पंजाब सरकार ने गन्ने के राज्य समर्थन मूल्य में 10 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा
पंजाब सरकार ने कृषि और किसान कल्याण विभाग के माध्यम से गन्ने के राज्य समर्थन मूल्य में 10 रुपये की वृद्धि का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस वृद्धि के साथ, गन्ने का समर्थन मूल्य अब 291 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 401 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। यह फैसला 2024-25 के गन्ने के पिराई सीजन के लिए लागू होगा, जिससे राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा।
गन्ने की विभिन्न किस्मों के लिए बढ़े हुए समर्थन मूल्य की घोषणा की गई है, जिसमें सी-बीपीओ95, 96, 92, सी-ओ.15023, सी-ओ118, सी-जेओ85, सी-जेओ64 जैसी प्रमुख किस्मों के लिए नया मूल्य निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही, भारत सरकार द्वारा अधिसूचित कुछ अन्य गन्ना किस्मों के लिए भी समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है।
15 जनवरी से लागू होगा नया समर्थन मूल्य
इस बढ़ोतरी के अनुसार, पंजाब सरकार ने गन्ने की कुछ विशेष किस्मों के लिए समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 401 रुपये प्रति क्विंटल करने का निर्णय लिया है। वहीं, भारत सरकार द्वारा पिछले साल अधिसूचित की गई गन्ना किस्मों, जैसे सी-बीपीओ98, सी-बीपीओ93, 94, 91, सी-ओ0238, सी-जेओ88 के लिए 391 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया था। इस समर्थन मूल्य में भी 15 जनवरी से संशोधन किया जाएगा, और नए मूल्य को लागू किया जाएगा।
यह समर्थन मूल्य राज्य सरकार द्वारा किसानों को बेहतर मूल्य सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित किया गया है, ताकि गन्ना उत्पादकों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके और उनकी आय में वृद्धि हो सके। 15 जनवरी 2025 से यह संशोधित मूल्य इन गन्ना किस्मों पर लागू होगा, जिससे किसानों को आगामी पिराई सीजन में अधिक लाभ मिल सकेगा।
निजी चीनी मिलों के लिए विशेष निर्देश
पंजाब सरकार ने इस बात की भी जानकारी दी कि निजी चीनी मिलों के लिए गन्ने के समर्थन मूल्य में वृद्धि को लागू किया जाएगा। पिछली बार और इस बार की गन्ना किस्मों के लिए क्रमशः 391 और 401 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। हालांकि, निजी मिलों की तरफ से इस समर्थन मूल्य पर किसानों को भुगतान करने में थोड़ी देरी हो सकती है।
पंजाब सरकार ने बताया कि निजी मिलों की तरफ से गन्ने की पिछली किस्मों और वर्तमान किस्मों के लिए क्रमवार 329.50 रुपये और 339.50 रुपये प्रति क्विंटल की राशि जारी की जाएगी। बाकी की राशि, यानी 61.50 रुपये प्रति क्विंटल, सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में किसानों के खातों में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। यह सब्सिडी राशि तब जारी की जाएगी, जब निजी मिलें अपनी अदायगी पूरी कर लेंगी। इस कदम से किसानों को बेहतर वित्तीय मदद मिल सकेगी और उन्हें समय पर उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सकेगा।
गन्ना किसानों के लिए बढ़ी राहत
पंजाब सरकार द्वारा गन्ने के समर्थन मूल्य में वृद्धि से राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को राहत मिलेगी। गन्ने की खेती एक मुख्य कृषि गतिविधि है, जो पंजाब के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर होती है। गन्ना किसानों के लिए यह निर्णय बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि गन्ने की खेती को बढ़ावा मिलेगा।
विभिन्न गन्ना किस्मों के समर्थन मूल्य में वृद्धि से यह भी सुनिश्चित होगा कि किसान अपने उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उनके आर्थिक हालात में सुधार होगा। किसानों को सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी और बढ़े हुए समर्थन मूल्य के रूप में राहत मिलने से वे अपनी कृषि गतिविधियों को बेहतर तरीके से चला सकेंगे और नई तकनीकों को अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित होंगे।
कृषि क्षेत्र में सरकार की पहल
पंजाब सरकार की यह पहल कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक और कदम है। राज्य सरकार ने हमेशा कृषि उत्पादकता और किसानों की बेहतरी के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। गन्ने के राज्य समर्थन मूल्य में वृद्धि को भी एक अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो किसानों के हित में है। इसके अतिरिक्त, सरकार गन्ना उत्पादकों को अन्य कृषि उन्नति की योजनाओं के तहत भी सहायता प्रदान करती रही है।
इस वृद्धि का मुख्य उद्देश्य गन्ना किसानों को पर्याप्त और संतोषजनक मूल्य देना है, ताकि वे अपनी खेती में और निवेश कर सकें। गन्ने की खेती में लागत अधिक होने के कारण किसानों के लिए यह राशि महत्वपूर्ण होगी, जिससे वे अपनी मेहनत का उचित मूल्य प्राप्त कर सकेंगे।