाने की योजना बनाई जाएगी। खास किस्म के चूहा ट्रेकर का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि इस समस्या का समाधान किया जा सके।

छात्रों में आक्रोश

गुरुवार को जब छात्रों ने मेस में चूहों को कढ़ाई और चावल के बर्तन में कूदते देखा, तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इस घटना के बाद 400 से अधिक छात्रों को भूखा रहना पड़ा। सोशल मीडिया पर इस घटना की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिससे संस्थान की छवि पर भी असर पड़ रहा है।

वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि उन्होंने खाने और अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल लिए हैं। इसके अलावा, संस्थान को चूहों से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। पाण्डेय ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना है कि छात्रों को सुरक्षित और स्वस्थ भोजन मिले। चूहों की समस्या को जल्द से जल्द हल किया जाएगा।”

मेस का संचालन और छात्रों की सुरक्षा

मेस संचालक ने शाम को छात्रों के लिए दूसरी जगह से खाना मंगाने का निर्णय लिया। छात्रों को इससे थोड़ी राहत मिली, लेकिन उनके मन में इस घटना को लेकर चिंता बनी रही। छात्रों ने मेस की स्वच्छता और गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं। इस घटना ने मेस के प्रबंधन के प्रति असंतोष को जन्म दिया है, और छात्र अब सुधार की मांग कर रहे हैं।

छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकालते हुए लिखा है कि इस तरह की घटनाएं उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरे में डालती हैं। एक छात्र ने कहा, “हम यहां पढ़ाई करने आए हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में रहना असुरक्षित है। हमें बेहतर भोजन और स्वच्छता की जरूरत है।”

समस्या का समाधान

खाद्य सुरक्षा विभाग ने बताया है कि चूहों को हटाने के लिए IIT के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। खास किस्म के चूहा ट्रेकर लगाए जाएंगे, जो समस्या की गंभीरता को समझने में मदद करेंगे। इस तकनीक का इस्तेमाल कर चूहों के घुसने के स्थानों का पता लगाया जाएगा और उचित उपाय किए जाएंगे।

संस्थान के प्रबंधन को अब इस समस्या को गंभीरता से लेना होगा। उन्हें मेस की स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, संस्थान को नियमित जांच और निगरानी की व्यवस्था करनी चाहिए।

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