PUNJAB के गुरदासपुर में दूसरी बार मिली पाकिस्तानी नाव, हड़कंप
पंजाब के गुरदासपुर में भारत-पाक सीमा के पास एक पुरानी पाकिस्तानी नाव बरामद होने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब दो दिन पहले ही पठानकोट के सीमावर्ती इलाके से भी एक पाकिस्तानी नाव मिली थी। सुरक्षा बलों की मुस्तैदी ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बीएसएफ की कार्रवाई
गुरदासपुर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने यह नाव बरामद की। बीएसएफ के जवानों ने किश्ती को अपने कब्जे में लेने के बाद जांच के लिए स्थानीय थाना दोरांगला को सौंप दिया। इस कार्रवाई ने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। बीएसएफ के अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को सूचित किया।
नाव की बरामदगी की प्रक्रिया
नाव की बरामदगी बीएसएफ की पोस्ट बीओपी चक्करी के पास हुई। एसएचओ दोरांगला, दविंदर शर्मा ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने तब यह किश्ती बरामद की जब उन्होंने सीमा पार खेती करने वाले किसानों के लिए गेट खोला था। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब बीएसएफ के जवानों ने संदिग्ध वस्तु पर ध्यान दिया, जिसके बाद उन्होंने नाव की जांच की और इसे अपने नियंत्रण में ले लिया।
सुरक्षा चिंताएँ
पाकिस्तानी नाव का मिलना सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। यह घटना यह दर्शाती है कि सीमा पर सुरक्षा को लेकर और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। सीमा पर इस तरह की घटनाएँ न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती हैं, बल्कि यह स्थानीय समुदायों के लिए भी चिंता का विषय है।
संभावित कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि यह नाव संभवतः सीमा पार से अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों द्वारा प्रयोग की जा सकती थी। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इस तरह की गतिविधियों के संकेत मिलते हैं। सुरक्षा बलों ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मामले की जांच शुरू कर दी है, ताकि इस नाव के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
पुलिस की जांच
स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एसएचओ दविंदर शर्मा ने बताया कि पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी भी प्रकार की जानकारी सामने आती है, तो उसे सार्वजनिक किया जाएगा। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि नाव कब और कैसे भारतीय सीमा में आई, और क्या इसके पीछे कोई संदिग्ध गतिविधि है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
गुरदासपुर और आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों में इस घटना को लेकर चिंता बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि सीमा पर सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता है। क्षेत्र में सुरक्षा बलों की गतिविधियों को देखकर स्थानीय लोग राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह भी मांग की है कि प्रशासन को इस दिशा में और कदम उठाने चाहिए।