प्रांतीय रक्षक दल के जवानों की बेटियों की शादी के लिए 50 हजार रुपये की सहायता, सेवानिवृत्त जवानों के लिए प्रशिक्षण केंद्र की घोषणा
देहरादून, उत्तराखंड – प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवानों की बेटियों की शादी के लिए अब उत्तराखंड सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि पीआरडी जवानों की बेटियों की शादी के लिए सरकार 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। इसके अलावा, राज्य सरकार ने सेवानिवृत्त पीआरडी जवानों के व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए जल्द एक विशेष प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की भी घोषणा की है। यह घोषणाएं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने पीआरडी के स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कीं।
पीआरडी जवानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता
युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय कार्यक्रम में पीआरडी जवानों के संघर्ष और उनके योगदान को सराहा। उन्होंने कहा, “चाहे चुनाव हों, चारधाम यात्रा की सुरक्षा हो, या फिर किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था की समस्या, प्रांतीय रक्षक दल के जवानों ने हमेशा बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई है। इन जवानों की मेहनत और समर्पण राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
मंत्री ने यह भी कहा कि अगले साल राज्य का रजत जयंती स्थापना वर्ष होगा, जिसमें पीआरडी जवानों का योगदान अत्यंत अहम होगा। इस मौके पर उन्होंने पीआरडी के जवानों के लिए सरकार द्वारा किए गए कई महत्वपूर्ण निर्णयों की भी जानकारी दी।
पीआरडी एक्ट में संशोधन, आयु सीमा और मानदेय में वृद्धि
मंत्री रेखा आर्या ने घोषणा की कि पीआरडी एक्ट में संशोधन किया गया है, जिसके तहत सेवा की आयु सीमा को 18 से 60 वर्ष तक बढ़ा दिया गया है। इस संशोधन का उद्देश्य जवानों को अधिक समय तक सेवा देने का अवसर प्रदान करना है। इसके अलावा, पीआरडी जवानों के मानदेय को बढ़ाकर अब 650 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। इससे पहले यह मानदेय कम था, लेकिन सरकार ने जवानों की मेहनत और योगदान के आधार पर इसे बढ़ाया है।
मंत्री ने यह भी बताया कि 2027 से पहले पीआरडी जवानों का मानदेय फिर से बढ़ाया जाएगा। इसका उद्देश्य जवानों को एक उचित वेतन और जीवनस्तर प्रदान करना है।
महिला जवानों के लिए मातृत्व अवकाश की व्यवस्था
युवा कल्याण मंत्री ने महिलाओं के लिए एक और महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि पहले महिला पीआरडी जवानों को मातृत्व अवकाश नहीं मिलता था, लेकिन अब पीआरडी एक्ट में संशोधन कर महिलाओं को 180 दिन का मातृत्व अवकाश देने का प्रावधान किया गया है। इस दौरान महिला जवानों का कोई वेतन कटौती नहीं होगा। इस कदम से महिला जवानों को कार्य और परिवार की जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाने का अवसर मिलेगा और उनकी सेवाओं का सम्मान बढ़ेगा।
पीआरडी जवानों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति
मंत्री ने कहा कि अब पीआरडी जवानों के बच्चों को छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। यह पहल उन बच्चों को मदद पहुंचाएगी जिनके माता-पिता पीआरडी में सेवा दे रहे हैं। यह छात्रवृत्ति उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान करेगी और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।
मृतक आश्रितों को 14 लाख रुपये की सहायता
कार्यक्रम के दौरान मंत्री रेखा आर्या ने मृतक आश्रितों को भी आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने 14 लाख रुपये के चेक मृतक जवानों के परिवारों को दिए, ताकि उनके परिवारों को कुछ राहत मिल सके। यह सहायता उनके जीवन को स्थिर बनाने और उनके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने में मदद करेगी। इस दौरान मंत्री ने कहा कि सरकार हमेशा पीआरडी के परिवारों के साथ खड़ी रहेगी।
पीआरडी स्थापना दिवस पर आयोजित परेड
पीआरडी स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में एक रंगीन परेड का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य भर से 10 पीआरडी वाहिनियां शामिल हुईं। इस परेड का उद्देश्य पीआरडी जवानों की शक्ति और समर्पण को प्रदर्शित करना था।
कार्यक्रम में दरबान सिंह नेगी वाहिनी ने पहले स्थान पर, वीर माधो सिंह भंडारी वाहिनी ने दूसरे स्थान पर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस वाहिनी ने तीसरे स्थान पर आकर अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया। इन वाहिनियों ने शानदार मार्च पास्ट और अन्य गतिविधियों में भाग लिया, जो दर्शकों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बने।
व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना
मंत्री रेखा आर्या ने यह भी घोषणा की कि सेवानिवृत्त पीआरडी जवानों के लिए एक व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा। इस केंद्र में सेवानिवृत्त जवानों को विभिन्न कौशल सिखाए जाएंगे, जिससे वे अपने बाद के जीवन में अच्छे व्यवसायिक अवसर पा सकेंगे। यह पहल सेवानिवृत्त जवानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन को स्थिर करने में सहायक होगी। केंद्र में जवानों को खेती, दस्तकारी, सिलाई, कंप्यूटर, सुरक्षा सेवाओं और अन्य कई व्यवसायिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पीआरडी जवानों की सराहना और भविष्य के लक्ष्य
युवा कल्याण मंत्री ने कहा, “पीआरडी जवानों की मेहनत और ईमानदारी से किए गए कामों के कारण वे हमारे समाज के असली नायक हैं। राज्य सरकार उन्हें हर संभव सहायता और सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी वर्षों में उनकी सुरक्षा, भत्तों और सुविधाओं में और सुधार किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि 2023 में राज्य की रजत जयंती के मौके पर पीआरडी के जवानों को विशेष सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान उन्हें उनकी सेवा और योगदान के लिए राज्य स्तर पर एक समारोह आयोजित किया जाएगा।