उत्तराखंड सरकार का बड़ा कदम, धामी के आदेश से स्थानीय उत्पादों को मिलेगा प्रोत्साहन
देहरादून, 19 दिसंबर 2024: उत्तराखंड सरकार ने राज्य के विभिन्न विभागों और सरकारी कार्यालयों में आयोजित होने वाले समारोहों और बैठकों के लिए स्थानीय समूहों के उत्पादों की प्राथमिकता के आधार पर खरीद करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेश का उद्देश्य राज्य के स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देना और इससे जुड़े उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों, महिला कृषकों और किसान उत्पादक संगठनों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।
सरकारी कार्यक्रमों में स्थानीय उत्पादों का इस्तेमाल
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अब राज्य के विभिन्न विभाग और सरकारी कार्यालय अपने कार्यक्रमों और समारोहों में उपहार देने के लिए स्थानीय उत्पादों की खरीद करेंगे। यह निर्णय राज्य सरकार के द्वारा किए जा रहे विभिन्न शासकीय कार्यों, बैठकों और आयोजनों में स्थानीय उत्पादों की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाने का प्रयास है।
सरकारी खरीद में स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने से न केवल इन उत्पादों का बाजार मिलेगा, बल्कि इससे उन समूहों को भी आर्थिक फायदा होगा, जो इन उत्पादों को बनाते हैं। खासकर महिला कृषकों, एकल महिला उद्यमियों और छोटे व्यवसायियों को इससे बड़ा लाभ होने की उम्मीद है। इस कदम से सरकार का लक्ष्य है कि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं।
राज्य में उच्च गुणवत्ता वाले स्थानीय उत्पादों का निर्माण
उत्तराखंड में अलग-अलग स्वयं सहायता समूहों, किसान उत्पादक संगठनों और महिला कृषकों द्वारा कई प्रकार के उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाए जा रहे हैं। इनमें से कई उत्पाद राज्य के पहाड़ी इलाकों से संबंधित पारंपरिक वस्तुएं हैं, जो स्थानीय कारीगरों और किसानों की मेहनत का परिणाम हैं।
सरकार ने इस पहल के तहत इन उत्पादों की खरीद को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है, ताकि उनकी गुणवत्तापूर्ण चीजों को सरकार के कार्यक्रमों में शामिल किया जा सके। राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि इस प्रक्रिया से न केवल स्थानीय उत्पादकों को आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि लोगों को भी उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद मिल सकेंगे।
हाउस ऑफ हिमालयाज: स्थानीय उत्पादों के लिए ब्रांड
उत्तराखंड सरकार ने गत वर्ष एक बड़ा कदम उठाते हुए स्थानीय उत्पादों के लिए एक अम्ब्रेला ब्रांड “हाउस ऑफ हिमालयाज” लॉन्च किया था। यह ब्रांड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों दिसंबर 2023 में देहरादून में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर समिट के दौरान उद्घाटित हुआ था।
“हाउस ऑफ हिमालयाज” ब्रांड के तहत राज्य के आठ श्रेणियों में कुल 35 उत्पादों को शामिल किया गया है। इनमें मिलेट्स बिस्किट, मुन्स्यारी का राजमा, चकराता, हर्षिल की राजमा, चौलाई, तोर दाल, पहाड़ का परंपरागत लाल चावल, झंगोरा, गहथ, काले भट्ट, चाय, तेल, पर्सनल केयर और हैंडीक्राफ्ट उत्पाद जैसे विभिन्न उत्पाद शामिल हैं। इन उत्पादों को न केवल राज्य के भीतर बल्कि अन्य राज्यों और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी प्रचारित किया जाएगा, ताकि इनकी पहचान और बढ़ सके।
“हाउस ऑफ हिमालयाज” ब्रांड के अंतर्गत स्थानीय उत्पादों को एक प्रमुख स्थान मिल रहा है, जिससे इन उत्पादों की विश्वसनीयता और गुणवत्ता को एक पहचान मिलती है। इससे राज्य के कारीगरों और उत्पादकों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अवसर मिलेंगे।
स्थानीय उत्पादों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के अनुसार, राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि सभी विभाग अपने कार्यक्रमों में स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देंगे। इससे स्थानीय उत्पादों की मांग में इजाफा होगा, और उत्पादकों को उनके प्रयासों का उचित मूल्य मिलेगा। साथ ही, यह कदम राज्य के गांवों और छोटे शहरों में रोजगार के अवसर पैदा करेगा और स्थानीय कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा।
राज्य सरकार की यह पहल विशेष रूप से महिला उद्यमियों और छोटे व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि इन समूहों को सरकार से समर्थन मिलने पर उनकी व्यवसायिक स्थिति को मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही, यह स्थानीय समुदायों के विकास में भी सहायक होगा, क्योंकि ये समुदाय पहले से ही अपनी मेहनत से उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बना रहे हैं, जो अब सरकारी खरीद के माध्यम से और अधिक प्रसिद्ध हो सकेंगे।