Uttarakhand

UTTARAKHAND : मौसम का मिजाज बदला, देहरादून में ठंडक बढ़ी, पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा और हिमपात की संभावना

देहरादून, 9 नवंबर: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदलने लगा है और पूरे राज्य में आंशिक बादल, हल्की हवाएं और ठंडक का अहसास हो रहा है। खासकर, देहरादून सहित अधिकांश मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर का असर महसूस किया जा रहा है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। शुक्रवार को देहरादून में इस शीतकाल का पहला दिन था, जब अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा और उच्च चोटियों पर हिमपात हो सकता है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में सुबह के वक्त धुंध छाई रह सकती है।

देहरादून का मौसम: आंशिक बादल और हल्की हवाओं से ठंडक बढ़ी

शुक्रवार को देहरादून में मौसम ने अपने मिजाज को बदलते हुए आंशिक बादलों के बीच हल्की हवाएं चलने से ठंडक का अहसास हुआ। दिनभर धूप और बादलों का सिलसिला जारी रहा, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शहर में अधिकतम तापमान शुक्रवार को 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, जो सामान्य तापमान के करीब था। वहीं, न्यूनतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो अभी सामान्य से कुछ ज्यादा है। हालांकि, सुबह और शाम के समय ठंडक में इजाफा हो रहा है, और नागरिकों को ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ रहा है।

मौसम विभाग के मुताबिक, आंशिक बादल और हवा चलने के कारण आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है। खासकर, पर्वतीय क्षेत्रों में ठंडक बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात और वर्षा की संभावना

उत्तराखंड में मौसम का असर पर्वतीय क्षेत्रों पर अधिक दिखाई दे रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में 9 और 10 नवंबर को आंशिक बादल छाने के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। साथ ही, इन क्षेत्रों में चोटियों पर हिमपात के भी आसार हैं।

बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे क्षेत्रों में वर्षा हो सकती है, जबकि नैनीताल, मुक्तेश्वर और नई टिहरी में भी मौसम का मिजाज बदल सकता है। इन पहाड़ी इलाकों में हिमपात होने की संभावना जताई जा रही है, जो पर्वतीय क्षेत्रों में सर्दी बढ़ा सकता है।

देहरादून में 9 और 10 नवंबर को आंशिक बादल और हवाओं के कारण ठंडक में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही, सुबह के समय धुंध छाने के आसार भी हैं। मौसम विभाग ने बताया कि इस तरह के मौसम से शहर में तापमान में गिरावट जारी रह सकती है।

मौसम का आकलन: मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड का असर

मौसम विभाग ने विभिन्न क्षेत्रों का तापमान भी जारी किया है, जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि किस क्षेत्र में कितनी ठंड बढ़ने वाली है:

  • देहरादून – अधिकतम तापमान: 28.6 डिग्री, न्यूनतम तापमान: 17.7 डिग्री
  • ऊधमसिंह नगर – अधिकतम तापमान: 29.6 डिग्री, न्यूनतम तापमान: 17.0 डिग्री
  • मुक्तेश्वर – अधिकतम तापमान: 21.3 डिग्री, न्यूनतम तापमान: 9.1 डिग्री
  • नई टिहरी – अधिकतम तापमान: 21.2 डिग्री, न्यूनतम तापमान: 11.8 डिग्री

इस तापमान की रिपोर्ट से यह साफ है कि देहरादून सहित कई मैदानी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट आई है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक ठंड महसूस हो रही है।

अल्मोड़ा-हल्द्वानी एनएच पर आवाजाही पर प्रतिबंध

इसके साथ ही, अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर भी यातायात पर असर पड़ा है। क्वारब की पहाड़ी पर मलबा गिरने की घटनाओं के कारण प्रशासन ने 18 नवंबर तक रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक एनएच पर आवाजाही बंद करने का आदेश जारी किया है। इस कदम का उद्देश्य यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार के अनहोनी के खतरे को कम करना है, लेकिन स्थानीय लोगों और यात्रियों के लिए यह एक गंभीर समस्या बन गई है।

यह चौथी बार है जब इस मार्ग पर रात के समय आवाजाही पर रोक लगाई गई है, हालांकि अब तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। क्वारब पहाड़ी पिछले कुछ महीनों से लगातार भूस्खलन का शिकार हो रही है, जिससे यह मार्ग अक्सर बंद हो जाता है।

मौसम और यात्रा पर असर

मौसम में आए इस बदलाव का असर उत्तराखंड के पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों की दैनिक गतिविधियों पर भी पड़ सकता है। विशेष रूप से, पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क परिवहन प्रभावित हो सकता है और यात्रा के दौरान फिसलन या भूस्खलन जैसी घटनाओं का खतरा भी बढ़ सकता है।

सर्दी और बर्फबारी के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन को भी थोड़ा नुकसान हो सकता है, लेकिन यह मौसम कुदरत के प्रेमियों और हिमपात का अनुभव करने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है।

उत्तराखंड में मौसम में बदलाव की यह प्रक्रिया फिलहाल जारी रहने की संभावना है। अगले कुछ दिनों तक आंशिक बादल, वर्षा और ठंड में इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात और वर्षा की संभावना बनी रहेगी, जबकि मैदानी क्षेत्रों में सर्दी का प्रभाव बढ़ने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार, इस प्रकार के मौसम का असर 12 से 14 नवंबर तक जारी रह सकता है, और उसके बाद धीरे-धीरे मौसम में फिर से बदलाव आ सकता है।

निष्कर्ष के तौर पर, यह मौसम उत्तराखंड में सर्दी और बर्फबारी के शौकिनों के लिए एक अच्छी खबर हो सकती है, लेकिन यह परिवहन और स्थानीय गतिविधियों के लिए कुछ चुनौतियां भी पैदा कर सकता है। यदि आप इन दिनों यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा की तैयारी करें और मौसम विभाग की सलाह पर अमल करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button