Uttarakhand

UTTARAKHAND : 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी को लेकर 24 नवंबर को महत्वपूर्ण बैठक

भारत में खेलों के महाकुंभ के रूप में माने जाने वाले राष्ट्रीय खेलों के 38वें संस्करण के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। अब आगामी 24 नवंबर को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) और गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी (GTC) के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें उत्तराखंड में हो रहे राष्ट्रीय खेलों के लिए की गई तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक के बाद जीटीसीसी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को भारतीय ओलंपिक संघ के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, जो उत्तराखंड में आयोजित होने वाले इस भव्य आयोजन के अंतिम तैयारियों का मार्गदर्शन करेगा।

GTC की उत्तराखंड दौरे की रिपोर्ट

हाल ही में, जीटीसीसी ने 16 से 18 नवंबर तक उत्तराखंड के विभिन्न शहरों का दौरा किया था, जिसमें देहरादून, हरिद्वार, शिवपुरी, हल्द्वानी, टिहरी और रुद्रपुर जैसे प्रमुख स्थल शामिल थे। इस दौरे में जीटीसीसी के अधिकारियों ने प्रस्तावित खेल स्टेडियम, मल्टीपर्पज हॉल, वॉटर स्पोर्ट्स स्थानों और अन्य संबंधित सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान कमेटी ने इन स्थानों के बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और आयोजन की संभावना का मूल्यांकन किया। विशेष बात यह थी कि जीटीसीसी के सदस्य सड़क मार्ग के अलावा हेलिकॉप्टर के माध्यम से इन स्थलों पर पहुंचे, जिससे उनकी यात्रा की तीव्रता और महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है।

इस निरीक्षण के बाद अब यह आशा जताई जा रही है कि जीटीसीसी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट भारतीय ओलंपिक संघ के समक्ष 24 नवंबर को पेश की जाएगी। इस रिपोर्ट में उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयारियों की स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी और यह तय किया जाएगा कि कौन से स्थान और सुविधाएं अंतिम रूप से मान्य होंगी। इसके आधार पर राज्य का खेल निदेशालय अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे सकेगा और आयोजन की सफलता के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।

रिपोर्ट की महत्वता और अगले कदम

जीटीसीसी की रिपोर्ट भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के समक्ष प्रस्तुत किए जाने के बाद ही, खेलों के आयोजन स्थलों को अंतिम रूप से मंजूरी मिल सकेगी। रिपोर्ट के आधार पर, राज्य सरकार को आवश्यक संसाधन और प्रबंधनों को सुनिश्चित करने का मार्गदर्शन मिलेगा। इसके बाद, खेल निदेशालय अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देगा और आयोजन स्थल के सुधार कार्यों पर ध्यान देगा, ताकि हर पहलू पर ध्यान दिया जा सके और खिलाड़ियों, अधिकारियों, और दर्शकों को एक बेहतरीन अनुभव मिल सके।

विशेष प्रमुख सचिव, अमित सिन्हा ने इस बैठक की सूचना की पुष्टि की है और बताया है कि 24 नवंबर को भारतीय ओलंपिक संघ के साथ इस अहम बैठक का आयोजन होगा, जिसमें खेलों के आयोजन के लिए अंतिम दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।

खेलों के आयोजकों के लिए महत्वपूर्ण समय

इस बैठक से पहले, राष्ट्रीय खेलों के लिए डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (डीओसी) के चयन की प्रक्रिया भी चल रही है। अब तक कुल 23 डीओसी नियुक्त किए जा चुके हैं, और हाल ही में तीन और डीओसी की नियुक्ति की गई है। ये डायरेक्टर्स खेलों की प्रतिस्पर्धाओं के संचालन और आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका कार्य संबंधित खेलों की राष्ट्रीय फेडरेशन द्वारा किया जाता है, और वे प्रतिस्पर्धाओं के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करते हैं।

अब तक 34 विभिन्न खेलों के लिए डीओसी का चयन किया जाना है, जो कि खेलों के सफल आयोजन के लिए एक अत्यधिक जरूरी कदम है। इन नियुक्तियों से आयोजकों को प्रत्येक खेल के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन मिलेगा और आयोजन को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी।

रुद्रपुर में विशेष प्रमुख सचिव का दौरा

खेलों की तैयारियों के मद्देनजर, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा 22 नवंबर को रुद्रपुर का दौरा करेंगे। इस दौरे में वे रुद्रपुर में खेलों के आयोजन स्थल का निरीक्षण करेंगे और वहां की तैयारियों का जायजा लेंगे। यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि रुद्रपुर में कई खेलों के आयोजन की योजना है और यहां की तैयारियां राष्ट्रीय खेलों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली हैं।

राज्य सरकार का समर्पण

उत्तराखंड सरकार ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार खेलों के आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से समर्पित है। राज्य के खेल निदेशालय ने भी यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं कि सभी स्थल समय पर तैयार हो जाएं और खेलों की सभी आवश्यकताएं पूरी की जा सकें।

अभियान के तहत, राज्य के खेल विभाग ने हर एक खेल के आयोजन स्थल की बुनियादी संरचनाओं, सुविधाओं, और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया है। इसके साथ ही, राज्य में खेलकूद की लोकप्रियता और खिलाड़ियों के उत्साह को देखते हुए, आयोजन को भव्य बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जा रहे हैं। यह आयोजन न केवल खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा अवसर होगा, बल्कि उत्तराखंड के खेल क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा।

निष्कर्ष

38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए उत्तराखंड की तैयारियों को लेकर जीटीसीसी और भारतीय ओलंपिक संघ के बीच आगामी 24 नवंबर को होने वाली बैठक महत्वपूर्ण होगी। इस बैठक में जीटीसीसी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर खेलों के आयोजन स्थल की अंतिम मंजूरी दी जाएगी और खेल निदेशालय अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में सक्षम होगा। इसके साथ ही, डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (डीओसी) के नियुक्ति की प्रक्रिया भी जारी है, जो आयोजन की सफलता में अहम भूमिका निभाएगी।

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