Uttarakhand

सुपरस्टार मोहन बाबू की फिल्म ‘कन्नप्पा’ से पहले देवभूमि उत्तराखंड पहुंचे

देवभूमि उत्तराखंड, 22 अक्टूबर 2024: साउथ फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर खलनायक मोहन बाबू अपनी आगामी फिल्म ‘कन्नप्पा’ के रिलीज से पहले उत्तराखंड पहुंचे हैं। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री अपने दर्शकों को नहीं भूली है। यही कारण है कि आज साउथ की फिल्में न केवल दक्षिण भारत में, बल्कि पूरे देश में दर्शकों को आकर्षित कर रही हैं।

बॉलीवुड के साथ तुलना

मोहन बाबू ने इस अवसर पर बॉलीवुड की तुलना में साउथ फिल्म इंडस्ट्री के दर्शकों के प्रति संवेदनशीलता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “बॉलीवुड के फिल्म निर्माता अपने दर्शकों को भूल चुके हैं। आज के दर्शक अपनी जड़ों और गांवों से जुड़ी कहानियों को देखना और सुनना पसंद करते हैं।”

उनका मानना है कि साउथ की फिल्मों ने इस आवश्यकता को समझा है और इसी वजह से ये फिल्मों की सफलता का मुख्य कारण है।

फिल्म ‘कन्नप्पा’ का परिचय

फिल्म ‘कन्नप्पा’ एक धर्म आधारित फिल्म है, जिसमें साउथ के सुपरस्टार प्रभास, मोहनलाल और बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार भी नजर आएंगे। मोहन बाबू ने बताया कि यह फिल्म एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जिसे “दुनिया का पहला नेत्रदाता” कहा जाता है। उन्होंने अपनी आंखें भगवान शिव को दान की थीं।

इस फिल्म में दर्शकों को एक प्रेरणादायक कहानी देखने को मिलेगी, जो न केवल मनोरंजन करेगी, बल्कि धार्मिक और सामाजिक संदेश भी देगी। मोहन बाबू ने स्पष्ट किया कि ‘कन्नप्पा’ की कहानी भगवान शिव के प्रति भक्ति और बलिदान की कहानी है।

‘आऊ ललीता’ का दिलचस्प किस्सा

मोहन बाबू ने बॉलीवुड अभिनेता शक्ति कपूर के साथ अपने संबंधों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि फिल्म ‘तोहफा’ में शक्ति कपूर का प्रसिद्ध डायलॉग “आऊ ललीता” उनके लिए बहुत खास है। मोहन बाबू ने कहा, “बहुत साल पहले शक्ति कपूर मुझसे मिलने आए थे। उस दौरान उन्होंने मुझे ‘आऊ ललीता’ बोलकर संबोधित किया, तब से वह मुझे इस डायलॉग का गॉडफादर कहते हैं।”

यह घटना फिल्म उद्योग में उनकी मान्यता को और बढ़ाती है और दर्शाती है कि कैसे एक संवाद भी किसी कलाकार के लिए खास हो सकता है।

कन्नप्पा की शूटिंग

फिल्म ‘कन्नप्पा’ को न्यूजीलैंड की खूबसूरत वादियों में फिल्माया गया है। मोहन बाबू के बेटे विष्णु मांचू ने इस बारे में कहा, “दूसरी शताब्दी में भारत बिल्कुल ऐसा ही दिखता था, इसी कारण से फिल्म को वहां फिल्माया गया। यह फिल्म हमारे परिवार का एक सपना है जो पीढ़ियों से चला आ रहा है।”

यह फिल्म न केवल एक ऐतिहासिक दृष्टिकोण प्रदान करती है, बल्कि दर्शकों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से भी जोड़ती है।

पौराणिक योद्धा की कहानी

फिल्म के निर्देशक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि ‘कन्नप्पा’ एक पौराणिक योद्धा की कहानी है। पूरी फिल्म कन्नप्पा के इर्द-गिर्द घूमती है, जिन्हें भगवान शिव के सबसे बड़े भक्तों में से एक माना जाता है।

कन्नप्पा की यात्रा एक शिकारी से योद्धा और फिर संत बनने की है, जिसने अपनी आंखें भगवान शिव को अर्पित की थीं। यह कहानी दर्शकों को एक अद्भुत यात्रा पर ले जाएगी, जहां भक्ति, बलिदान और प्रेम का संदेश है।

रिलीज का समय

मोहन बाबू ने बताया कि फिल्म ‘कन्नप्पा’ आगामी वर्ष 2025 की गर्मियों में रिलीज होने वाली है। इससे पहले, मोहन बाबू, उनके पुत्र विष्णु मांचू और निर्देशक मुकेश कुमार सिंह देशभर के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करेंगे। सबसे पहले वे उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ धाम के दर्शन करेंगे।

यह यात्रा न केवल उनके धार्मिक विश्वास को दर्शाएगी, बल्कि फिल्म के प्रमोशन में भी सहायक सिद्ध होगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button