Uttarakhand

देहरादून में संविधान दिवस के मौके पर आयोजित हुई ऐतिहासिक पद यात्रा

देहरादून: उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने संविधान दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया। पवेलियन ग्राउंड से प्रारंभ हुई यह पद यात्रा देहरादून के ऐतिहासिक घंटा घर स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पार्क तक गई। जहां मंत्री रेखा आर्या ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान मंत्री ने संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए युवा पीढ़ी से संविधान के महत्व को समझने और उसे अपनाने का आह्वान किया।

संविधान दिवस के महत्व पर मंत्री रेखा आर्या का सम्बोधन

संविधान दिवस के इस विशेष अवसर पर अपने सम्बोधन में मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि संविधान दिवस भारत वर्ष के लिए एक गौरवपूर्ण दिन है। यह दिन भारतीय लोकतंत्र के आधार स्तंभ, भारतीय संविधान को मान्यता देने का प्रतीक है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने भाजपा सरकार के तहत संविधान दिवस को एक आधिकारिक दिवस घोषित किया और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को उनके ऐतिहासिक योगदान के लिए सम्मानित किया।

मंत्री रेखा आर्या ने अपने संबोधन में कहा, “आज हम जिस संविधान का पालन करते हैं, वह बाबा साहब अंबेडकर द्वारा तैयार किया गया था। यह संविधान न केवल हमारे देश की विविधताओं को एकता के सूत्र में बांधता है, बल्कि यह हमें समानता और न्याय का अधिकार भी प्रदान करता है।”

पद यात्रा का उद्देश्य और श्रद्धांजलि

पद यात्रा की शुरुआत पवेलियन ग्राउंड से हुई, जहां रेखा आर्या और अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बाबा साहब अंबेडकर पार्क की ओर रुख किया। जैसे ही वे बाबा साहब की प्रतिमा के पास पहुंचे, मंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और संविधान के प्रति अपने दृढ़ संकल्प का पुनः विश्वास व्यक्त किया।

रेखा आर्या ने कहा, “बाबा साहब का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने न केवल खुद को उच्चतम स्तर तक पहुँचाया, बल्कि भारतीय समाज को भी न्याय, समानता और अधिकारों का एक मजबूत आधार दिया।”

संविधान और युवा पीढ़ी की भूमिका

कार्यक्रम के दौरान मंत्री रेखा आर्या ने उपस्थित युवा वर्ग को संविधान की शपथ दिलाई और उन्हें संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझाया। उन्होंने युवा पीढ़ी से अपील की कि वे देश और राज्य की प्रगति में सक्रिय रूप से भाग लें और संविधान के नियमों का पालन करते हुए समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएं।

“संविधान का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है। यदि हम संविधान को समझते हैं और उसका पालन करते हैं, तो न केवल हम अपने अधिकारों का सदुपयोग करेंगे, बल्कि देश की प्रगति में भी योगदान देंगे,” मंत्री रेखा आर्या ने कहा।

बाबा साहब के जीवन और संघर्षों की सराहना

मंत्री रेखा आर्या ने अपने संबोधन में बाबा साहब के जीवन के संघर्षों का जिक्र करते हुए कहा, “बाबा साहब अंबेडकर का जीवन एक प्रेरणा है। उन्होंने न केवल अपनी कठिनाइयों को चुनौती दी, बल्कि समाज के सबसे निचले वर्ग के लिए भी आवाज उठाई। उनके द्वारा रचित संविधान आज हमारे देश का मार्गदर्शक है।”

उन्होंने बताया कि बाबा साहब ने जो अमानवीय व्यवहार सहा, उसके बावजूद उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और ज्ञान को अपनी शक्ति बनाकर संविधान का निर्माण किया। मंत्री ने यह भी कहा कि बाबा साहब ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा और ज्ञान ही मनुष्य को ऊँचाइयों तक पहुंचा सकते हैं, चाहे उसके रास्ते में कितनी भी कठिनाइयां क्यों न आएं।

युवा पीढ़ी को प्रेरित करना

मंत्री ने इस अवसर पर युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने की कोशिश की और कहा, “बाबा साहब के जीवन से हमें यह सीखना चाहिए कि अगर हम किसी उद्देश्य के प्रति समर्पित हों और कठिन मेहनत करें, तो किसी भी संघर्ष पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।”

उन्होंने युवाओं से यह भी कहा कि वे समाज में समानता, भाईचारे और एकता की भावना को बढ़ावा दें। “हमारी युवा पीढ़ी को यह समझना चाहिए कि हमारे अधिकारों की रक्षा और हमारे कर्तव्यों का पालन केवल संविधान के अनुसार ही किया जा सकता है,” उन्होंने जोर देकर कहा।

संविधान के प्रति जिम्मेदारी और आह्वान

रेखा आर्या ने अपने भाषण में कहा, “अगर भारत को तरक्की और विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है, तो हमें सभी को संविधान के अनुरूप कार्य करना होगा। यही संविधान हमें एकता, समानता, और भाईचारे की भावना से जोड़ता है। यह हमें हमारे कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति जागरूक करता है। यदि हम संविधान से जुड़े रहकर कार्य करेंगे तो न केवल हमारा देश आगे बढ़ेगा, बल्कि यह हमेशा अखंड और संप्रभु बना रहेगा।”

उन्होंने इस अवसर पर नागरिकों से संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने की अपील की और कहा कि यदि हम सभी मिलकर संविधान का पालन करेंगे तो भारत के संप्रभुता की रक्षा सुनिश्चित होगी।

कार्यक्रम में अन्य प्रमुख उपस्थितगण

इस कार्यक्रम में मंत्री रेखा आर्या के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। खेल सचिव अमित सिन्हा, युवा कल्याण निदेशक प्रशांत आर्य, और विभाग के अन्य आला अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे। साथ ही, कार्यक्रम में कई बच्चे, समाजसेवी और नागरिक भी उपस्थित थे।

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