Uttarakhand

Karwa Chauth 2024:करवा चौथ की तैयारियों में बाजार गुलजार, महिलाएं खरीदारी में जुटी

उत्तराखंड के विभिन्न बाजारों में करवा चौथ के लिए शृंगार, मेहंदी, पूजा और व्रत से जुड़ी सामग्री की खरीदारी को लेकर जबरदस्त भीड़ नजर आई। त्यौहार के अवसर पर बाजारों में विशेष रौनक देखने को मिली, जहां देर रात तक महिलाएं मेहंदी लगाने के लिए लाईनों में खड़ी रहीं। इस बार बाजारों में उमड़ी भीड़ ने दुकानदारों के चेहरे पर खुशी लाने का काम किया।

बाजार की रौनक

पलटन बाजार, सहारनपुर चौक, पटेलनगर, प्रेमनगर, धर्मपुर और राजपुर जैसे क्षेत्रों में महिलाओं ने करवा, कैलेंडर, सुहाग का शृंगार, सजावटी चलनी, थाली, पीतल का लोटा, साड़ियाँ और अन्य सजने-संवरने का सामान खरीदा। इसके साथ ही, किराना, मिष्ठान, फल और ड्राइफ्रूट की दुकानों पर भी ग्राहकों की भारी भीड़ रही।

मेहंदी का उत्साह

पलटन बाजार में मेहंदी लगाने के लिए विशेष रूप से भारी भीड़ रही। महिलाओं ने देर शाम तक मेहंदी लगवाने के लिए लंबी लाइनों में खड़ा रहना उचित समझा। इंदर मेहंदी आर्ट के संचालक इंदर ने बताया कि करवाचौथ से एक दिन पहले अधिकतर महिलाएं मेहंदी लगवाना पसंद करती हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 500 से 1100 रुपये तक की मेहंदी की मांग अधिक रही है, और थ्रीडी मेहंदी भी खासा पसंद की जा रही है।

सजने-संवरने का सामान

महिलाएं सजने-संवरने के लिए भी विशेष तैयारियाँ कर रही हैं। गीतांजली सैलून के संचालक सुयश अग्रवाल ने बताया कि उनके सैलून में भी एडवांस बुकिंग आ रही है। इसके अलावा, कास्मेटिक की दुकानों पर भी ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है। कोतवाली के पास स्थित कास्मेटिक दुकान के मालिक मोहित ने बताया कि लोग खरीदारी करने में खुलकर खर्च कर रहे हैं।

पैकेजिंग का नया तरीका

दुकानदारों ने यह सुनिश्चित किया है कि ग्राहकों को एक ही जगह पर सभी आवश्यक सामग्री मिल सके। कई दुकानदारों ने करवा, थाली, छलनी और व्रत की किताबों के पैकेट पहले से तैयार कर लिए हैं। पलटन बाजार में सत्यप्रकाश एंड संस के मालिक नीरज जिंदल ने बताया कि इन पैकेट की कीमत 200-300 रुपये के बीच है, जो ग्राहकों को आकर्षित कर रहा है।

स्टोन वाली छलनी का क्रेज

इस बार स्टोन वाली छलनी की मांग अधिक रही है। व्यापारियों ने बताया कि यह हर वर्ष कुछ न कुछ नया लाती है, और इस बार स्टोन लगी छलनी विशेष रूप से पसंद की जा रही है। भंडारी चौक, झंडा बाजार और चकराता रोड में भी विभिन्न डिजाइन की छलनियाँ खरीदी गईं।

ज्वेलरी की खरीदारी में बढ़ोत्तरी

धामावाला बाजार, झंडा बाजार और प्रेमनगर जैसे क्षेत्रों में ज्वेलरी की दुकानों पर भी महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। विशेष रूप से अंगूठियों, पायल और मंगलसूत्र की सबसे अधिक मांग रही। सर्राफा मंडल देहरादून के अध्यक्ष सुनील मेसोन ने बताया कि इस बार ब्राइडल ज्वेलरी, गोल्ड और डायमंड चूड़ियों की भी मांग काफी अधिक है।

ज्योतिषीय सलाह: पूजा के समय भद्रा नहीं

ज्योतिषाचार्य आचार्य डा. सुशांत राज ने बताया कि इस वर्ष करवा चौथ पर पूजा के समय भद्रा नहीं है। करवा व्रत की शुरुआत हमेशा सरगी खाने से होती है, जो सूर्योदय से लगभग दो घंटे पहले खाई जाती है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष करवा चौथ पर 20 अक्टूबर को 21 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा, लेकिन पूजा का शुभ समय शाम 5 बजकर 46 मिनट से 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगा।

पौराणिक महत्व

उत्तराखंड विद्वत सभा के अध्यक्ष आचार्य बिजेंद्र प्रसाद ममगाईं ने बताया कि इस पर्व का पौराणिक महत्व है। मां पार्वती ने भगवान शिव के लिए पहले बार निर्जला व्रत रखा था। इसके अलावा, मां सीता और मां द्रौपदी ने भी इस व्रत का पालन किया था, जिससे यह परंपरा आज भी जीवित है। इस दिन माता पार्वती, शिव, गणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा की पूजा का महत्व है।

निश्शुल्क मेहंदी शिविर

इस बीच, पटेलनगर में एक निश्शुल्क मेहंदी शिविर का आयोजन किया गया। शैल शिखर सामाजिक संस्था और अन्य समूहों ने मिलकर यह शिविर लगाया, जहां महिलाएं फ्री में मेहंदी लगवा सकती थीं। संस्था की अध्यक्ष रुचि शर्मा ने बताया कि यह शिविर आज दो बजे से रात नौ बजे तक चलेगा, जिससे महिलाओं को इस पर्व की तैयारी में सहायता मिल सके।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button