UP NEWS : एक फ़ोन और शादी का वादा फिर उड़ा लिए 2 लाख
उत्तर प्रदेश के बह्राइच जिले में एक युवक की शादी की तलाश ने उसकी पूरी जिंदगी को बदल दिया। प्रदीप कुमार नाम के एक युवक ने शादी के लिए एक महिला से संपर्क किया, जो बाद में उसे धोखा देकर लाखों रुपये ठगने के बाद गायब हो गई। यह घटना एक गंभीर शादी धोखाधड़ी के मामले के रूप में सामने आई है, जिसमें युवक ने अपनी मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा महिला को दे दिया, जबकि महिला ने पैसे हड़पकर उसे छोड़ दिया।
घटना की शुरुआत
प्रदीप कुमार अपने परिवार की मदद से शादी की तलाश कर रहे थे, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन ने उनके शादी के फैसले को रोक दिया। शादी की तैयारी रुकने के कारण प्रदीप ने एक अखबार में विवाह के लिए विज्ञापन देखा, जिसमें एक महिला ने लोगों से शादी के लिए संपर्क करने का आह्वान किया था। इस विज्ञापन में एक फोन नंबर दिया गया था, जिस पर प्रदीप ने कॉल किया। फोन उठाने वाली महिला का नाम खुशबू देवी था।
प्रदीप और खुशबू के बीच धीरे-धीरे बातचीत का सिलसिला बढ़ा और दोनों के बीच दोस्ती हो गई। खुशबू ने खुद को एक गंभीर महिला के रूप में पेश किया और प्रदीप से मिलने की इच्छा जताई। हालांकि, जल्द ही खुशबू ने प्रदीप से पैसे की मांग करना शुरू कर दिया। शुरुआत में प्रदीप ने पैसे देने से मना कर दिया था, लेकिन खुशबू की मीठी बातों और आश्वासनों ने उसे विश्वास दिला दिया कि वह सही रास्ते पर है और शादी के लिए गंभीर है।
धोखाधड़ी का खेल
खुशबू देवी ने प्रदीप को धीरे-धीरे आर्थिक रूप से दबाव में डालना शुरू किया। पहले उसने प्रदीप से 10,000 रुपये की मांग की, जिसे प्रदीप ने अपना विश्वास जताते हुए खुशी-खुशी उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद खुशबू ने विभिन्न बहानों से प्रदीप से कुल 1.7 लाख रुपये हड़प लिए। खुशबू ने लगातार अलग-अलग कारणों से पैसे की मांग की, जैसे शादी के लिए जरूरी खर्च, परिवार की मदद, और अन्य व्यक्तिगत समस्याओं के बहाने। प्रदीप ने उसे बार-बार पैसे भेजे, और वह यह सोचता रहा कि खुशबू का व्यवहार सामान्य है।
हालांकि, जैसे ही खुशबू ने प्रदीप से एक बड़ी रकम हड़पने के बाद फोन और संपर्क तोड़ लिया, प्रदीप को समझ में आया कि वह धोखा खा चुका है। खुशबू का फोन अचानक बंद हो गया और वह गायब हो गई। इस पर प्रदीप ने कई बार कोशिश की कि वह महिला से संपर्क कर सके, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। अब प्रदीप के पास कोई और रास्ता नहीं था, सिवाय इसके कि वह पुलिस की मदद ले।
प्रदीप ने दर्ज कराई शिकायत
प्रदीप कुमार ने पहले अपने क्षेत्र के पूर्व जिला अधिकारी, डॉ. दिनेश चंद्र से शिकायत की। इसके बाद, पुलिस को मामले की गंभीरता को देखते हुए एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया। लेकिन दो साल बीतने के बावजूद खुशबू देवी का कोई सुराग नहीं मिला। प्रदीप ने लगातार पुलिस स्टेशन जाकर अपनी शिकायतें दर्ज कराई, और कभी खुशी के पैसे वापस मांगने की गुहार लगाई, तो कभी खुद को खुशबू से शादी करने की अपील की।
प्रदीप की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही थी, क्योंकि वह न केवल पैसे से हाथ धो चुका था, बल्कि उसकी शादी की उम्मीदें भी धुंधली हो गई थीं। इस मामले ने न केवल उसकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित किया, बल्कि उसके परिवार पर भी इसका गहरा असर पड़ा।
महिला का अब तक कोई सुराग नहीं
प्रदीप के लिए यह मामला अब एक व्यक्तिगत संघर्ष बन गया है। पुलिस ने मामले की जांच जारी रखी है, लेकिन अब तक खुशबू देवी का कोई पता नहीं चल पाया है। पुलिस की जांच का दायरा बढ़ाया गया है, लेकिन अभी तक इस महिला के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। जांच एजेंसियां महिला के पिछले रिकॉर्ड और उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि वह जल्द से जल्द पकड़ में आ सके।
धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ोतरी
यह मामला केवल प्रदीप कुमार तक ही सीमित नहीं है। उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में इसी तरह के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें महिला या पुरुष शादी के नाम पर ठगी कर रहे हैं। प्रदीप कुमार के मामले में जहां एक महिला ने शादी के नाम पर धोखा दिया, वहीं उत्तर प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं।
हाथरस जिले में भी हुई थी धोखाधड़ी
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भी एक ऐसी ही घटना सामने आई है, जिसमें भाई-बहन ने आपस में शादी कर ली। यह धोखाधड़ी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत की गई थी। इस योजना के तहत सरकार द्वारा नवविवाहित जोड़ों को आर्थिक सहायता दी जाती है। जैसे कि बैंक ट्रांसफर के रूप में 35,000 रुपये, 10,000 रुपये की सामग्री, और शादी के खर्च के लिए 6,000 रुपये दिए जाते हैं। यह धोखाधड़ी तब सामने आई, जब स्थानीय निवासियों ने इसकी शिकायत की और एसडीएम ने जांच का आदेश दिया।
इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि क्या शादी के नाम पर ठगी को रोकने के लिए सरकार द्वारा कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं या नहीं। इन घटनाओं से यह भी संकेत मिलता है कि लोग शादी के नाम पर ठगी के शिकार हो रहे हैं और ऐसे मामलों में अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।