Uttarakhand

DEHRADUN में दर्दनाक हादसा, घायल युवक सिद्धेश की हालत में धीरे-धीरे सुधार

बीते सप्ताह देहरादून में एक दर्दनाक कार हादसा हुआ, जिसमें छह युवकों की जान चली गई। हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही पांच युवकों की मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ। इस दुर्घटना में बचने वाले युवक का नाम सिद्धेश है, जिसे बुरी तरह से चोटें आई हैं। हादसे के बाद उसे तत्काल सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और अब उसकी स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हालांकि, उसके चेहरे पर गंभीर चोटें आई हैं और उसकी कई हड्डियां टूटी हुई हैं।

सिद्धेश की हालत में सुधार, लेकिन बोलने में असमर्थ

सिनर्जी अस्पताल के एमडी कमल गर्ग ने बताया कि सिद्धेश की हालत में अब सुधार दिख रहा है। वह डॉक्टरों द्वारा की जा रही निगरानी में है, और जरूरी सर्जरी भी की जा चुकी हैं। हालांकि, सिद्धेश बोलने में असमर्थ है, लेकिन वह बातों को समझता है और उनकी प्रतिक्रिया आंखों से करता है। डॉक्टरों की टीम लगातार उसकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

सिद्धेश के चेहरे और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर गहरे घाव हैं, और उसकी स्थिति गंभीर थी, लेकिन अब वह होश में है और इलाज के बाद उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

परिवार की चौंकाने वाली प्रतिक्रिया

हादसे के बाद सिद्धेश का परिवार जयपुर में एक शादी में शामिल होने गया हुआ था। घर पर कोई नहीं था, इसलिए सिद्धेश ने अपने दोस्तों को पार्टी के लिए बुलाया था। हालांकि, पार्टी के बाद ये सभी दोस्त कहां जा रहे थे, इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। हादसे की खबर मिलने के बाद सिद्धेश का परिवार भी रास्ते से ही लौट आया। उन्हें यह दुखद खबर हाथरस पहुंचने पर मिली थी।

सिद्धेश ने अपने घर पर ही पार्टी रखी थी और एक कार से परिवार जयपुर गया था, जबकि दूसरी कार घर पर ही खड़ी थी। इसके बावजूद, पार्टी में शामिल अन्य दोस्त अपनी नई कार से सिद्धेश के घर पहुंचे थे, और बाद में कार में सवार होकर वे शहर में घूमने निकल पड़े। यह घटना उस समय हुई जब ये सभी दोस्त किसी अज्ञात जगह पर जाने की योजना बना रहे थे।

हादसे के बाद उठ रहे सवाल

हादसे के कारण को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दुर्घटना उस समय घटी जब कार बल्लूपुर के रास्ते कौलागढ़ की ओर जा रही थी। रास्ते में एक जगह नव्या का घर भी पड़ता है, जो तिलक रोड पर स्थित है, और इस जगह से थोड़ी ही दूर पर कुणाल के मामा का घर भी है। हादसा जिस स्थान पर हुआ, वहां से बहुत पास ही कुणाल के मामा का घर था, और कुणाल यहीं रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा था।

इसके अलावा, यह भी ज्ञात हुआ है कि ब्रेक पैडल के नीचे एक पानी की बोतल फंसी हुई थी, जिसे लेकर यह आशंका जताई जा रही है कि ब्रेक न लगने के कारण यह दुर्घटना हुई। दूसरी संभावना यह भी है कि चालक की रफ्तार बहुत तेज थी, और उसे अंदाजा नहीं था कि कार कंटेनर से टकरा सकती है। इससे कार का नियंत्रण खो गया, और यही वजह बनी दुर्घटना की।

हादसे के बाद की प्रतिक्रिया

इस हादसे के बाद कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने घायल युवक सिद्धेश की मदद की। दुर्घटना के बाद एसएसपी अजय सिंह ने एक ऐसे युवक दीपक पांडेय को सम्मानित किया, जिन्होंने घायल सिद्धेश की मदद के लिए तुरंत कार्रवाई की।

दीपक पांडेय, जो कि देहराखास गढ़ी कैंट स्थित टीएचडीसी कॉलोनी के निवासी हैं, हादसे के वक्त अस्पताल की ओर जा रहे थे। उन्होंने देखा कि सिद्धेश की सांसें चल रही थीं और वह बुरी तरह घायल था। दीपक ने तुरंत पुलिस की मदद से घायल युवक को सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी स्थिति में सुधार आ रहा है।

एसएसपी अजय सिंह ने दीपक पांडेय से इस घटना के बारे में जानकारी ली और उनके साहसिक कार्य की सराहना करते हुए उन्हें स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। दीपक की इस त्वरित और साहसी प्रतिक्रिया ने सिद्धेश की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

हादसे के कारणों की जांच जारी

पुलिस और दुर्घटना जांच टीम ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों से भी बयान लिए हैं और कार के क्षतिग्रस्त हिस्सों का निरीक्षण किया है। ब्रेक पैडल के नीचे फंसी बोतल और रफ्तार से जुड़े पहलुओं की जांच की जा रही है।

इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की महत्वपूर्णता को उजागर किया है, और यह सवाल खड़ा किया है कि क्या तेज रफ्तार और लापरवाही से चलाना कितना खतरनाक हो सकता है। हादसे के बाद, स्थानीय प्रशासन ने सड़क पर सुरक्षा के उपायों को और सख्त करने की योजना बनाई है।

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