Uttarakhand

HARIDWAR : अखिलेश यादव ने गंगा की स्वच्छता को लेकर CM धामी पर साधा निशाना ,भाजपा के नेता गंगा की गंदगी के जिम्मेदार

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को उत्तराखंड के विकास और गंगा की स्वच्छता को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने गंगा की गंदगी और उत्तराखंड में हो रहे विकास कार्यों की गति पर सवाल उठाते हुए भाजपा को कटघरे में खड़ा किया। साथ ही, उन्होंने भाजपा नेताओं की नकारात्मक राजनीति की भी आलोचना की और उत्तराखंड में राज्य के विकास को लेकर अपनी पार्टी की भूमिका को स्पष्ट किया।

गंगा की स्वच्छता पर भाजपा को घेरा

अखिलेश यादव ने गंगा की स्वच्छता के मुद्दे पर भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा, “मां गंगा के नाम की कसम खाने वाले भाजपा के नेता आज गंगा की गंदगी के जिम्मेदार हैं।” उन्होंने आगे कहा कि आज कोई भी भाजपा का नेता नाले और सीवर से दूषित हो रही गंगा का आचमन नहीं कर सकता है। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से सवाल पूछा कि जब गंगा की स्वच्छता को लेकर इतने बड़े दावे किए गए थे, तो आज गंगा के पानी की हालत क्यों इतनी खराब है।

अखिलेश ने गंगा की सफाई और संरक्षण को लेकर भाजपा सरकार के वादों को याद करते हुए कहा, “भा.ज.पा. के नेता गंगा के नाम पर राजनीति करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि गंगा में हर रोज़ गंदगी बढ़ती जा रही है।” उन्होंने कहा कि जब उनकी पार्टी सत्ता में थी, तब गंगा को स्वच्छ रखने के लिए ठोस कदम उठाए गए थे, लेकिन अब भाजपा सरकार ने इस दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं किए हैं।

उत्तराखंड के विकास पर सवाल

उत्तराखंड के विकास पर भी अखिलेश यादव ने सवाल उठाए और भाजपा सरकार को विकास कार्यों की धीमी गति के लिए दोषी ठहराया। उन्होंने कहा, “मैंने अपने कार्यकाल में हल्द्वानी के लिए फोरलेन बनाई थी, लेकिन भाजपा सरकार आज तक उस हाईवे के हिस्से को नहीं बना सकी जो उनके हिस्से में आता है।” उनका कहना था कि भाजपा सरकार को अपने वादों को पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम रही है, खासकर विकास कार्यों में।

अखिलेश ने उत्तराखंड में भाजपा के शासन को नकारात्मक बताते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकताएं और योजनाएं पूरी तरह से विफल हो चुकी हैं। उन्होंने उत्तराखंड के औद्योगिक विकास को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। उनका कहना था कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद यहां के उद्योगों का विस्तार होना चाहिए था, लेकिन इसके विपरीत पंतनगर और हरिद्वार की सब-इंडस्ट्री खत्म होती चली गई। “उत्तराखंड का निर्माण जिस उद्देश्य से किया गया था—यहां के लोगों को खुशहाली देना, रोजगार बढ़ाना और कारोबार को बढ़ावा देना—वह लक्ष्य अब तक पूरा नहीं हो सका,” अखिलेश ने कहा।

भाजपा के लिए उपचुनावों में हार की भविष्यवाणी

अखिलेश यादव ने आगामी यूपी विधानसभा उपचुनावों में भाजपा की हार को लेकर दावा किया और कहा, “भा.ज.पा. इस बार 100 फीसदी हारने वाली है।” उन्होंने पार्टी के अग्निवीर योजना के खिलाफ उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के युवाओं से विरोध करने की अपील की। उनका कहना था कि यह योजना फौजियों को सम्मान देने वाली नहीं, बल्कि उनका सम्मान छीनने वाली योजना है। “यह योजना भारतीय सेना के जांबाज सैनिकों के खिलाफ है, और युवाओं को इससे विरोध करना चाहिए,” उन्होंने कहा।

अखिलेश ने यह भी कहा कि जीएसटी को व्यापार को आसान बनाने के लिए लागू किया गया था, लेकिन भाजपा ने इसे इतना जटिल बना दिया है कि अब छोटे व्यापारियों के लिए इससे निपटना कठिन हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जीएसटी के माध्यम से भाजपा के खास लोगों को ज्यादा मुनाफा हो रहा है, जबकि आम व्यापारियों को इससे कोई फायदा नहीं मिल रहा है। “महंगाई बढ़ने का मुख्य कारण भाजपा की मुनाफाखोरी और चंदा वसूली है,” अखिलेश ने कहा।

भाजपा की नकारात्मक राजनीति पर निशाना

अखिलेश यादव ने भाजपा के “बंटोगे तो कटोगे” नारे पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह नारा भाजपा की नकारात्मक राजनीति का प्रतीक है, जो जनता को बांटने की कोशिश करता है। उन्होंने बताया कि भाजपा में भी इस नारे का विरोध हो रहा है, और कई नेता इसके खिलाफ हैं। अखिलेश ने इस नारे को गलत और समाज को बांटने वाला बताया और भाजपा को इसकी समीक्षा करने की सलाह दी।

साथ ही, उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अगर भाजपा को यह नारा इतना प्रिय है तो वह उत्तराखंड के नेताओं को बुलाकर इसे ठीक करवा सकते हैं। अखिलेश ने उत्तराखंड राज्य के गठन के समय की बात करते हुए कहा कि उस समय नेताजी मुलायम सिंह यादव ने यहां के विकास के लिए विशेष पैकेज देने की मांग की थी। उनका कहना था कि उस समय उत्तराखंड में औद्योगिक विकास हुआ था, लेकिन अब वह गति धीमी पड़ गई है।

उत्तराखंड की दिशा और विकास

अखिलेश यादव ने उत्तराखंड में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन की दिशा पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उनका कहना था कि जब उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ था, तो यहां के लोगों को खुशहाल बनाने के लिए औद्योगिक विकास, रोजगार और कारोबार बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाई गई थीं, लेकिन ये लक्ष्य अब तक अधूरे हैं। उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार के शासन में इन उद्देश्यों को पूरा करने में पूरी तरह से विफल रही है।

साथ ही, अखिलेश ने उत्तराखंड में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की भूमिका पर भी विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने अपने औद्योगिक क्षेत्र में विकास को बढ़ावा दिया है और उत्तराखंड को भी इसी दिशा में काम करना चाहिए।

निष्कर्ष

अखिलेश यादव ने उत्तराखंड और गंगा की स्वच्छता से लेकर भाजपा के विकास कार्यों और नकारात्मक राजनीति तक कई मुद्दों पर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने गंगा की गंदगी, रोजगार के अवसरों की कमी और भाजपा की मुनाफाखोरी को लेकर सरकार की आलोचना की। साथ ही, उन्होंने उत्तराखंड के विकास की धीमी गति पर भी सवाल उठाए और भाजपा को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी। उनके बयान यह स्पष्ट करते हैं कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में समाजवादी पार्टी आगामी चुनावों में भाजपा को चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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