दो दिवसीय प्रवास पर देहरादून पहुंचेंगे बीएल संतोष, चुनावी रणनीति पर प्रदेश नेताओं से करेंगे चर्चा
बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष शुक्रवार को देहरादून पहुंचेंगे, जहां वह आगामी निकाय चुनावों की तैयारियों का जायजा लेंगे। यह उनका दो दिवसीय प्रवास होगा, जिसमें वे प्रदेश भर के नेताओं और चुनावी अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान वह पार्टी की चुनावी रणनीति पर विस्तार से चर्चा करेंगे और चुनावी प्रक्रिया को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी देंगे।
प्रदेश बीजेपी के महामंत्री आदित्य कोठारी के मुताबिक, बीएल संतोष दोपहर 3:30 बजे पार्टी मुख्यालय पहुंचेंगे। वहां वह सबसे पहले सभी जिला प्रभारियों, सह प्रभारियों और नगर निगम चुनाव प्रभारियों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में वह प्रदेश के विभिन्न निगमों, नगरपालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनावी रणनीति की तैयारियों की समीक्षा करेंगे और आवश्यक निर्देश देंगे।
इसके बाद शाम को 7:30 बजे से 9:00 बजे तक एक महत्वपूर्ण प्रदेश टोली बैठक होगी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे।
चुनावी तैयारी में स्थानीय कार्यकर्ताओं की भूमिका
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने जानकारी दी कि बीएल संतोष के प्रवास के दौरान पार्टी निकाय चुनावों के प्रभारी नियुक्त कर चुके हैं। इसके अलावा, पार्टी जल्द ही निगमों, नगरपालिकाओं और नगर पंचायतों में पर्यवेक्षक टीम भेजने की योजना बना रही है। ये टीमें स्थानीय वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ संभावित प्रत्याशियों पर विस्तृत चर्चा करेंगी, ताकि उम्मीदवारों का चयन जमीनी सर्वेक्षण के आधार पर किया जा सके।
कोठारी ने बताया कि इस प्रक्रिया में वरिष्ठ कार्यकर्ता और पदाधिकारी इलाके के चुनावी माहौल का जायजा लेंगे, साथ ही संभावित प्रत्याशियों के बारे में रिपोर्ट तैयार करेंगे। जैसे ही राज्य सरकार की तरफ से आरक्षण को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी, पार्टी अपना उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप देना शुरू कर देगी।
निकाय चुनाव की अहमियत और पार्टी की रणनीति
बीजेपी की राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर चुनावी तैयारियों को लेकर संगठन लगातार सक्रिय है। निकाय चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति इस बार काफी विस्तृत है। प्रदेश की सभी नगरपालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनावी मुद्दों और उम्मीदवारों पर गहरी नजर रखी जा रही है। बीजेपी की रणनीति में स्थानीय मुद्दों के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा और पार्टी के कार्यकर्ताओं से संबंधित क्षेत्रों की बारीकी से जानकारी ली जाएगी।
संतोष के प्रवास के दौरान इस बात पर जोर दिया जाएगा कि उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह से जमीनी स्तर के सर्वेक्षण और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर किया जाए। इस चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता को प्राथमिकता दी जाएगी।
बीजेपी की उम्मीदवार चयन प्रक्रिया
बीजेपी ने चुनावी रणनीति में बदलाव करते हुए हर चुनाव में उम्मीदवारों का चयन बेहद विचारशील तरीके से करने की योजना बनाई है। पार्टी के नेताओं का मानना है कि प्रत्येक उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारने से पहले उसकी स्थानीय उपस्थिति और कार्यकर्ताओं के साथ उसके संबंधों को भी देखा जाए। इसके अलावा, स्थानीय मुद्दों का समाधान करने के लिए उम्मीदवारों को सक्षम और प्रभावी बनाना पार्टी की प्राथमिकता है।
राज्य में भाजपा ने चुनावी रणनीति में गहराई से काम करने का निर्णय लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी उम्मीदवारी प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। उम्मीदवारों के चयन के लिए जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण किए जा रहे हैं, ताकि चुनावी मैदान में उतरने वाले सभी उम्मीदवार पार्टी की विचारधारा से पूरी तरह मेल खाते हों।
राज्य में भाजपा की मजबूती
प्रदेश में बीजेपी ने अपने संगठन को मजबूत करने के लिए पिछले कुछ सालों में कई अहम कदम उठाए हैं। स्थानीय मुद्दों पर पार्टी की सटीक रणनीतियों ने उसे राज्य में एक मजबूत राजनीतिक ताकत बना दिया है। आगामी निकाय चुनावों में भी पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए तैयार है।
बीजेपी का लक्ष्य है कि वह प्रदेश के प्रत्येक नगर निगम, नगरपालिका और नगर पंचायत चुनावों में अपनी पकड़ मजबूत बनाए। इसके लिए पार्टी के रणनीतिकार चुनावी मुद्दों पर गहरी सोच-विचार कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करके चुनावी रणनीति को बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा।
निकाय चुनावों में सफलता की उम्मीद
बीजेपी नेताओं का मानना है कि आगामी निकाय चुनावों में पार्टी एक बार फिर अपनी मजबूत स्थिति को साबित करेगी। पार्टी के लिए ये चुनाव न केवल चुनावी मैदान में सफलता पाने का अवसर हैं, बल्कि राज्य सरकार की योजनाओं और कार्यों को जनमानस तक पहुंचाने का भी एक बेहतरीन मौका है।
निकाय चुनावों के दौरान बीजेपी का ध्यान राज्य के प्रमुख विकास कार्यों, जनकल्याण योजनाओं और रोजगार सृजन पर होगा। पार्टी चाहती है कि चुनावों में जीत हासिल करने के साथ-साथ सरकार की योजनाओं को जनता तक बेहतर तरीके से पहुंचाया जाए।