DELHI के रोहिणी में बम धमाका खालिस्तानी आतंकियों का हाथ होने का दावा
दिल्ली के रोहिणी इलाके में रविवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्कूल के पास एक भयंकर बम धमाका हुआ। यह धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और आसपास के क्षेत्रों में 10 मिनट तक धुआं छाया रहा। धमाके के परिणामस्वरूप कई गाड़ियों और दुकानों के शीशे टूट गए, लेकिन सौभाग्यवश कोई हताहत नहीं हुआ।
टेलीग्राम चैनलों पर दावा
देर रात पाकिस्तान से चलने वाले टेलीग्राम चैनलों पर इस धमाके के पीछे खालिस्तानी आतंकियों के शामिल होने का दावा किया गया। ‘जस्टिस लीग इंडिया’ नामक एक टेलीग्राम चैनल ने सीसीटीवी फुटेज के साथ इस घटना का दावा किया। इसके बाद, यह संदेश पाकिस्तान से चलने वाले कई अन्य टेलीग्राम चैनलों पर तेजी से सर्कुलेट किया गया।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, उन्होंने टेलीग्राम मैसेंजर को पत्र लिखकर ‘जस्टिस लीग इंडिया’ चैनल के बारे में जानकारी मांगी है। पुलिस अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से भी जानकारी इकट्ठा कर रही है। हालांकि, टेलीग्राम ने अभी तक दिल्ली पुलिस को कोई जवाब नहीं दिया है।
जांच की प्रक्रिया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। आतंकवादी हमले की आशंका को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने घटनास्थल को अपने कब्जे में ले लिया है। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि धमाका एक देसी बम से किया गया हो सकता है।
गृह मंत्रालय ने इस मामले में पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि धमाके की सूचना सुबह 7:47 बजे मिली। उस समय स्कूल की छुट्टी थी, इसलिए बच्चे वहां उपस्थित नहीं थे।
घटनास्थल की स्थिति
धमाके ने स्कूल की दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया और वहां एक गड्ढा भी बना दिया। घटना स्थल पर तेज दुर्गंध महसूस हो रही थी। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और अन्य स्थानों पर भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।
फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सैंपल लिए हैं। इस दौरान सफेद पाउडर और कुछ तारनुमा चीजें भी बरामद की गई हैं। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई गई है कि धमाके में उच्च तीव्रता वाले विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया है।
संभावित खतरों का आकलन
एक विशेष सूत्र ने बताया कि आतंकवादी हमले की आशंका को देखते हुए एनएसजी की टीम ने घटनास्थल को अपने नियंत्रण में ले लिया है। एफएसएल टीम के सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में क्रूड बम जैसा सामग्री मिला है। हालांकि, पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही आधिकारिक जानकारी मिल सकेगी।
इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बना दिया है। अधिकारियों ने संभावित खतरों का आकलन करना शुरू कर दिया है और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की अपील की है। कुछ निवासियों ने बताया कि इस तरह के धमाके उनके लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं, विशेषकर जब से इस धमाके के पीछे खालिस्तानी आतंकियों का हाथ होने का दावा किया जा रहा है।