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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली देसी घी बनाने की फैक्ट्री का किया भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए हरियाणा के जींद में स्थित एक नकली देसी घी बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन के दौरान पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो आरोपियों का संबंध हरियाणा से और तीन का दिल्ली से है। पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों ने मिलकर नकली घी का उत्पादन किया और उसे प्रमुख ब्रांड्स के पैकेजिंग मेटीरियल में लपेटकर दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई किया।

फैक्ट्री से क्या क्या बरामद हुआ?

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक, जब इस फैक्ट्री पर छापेमारी की गई, तो वहां से लगभग 240 लीटर नकली घी और 2,500 लीटर घी बनाने का सामान बरामद किया गया। इसके अलावा, पुलिस ने दर्जनों पैकेजिंग मेटीरियल भी जब्त किए, जिन पर प्रमुख कंपनियों के नाम जैसे अमूल, वेरका, नेस्ले, एव्री-डे, मधुसूदन, आनंद, परम्, मदर डेयरी और पतंजलि आदि के लेबल लगे हुए थे। पुलिस का कहना है कि ये पैकेजिंग मेटीरियल सदर बाजार और अन्य आपूर्ति बाजारों से लाए जाते थे, ताकि ग्राहकों को धोखा दिया जा सके और उन्हें असली घी के नाम पर नकली उत्पाद बेचे जा सकें।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

पुलिस ने जिन पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान ऋतिक खंडेलवाल, संजय बंसल, रोहित अग्रवाल, कृष्ण और अश्वनी के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से दो का संबंध हरियाणा से है, जबकि तीन आरोपी दिल्ली से हैं। इन आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम (FSSAI) के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार, इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने नकली घी के निर्माण के पूरा नेटवर्क का खुलासा किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि ये लोग लंबे समय से नकली घी का उत्पादन कर रहे थे और उसे दिल्ली, एनसीआर और अन्य राज्यों के बाजारों में सप्लाई कर रहे थे।

दिल्ली एनसीआर में हुई छापेमारी

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को इस मामले के बारे में पहले से ही कुछ विशेष जानकारी मिल गई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि दिल्ली एनसीआर में कुछ स्थानों पर नकली घी बनाने का काम किया जा रहा है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह के सदस्यों पर नजर रखना शुरू कर दिया।

छापेमारी के दौरान, पुलिस ने अमूल और ईनो कंपनियों के अधिकारियों को भी साथ रखा था, ताकि मौके पर ही असली और नकली घी की पहचान की जा सके। इन कंपनियों के अधिकारियों ने मौके पर जाकर बताया कि जो घी बरामद हुआ है, वह उनकी कंपनी द्वारा निर्मित नहीं था और पूरी तरह से नकली था।

नकली घी से लोगों की सेहत को खतरा

पुलिस के अनुसार, ये गिरोह नकली देसी घी बनाने के लिए रिफाइंड ऑइल, वसा, मोनो और डाइजेस्टिव एसिड्स का इस्तेमाल करते थे। इस मिश्रण को घी के रूप में तैयार कर पैकिंग मेटीरियल के जरिए असली घी जैसा दिखने वाला उत्पाद तैयार किया जाता था। पुलिस का कहना है कि यह घी स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता था, क्योंकि इसमें रासायनिक तत्वों की भारी मात्रा थी, जो शरीर के लिए खतरनाक हो सकती है।

साथ ही, यह नकली घी लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का गंभीर मामला है। पुलिस के अनुसार, इस नकली घी का उपयोग कई दुकानदारों, खुदरा विक्रेताओं और यहां तक कि बड़े सुपरमार्केट्स में भी किया जा रहा था, जिससे लोग इसे बिना किसी शक के खरीद रहे थे।

ऑपरेशन जारी, नई छापेमारी की तैयारी

दिल्ली पुलिस ने इस ऑपरेशन को अब भी जारी रखा हुआ है। पुलिस का कहना है कि अब वे उन स्थानों पर छापेमारी करने जा रहे हैं, जहां इस नकली घी की सप्लाई की जाती थी। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह अब तक कई महीने से नकली घी की बिक्री कर रहा था और पुलिस को यह जानकारी मिली है कि इस तरह के उत्पाद दिल्ली और एनसीआर के अलावा अन्य राज्यों में भी भेजे जाते थे।

पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे हमेशा अपनी खाद्य वस्तुओं को भरोसेमंद और प्रमाणित स्रोतों से ही खरीदें और इस तरह के नकली उत्पादों से बचें।

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