मर्चुला बस दुर्घटना के कारण राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रमों में बदलाव, सरकार ने सादगी से मनाने की योजना बनाई
देहरादून, 8 नवंबर 2024: उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के सभी कार्यक्रम इस साल सादगी से मनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि अल्मोड़ा के मर्चुला में हुई दुखद सड़क दुर्घटना ने पूरे राज्य को शोक में डुबो दिया है। इस कारण राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि राज्य स्थापना दिवस के सभी सांस्कृतिक और अन्य आयोजन इस साल नहीं किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ नवंबर को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है और इसके स्थान पर सेवा व स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों के रद्द किए जाने की घोषणा करते हुए कहा, “अल्मोड़ा जिले के मर्चुला में हुई बस दुर्घटना राज्य के लोगों के लिए एक बड़ी शोक की घड़ी है। इस हादसे ने हमारे दिलों को गहरे आघात पहुंचाए हैं। ऐसे समय में राज्य स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाना उचित नहीं होगा।”
धामी ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने इस दुखद घटना के मद्देनजर राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों को सादगी से मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “इस साल राज्य स्थापना दिवस पर कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा। इसके बजाय, सेवा और स्वच्छता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि हम इस दुखद समय में राज्य के लोगों के साथ खड़े रहें और अपने संवेदनाओं का इज़हार कर सकें।”
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रद्दीकरण
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि 8 नवंबर को प्रस्तावित सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। इस दिन के लिए पहले से तय किए गए बड़े शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रमों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा।
“यह एक संवेदनशील समय है, और हम समझते हैं कि यह शोक का समय है, इसलिए हम इसे सादगी से मनाएंगे,” मुख्यमंत्री ने कहा।
शिवानी की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी
अल्मोड़ा में हुई इस दुखद दुर्घटना में अपने माता-पिता को खोने वाली मासूम लड़की शिवानी की देखभाल की जिम्मेदारी भी अब राज्य सरकार ने ली है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिवानी की देखभाल, शिक्षा और भविष्य के सभी मामलों में सरकार मदद करेगी।
“हम चाहते हैं कि शिवानी अपने माता-पिता के सपनों को साकार कर सके। इसलिए, सरकार उसकी देखभाल, शिक्षा और हर संभव मदद के लिए तैयार है,” मुख्यमंत्री ने कहा।
चौकी प्रभारियों पर कार्रवाई के आदेश
मर्चुला में हुई सड़क दुर्घटना पर मुख्यमंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया और कहा कि अल्मोड़ा पुलिस चौकी के प्रभारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। यदि उनके खिलाफ कोई लापरवाही सामने आती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
“हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। इसके लिए सड़कों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मैंने पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़कों पर क्रैश बैरियर लगाए जाएं। अगर इस कार्य में कोई लापरवाही हुई तो संबंधित अधिकारियों से जवाब लिया जाएगा,” मुख्यमंत्री ने कहा।
सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान
राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा को लेकर नए कदम उठाने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जिन क्षेत्रों में सड़कों पर दुर्घटनाओं का खतरा अधिक है, वहां सुरक्षा उपायों को तेज किया जाए। इसके अलावा, सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि राज्य के विभिन्न इलाकों में बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की जाए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा को बढ़ाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और किसी भी कीमत पर हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न घटित हों।”
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर स्वच्छता और सेवा अभियान
सर्दियों की शुरुआत के साथ राज्य स्थापना दिवस को सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें स्वच्छता और सेवा अभियान प्रमुख होंगे। राज्य सरकार ने सभी जिला प्रशासन और संबंधित विभागों से अपील की है कि वे इस दिन विशेष रूप से सेवा कार्यों में भाग लें और समाज के विभिन्न हिस्सों में स्वच्छता अभियान को बढ़ावा दें।
“यह वक्त शोक का है, लेकिन हमें एकजुट होकर समाज के लिए कुछ अच्छा करने का प्रयास करना चाहिए। इसलिए इस साल हम सेवा और स्वच्छता कार्यक्रमों पर अधिक ध्यान देंगे,” मुख्यमंत्री ने कहा।
सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी सुनिश्चित किया कि राज्य स्थापना दिवस के दौरान यात्रा करने वाले लोगों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में अतिरिक्त बसों की आवश्यकता होती है, तो उसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि यातायात व्यवस्था के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए, ताकि दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।