DEHRADUN ओएनजीसी चौक पर हुए हादसे के 10 दिन बाद कंटेनर चालक गिरफ्तार
ओएनजीसी चौक पर 11 और 12 नवंबर की रात हुए दर्दनाक हादसे के बाद पुलिस ने 10 दिन बाद कंटेनर चालक को गिरफ्तार कर लिया है। इस हादसे में छह युवकों की मौत हो गई थी और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था। चालक ने हादसे के बाद मौके से फरार होते हुए कंटेनर की नंबर प्लेट भी उखाड़ ली थी, जिससे मामले में जांच में काफी मुश्किलें आईं। अब, पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया है और शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ओएनजीसी चौक पर हुआ हादसा
हादसा 11 और 12 नवंबर की रात करीब डेढ़ बजे ओएनजीसी चौक पर हुआ था। उस रात तेज रफ्तार से आ रही एक कार चौराहा पार कर रहे कंटेनर से टकरा गई। इस भीषण टक्कर में छह दोस्त मौके पर ही अपनी जान गंवा बैठे, जबकि एक अन्य युवक, सिद्धेश, गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए सिनर्जी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
घटना के तुरंत बाद सिद्धेश के पिता ने कंटेनर चालक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि चालक मौके से फरार हो गया और दुर्घटना के बाद कंटेनर से नंबर प्लेट भी हटा ली थी, जिससे पहचान में काफी मुश्किलें आ रही थीं।
चालक ने हादसे के बाद नंबर प्लेट हटाई और भाग गया
हादसे के बाद कंटेनर चालक ने बिखरी हुई लाशों को देखकर घबराकर मौके से भागने का निर्णय लिया। उसने न केवल मौके से फरार होने के लिए अपने वाहन की नंबर प्लेट हटा दी, बल्कि अपनी पहचान छिपाने के लिए फोन भी बंद कर दिया। पुलिस की शुरुआत में जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि कंटेनर की नंबर प्लेट गायब थी, जिससे पुलिस के लिए जांच करना कठिन हो गया था।
लेकिन, पुलिस और परिवहन विभाग ने जांच को और भी गहरा किया। उनकी मेहनत रंग लाई और कंटेनर की रजिस्ट्रेशन जानकारी का पता चला। कंटेनर गुरुग्राम की वीआरसी लॉजिस्टिक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड था। हालांकि, इस कंपनी ने 2015 में कंटेनर को सहारनपुर निवासी नरेश गौतम को बेच दिया था। नरेश ने इसे अपने नाम पर रजिस्टर नहीं कराया, बल्कि इस कंटेनर को मेरठ निवासी अभिषेक चौधरी को किराए पर दे दिया था, जो इसे इस साल अक्टूबर में देहरादून लेकर आया था और ट्रांसपोर्ट नगर में खड़ा कर दिया था।
पुलिस की कार्रवाई और चालक की गिरफ्तारी
पुलिस ने घटना के 10 दिन बाद कंटेनर चालक को गिरफ्तार कर लिया। चालक का नाम रामकुमार उर्फ रामू है, जो सहारनपुर जिले के इस्माइलपुर, बिहारीगढ़ का निवासी है। रामकुमार उस रात कंटेनर लेकर कौलागढ़ जा रहा था, जिसमें एक हॉरिज़ोंटल ड्रिलिंग मशीन लोड थी।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया, “रामकुमार को गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि उसने बिना सूचना दिए मौके से भागने का प्रयास किया और पहचान छुपाने के उद्देश्य से कंटेनर की नंबर प्लेट हटा दी थी। वह साक्ष्यों को छुपाने की कोशिश कर रहा था, जिसके कारण उसे गिरफ्तार किया गया है।”
घायल युवक सिद्धेश की हालत में सुधार
इस हादसे में घायल हुए सिद्धेश की हालत में अब सुधार देखा जा रहा है। वह सिनर्जी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं और धीरे-धीरे उनकी स्थिति स्थिर हो रही है। सिद्धेश के पिता ने कहा कि उनका बेटा जल्द ही ठीक हो जाएगा, लेकिन इस हादसे में उनके दोस्तों की मौत का दुख उन्हें हमेशा रहेगा।
पुलिस ने कहा कि घटना के दौरान सिद्धेश जैसे अन्य युवकों को बचाने के लिए वे जल्द ही नए सुरक्षा उपायों पर भी विचार करेंगे। हादसे की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अब सख्ती से जांच कर रही है, ताकि ऐसे मामलों में भविष्य में लापरवाही न हो।
कानूनी कार्रवाई और पुलिस जांच
घटना के बाद, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी थी। रामकुमार की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश करने की योजना बनाई है। पुलिस का कहना है कि यह गिरफ्तारी घटना में शामिल अन्य व्यक्तियों के खिलाफ आगे की जांच में मदद करेगी।
इसके अलावा, पुलिस ने यह भी बताया कि कंटेनर और ड्राइवर के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ड्राइवर ने वाहन की सभी सही कागजी कार्रवाई की थी या नहीं। मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि घटना में किसी और की लापरवाही तो नहीं थी।
परिवहन विभाग की भूमिका
इस दुर्घटना के बाद परिवहन विभाग भी अपनी भूमिका को लेकर सक्रिय हो गया है। विभाग ने कहा कि वे ट्रकों और कंटेनरों की जांच करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन वाहनों का सही तरीके से पंजीकरण हुआ है और वे सड़क सुरक्षा मानकों का पालन कर रहे हैं। विभाग ने यह भी कहा कि अब से सड़क सुरक्षा को लेकर और अधिक सख्ती बरती जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
हादसे के बाद की स्थिति
यह हादसा देहरादून में एक बड़े हादसे के रूप में सामने आया है, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। छह युवकों की मौत और एक युवक की गंभीर हालत ने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है। हादसे के बाद से ही लोग सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक हो रहे हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाए।
स्थानीय निवासियों और पीड़ित परिवारों ने पुलिस और प्रशासन से यह उम्मीद जताई है कि जल्द ही न्याय मिलेगा। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।