PUNJAB : कांग्रेस को बड़ा झटका, कुलविंदर सिंह रसूलपुर ने AAP का दामन थामा
चब्बेवाल उपचुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के हलका इंचार्ज कुलविंदर सिंह रसूलपुर ने आज आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। इस घटनाक्रम ने कांग्रेस के लिए चुनावी चुनौती को और बढ़ा दिया है, क्योंकि यह कदम पार्टी में निराशा के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
आम आदमी पार्टी में शामिल होने का औपचारिक कार्यक्रम
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज रसूलपुरी को औपचारिक रूप से आम आदमी पार्टी में शामिल किया। इस अवसर पर सांसद डॉ. राजकुमार भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में कुलविंदर सिंह रसूलपुर ने अपने नए राजनीतिक सफर की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा और समर्थन का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मैं आम आदमी पार्टी के साथ जुड़कर पंजाब के विकास में योगदान देना चाहता हूं।”
कांग्रेस की कमजोरियों का बढ़ता प्रभाव
कुलविंदर सिंह रसूलपुर का आम आदमी पार्टी में शामिल होना कांग्रेस के लिए एक संकेत है कि पार्टी में आंतरिक असंतोष और अस्थिरता बढ़ रही है। चब्बेवाल हलका, जहां यह उपचुनाव हो रहा है, में कांग्रेस की स्थिति पहले से ही कमजोर मानी जा रही थी। रसूलपुर के इस निर्णय से पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी निराशा की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस के लिए यह घटनाक्रम एक चेतावनी है कि यदि पार्टी ने अपने आंतरिक मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया, तो उसे और अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अब यह सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि क्या कांग्रेस वास्तव में अपने सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ रही है या नहीं।
इसके अलावा, कांग्रेस के लंबे समय तक जिला अध्यक्ष रहे पूर्व विधायक (दिवंगत) चौधरी राम रतन के पोते, गुरप्रीत, ने भी आज आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला किया। यह घटनाक्रम राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि चौधरी राम रतन का कांग्रेस में एक लंबा इतिहास रहा है। उनके पोते का AAP में शामिल होना दर्शाता है कि कांग्रेस के पुराने और स्थापित नेता भी अब पार्टी से दूर हो रहे हैं।
चुनावी प्रभाव
चब्बेवाल उपचुनाव को देखते हुए यह घटनाक्रम कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति को पुनः विचार करने का एक अवसर है। आम आदमी पार्टी, जो पहले से ही मजबूत स्थिति में है, अब इस मौके का लाभ उठाकर कांग्रेस के वोट बैंक को और कमजोर कर सकती है। अगर कांग्रेस ने समय रहते अपने मुद्दों का समाधान नहीं किया, तो आगामी चुनावों में उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
पंजाब में राजनीतिक माहौल लगातार बदल रहा है, और आम आदमी पार्टी ने पिछले कुछ समय में राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। हाल के चुनावों में AAP ने कांग्रेस और अन्य पार्टियों को कड़ी चुनौती दी है। ऐसे में रसूलपुर और गुरप्रीत का AAP में शामिल होना AAP के लिए एक मजबूत बढ़त साबित हो सकता है।