बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ नया मोर्चा खोला, सीमा पर सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण
भारत के पड़ोसी बांग्लादेश ने हाल ही में भारत के खिलाफ अपनी नीतियों में एक नया मोर्चा खोलते हुए सीमा पर सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण शुरू कर दिया है। उत्तर बंगाल में स्थित चिकन नेक के पास दो स्थानों पर बांग्लादेश ने एयरस्ट्रिप के निर्माण का काम तेज़ी से शुरू कर दिया है। इन एयरस्ट्रिप्स का निर्माण द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था और तब ये स्थान भारत का हिस्सा हुआ करते थे। अब बांग्लादेश की सरकार ने इन स्थानों पर सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, जिससे भारत के साथ सीमा पर तनाव बढ़ सकता है।
बांग्लादेश का सैन्य विस्तार: भारत के लिए बढ़ती चुनौती
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश ने उत्तरी क्षेत्र के ठाकुर गांव और लाल मनीर हाट में एयरस्ट्रिप्स को फिर से नए सिरे से बनाने का काम शुरू किया है। इन स्थानों पर सैन्य गतिविधियों का विस्तार भारत के लिए चिंताजनक हो सकता है, क्योंकि ये क्षेत्र भारत की सीमा से काफी करीब हैं। इस निर्माण से बांग्लादेश के सैन्य बलों की स्थिति को और भी सुदृढ़ किया जा सकता है, जो भारत की सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी हो सकती है।
बांग्लादेश की नई रक्षा खरीदारी: तुर्की से ड्रोन की खरीद
इस बीच, बांग्लादेश ने तुर्की से 10 अत्याधुनिक बायरकतार टीबी-2 किलर ड्रोन भी खरीदे हैं। ये ड्रोन सैन्य निगरानी, हमलों और विभिन्न खुफिया कार्यों के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, छह ड्रोन की डिलीवरी चटगांव में हो चुकी है, जबकि बाकी चार ड्रोन की डिलीवरी जल्द की जाएगी। इस नई सैन्य खरीदारी से बांग्लादेश के सैन्य बलों की ताकत और बढ़ सकती है, और भारत के खिलाफ किसी भी संभावित सैन्य कार्रवाई में यह ड्रोन अहम भूमिका निभा सकते हैं।
बांग्लादेश के अंदर उभरती आतंकी गतिविधियां
बांग्लादेश में बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता और शेख हसीना के शासन से संबंधित घटनाओं के बाद, खुफिया एजेंसियों को इस बात की चिंता है कि बांग्लादेश में आतंकी गतिविधियां फिर से बढ़ सकती हैं। शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश में आतंकवादियों को रिहा किया गया है, जो इस देश के भीतर सुरक्षा की स्थिति को और जटिल बना सकता है।
भारत की खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच के संबंधों में भारत विरोधी तत्वों की बढ़ती सक्रियता चिंताजनक हो सकती है। पाकिस्तान द्वारा बांग्लादेश के मामलों में हस्तक्षेप और वहां की अस्थिरता का फायदा आतंकवादी संगठन उठा सकते हैं। यदि बांग्लादेश की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति और खराब होती है, तो यह आतंकी समूहों के लिए एक उपयुक्त स्थल बन सकता है, जहां से वे भारत के खिलाफ षड्यंत्र रच सकते हैं।
बांग्लादेश का आतंकवादियों के समर्थन में संभावित रुख
भारत के खुफिया अधिकारियों को आशंका है कि बांग्लादेश के भीतर बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता और धार्मिक कट्टरपंथियों के बीच सहयोग से भारत के लिए खतरा पैदा हो सकता है। यदि बांग्लादेश में इन तत्वों को सही समय पर नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह देश फिर से एक आतंकवादियों का हब बन सकता है। भारतीय खुफिया एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकवादी संगठन बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता का फायदा उठाकर भारत के खिलाफ हमले करने के लिए अपनी योजनाओं को अंजाम दे सकते हैं।
बांग्लादेश की स्थिति और भारत की सुरक्षा
भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, बांग्लादेश की स्थिति अब उतनी मजबूत नहीं रही जितनी पहले थी, और इसका भारत पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। खुफिया रिपोर्ट्स में यह संकेत भी दिए गए हैं कि बांग्लादेश में धार्मिक कट्टरपंथी और आतंकवादी संगठन अपनी गतिविधियां बढ़ा सकते हैं, जिनका भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सकता है।
भारत को बांग्लादेश के राजनीतिक और सैन्य मामलों पर करीबी नजर रखनी होगी, ताकि कोई भी सुरक्षा खतरा पैदा न हो। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सहयोग से भारत को सतर्क रहना होगा, क्योंकि ये दोनों देश मिलकर भारत के खिलाफ खतरनाक योजनाओं को अंजाम दे सकते हैं।