देवेंद्र फडणवीस होंगे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री, संशय के बादल छंटे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद को लेकर उठ रहे संशय के बादल अब पूरी तरह से छंट चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है और अब उनके मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। भाजपा ने बुधवार को अपनी विधायक दल की बैठक में फडणवीस को पार्टी का नेता चुन लिया। इस बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में मौजूद थे। इसके बाद यह पुष्टि हो गई कि 5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
विधायकों और कार्यकर्ताओं का आभार जताया
विधायक दल के नेता के रूप में चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं का आभार जताया। उन्होंने राज्य की जनता का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जनादेश दिया। फडणवीस ने अपने संबोधन में कहा, “यह हम सभी की सामूहिक जीत है और मैं राज्य की जनता का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमें अपना आशीर्वाद दिया।”
फडणवीस ने अपने अनुभव और नेतृत्व का हवाला देते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता राज्य के विकास को गति देना और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। उनका यह बयान महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में नए बदलावों की शुरुआत को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री पद को लेकर स्थिति स्पष्ट
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के परिणाम 23 नवंबर को घोषित हुए थे, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। भाजपा के नेतृत्व में महायुति गठबंधन को विधानसभा में स्पष्ट बहुमत मिला था, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर गठबंधन के भीतर कुछ मतभेद थे। इस अनिश्चितता के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे, जो राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं, ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा था कि वे भाजपा नेतृत्व का निर्णय मानेंगे। हालांकि, शिंदे ने यह भी दावा किया था कि राज्य की जनता उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे अचानक से अपने गृहनगर सतारा चले गए थे, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में अटकलों का दौर शुरू हो गया था। इस पूरी प्रक्रिया ने मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस की स्थिति बनाए रखी थी। लेकिन अब, फडणवीस को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद यह संशय पूरी तरह से समाप्त हो गया है और उनकी मुख्यमंत्री पद पर शपथ लेने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
मुख्यमंत्री के साथ दो डिप्टी सीएम भी शपथ ले सकते हैं
महाराष्ट्र भाजपा के नेता सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि महायुति गठबंधन के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज शाम को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलने जाएगा और सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। इस बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके अलावा, इस शपथ ग्रहण समारोह में दो डिप्टी सीएम के शपथ लेने की संभावना भी जताई जा रही है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार और शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता एकनाथ शिंदे के साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। अगर यह बात सच साबित होती है, तो यह महायुति गठबंधन में अहम राजनीतिक समीकरण का संकेत होगा। इससे यह भी साफ होगा कि भाजपा अपनी राजनीतिक स्थिति को और मजबूत करने के लिए अन्य गठबंधन सहयोगियों को भी अहम जिम्मेदारियां देने के पक्ष में है।
भाजपा के भीतर और गठबंधन में विचार-विमर्श का दौर
चुनाव परिणामों के बाद, भाजपा के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही थीं। पार्टी के भीतर यह राय बन रही थी कि मुख्यमंत्री का पद भाजपा के पास ही रहना चाहिए, क्योंकि विधानसभा में भाजपा ने सबसे अधिक सीटें जीती थीं। हालांकि, गठबंधन सहयोगियों की ओर से यह दबाव था कि सत्ता साझेदारी के तहत कुछ अहम पदों पर अन्य दलों के नेताओं को भी जगह दी जाए।
महायुति गठबंधन में शिंदे गुट, अजित पवार और भाजपा के नेताओं के बीच चली लंबी चर्चाओं के बाद यह फैसला लिया गया है कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। शिंदे गुट और अजित पवार को डिप्टी सीएम पद की जिम्मेदारी मिलने की संभावना है, जिससे यह गठबंधन मजबूत होगा और सरकार बनाने में किसी तरह की असमंजस की स्थिति नहीं आएगी।