Uttarakhand

DEHRADUN : 09 थाना क्षेत्रों में पुलिस ने चलाया सत्यापन अभियान, संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया

देहरादून: बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के संदिग्ध रूप से शहर और गांवों में रहने की सूचना के आधार पर पुलिस ने एक बड़ा अभियान चलाया है। नेशनल गेम्स के दौरान त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तथा कुछ स्थानों पर बांग्लादेशी/रोहिंग्या नागरिकों के अवैध रूप से निवास करने की सूचना के आधार पर, पुलिस ने जनपद के नगर और देहात क्षेत्रों में 09 अलग-अलग थाना क्षेत्रों में व्यापक सत्यापन अभियान शुरू किया है।

यह अभियान पुलिस अधीक्षक नगर, विकासनगर, और ऋषिकेश के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। पुलिस ने विशेष ध्यान उन मिश्रित आबादी क्षेत्रों और मलिन बस्तियों पर दिया है, जहां बाहरी व्यक्तियों, विशेषकर पश्चिम बंगाल और आसाम से आए लोगों के अवैध निवास की संभावना जताई जा रही थी। पुलिस की अलग-अलग टीमों द्वारा इन क्षेत्रों में घर-घर जाकर संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन किया गया और इस दौरान 75 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया है।

अभियान की शुरुआत और प्रमुख उद्देश्य

पुलिस के सूत्रों के अनुसार, यह अभियान स senior पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देशों पर शुरू किया गया है। उनके मार्गदर्शन में पुलिस विभाग ने नगर और देहात क्षेत्रों में चिन्हित स्थानों पर सत्यापन अभियान चलाने का निर्णय लिया। बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के अवैध रूप से रहने की संदिग्ध जानकारी के मद्देनजर यह अभियान शुरू किया गया है। इसके अलावा, आगामी नेशनल गेम्स के दौरान सुरक्षा की त्रुटिहीन व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी यह कदम उठाया गया।

इस अभियान में, पुलिस ने विशेष रूप से उन स्थानों को चुना था, जो मलिन बस्तियों, झुग्गी-झोपड़ी, और मिश्रित आबादी वाले थे। इन स्थानों पर बाहरी व्यक्तियों के बारे में सूचना मिली थी कि उन्होंने या तो किराए पर घर लिया है या फिर अवैध रूप से इन क्षेत्रों में निवास किया है। पुलिस की टीमों ने इन क्षेत्रों में दस्तक दी और बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया।

सत्यापन के दौरान क्या हुआ?

अभियान के तहत पुलिस ने नेहरू कालोनी, प्रेमनगर, कोतवाली कैंट, पटेलनगर, सहसपुर, सेलाकुई, डोईवाला, ऋषिकेश, और रायवाला थाना क्षेत्रों में सत्यापन किया। इन क्षेत्रों में पश्चिम बंगाल और आसाम के संदिग्ध व्यक्तियों को विशेष ध्यान में रखा गया था, जो अवैध रूप से रह रहे थे। इन क्षेत्रों में नत्थनपुर, जोगीवाला, ठाकुरपुर, प्रेमनगर कस्बा, लोहारवाला, दीदयाल उपाध्याय नगर, बिंदाल बस्ती, चंचक चौक बंजारावाला, कन्हैया विहार, सपेरा बस्ती, शिवनगर बस्ती, अकबर बस्ती, राजीवनगर, केशवपुरी, नियामवाला जैसी जगहों पर सत्यापन किया गया।

पुलिस ने इन सभी स्थानों पर पश्चिम बंगाल और आसाम के आधार कार्ड वाले लगभग 177 परिवारों की जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा, कुल 1004 बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया गया और उन्हें थाने लाकर उनकी पूछताछ की गई। इस दौरान 75 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जिनसे आवश्यक जानकारी ली जा रही है।

क्या जानकारी मिली?

सत्यापन के दौरान पता चला कि इन बाहरी व्यक्तियों ने पश्चिम बंगाल और आसाम के आधार कार्ड के आधार पर देहरादून में किराए पर घर लिया था। पुलिस ने इन व्यक्तियों से जुड़े पते का भी सत्यापन करना शुरू कर दिया है। पुलिस ने सभी संदिग्धों का डेटा तैयार किया है और जांच की जा रही है कि क्या ये व्यक्ति वास्तव में उन स्थानों से संबंधित हैं या फिर उन्होंने झूठे पते पर अपना आधार कार्ड बनवाया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह सत्यापन अभियान लगातार जारी रहेगा और हर संदिग्ध का पूरा विवरण लिया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए भी कार्य किया जा रहा है कि इन व्यक्तियों का कहीं अवैध नेटवर्क तो नहीं है, जो सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकता है।

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