उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल की तैयारियाँ अंतिम चरण में, केवल 17 दिन शेष
उत्तराखंड में हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में अब केवल 17 दिन शेष रह गए हैं। 27 जनवरी से शुरू होने वाले इन खेलों में पूरे देश के 9728 महिला-पुरुष खिलाड़ी सहित कुल 15613 लोग भाग लेंगे। राज्य में पहली बार आयोजित हो रहे इन राष्ट्रीय खेलों को सकुशल संपन्न कराने की सभी तैयारियां अंतिम चरण में हैं, और राज्य सरकार ने इसे ऐतिहासिक आयोजन बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं।
आयोजन स्थल और खेल विधाओं का विवरण
38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन 28 जनवरी को देहरादून के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होगा, जबकि समापन 14 फरवरी को नैनीताल जिले के इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स गौलापार हल्द्वानी में होगा। इस साल के राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश के आठ जिलों में कुल 44 खेल विधाओं का आयोजन किया जाएगा। इसमें सबसे अधिक 16 खेल विधाएं राजधानी देहरादून में होंगी। इसके अतिरिक्त, हरिद्वार, टिहरी, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों में विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाएगा।
खिलाड़ियों के साथ-साथ इन खेलों में प्रत्येक खेल के डिप्टी ओवरसीजिंग कमिश्नर (डीओसी), तकनीकी स्टॉफ, सपोर्ट स्टॉफ और अधिकारियों की भी भारी संख्या में भागीदारी होगी, जो कि कुल मिलाकर आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
जिलों में खेल विधाओं का वितरण
प्रदेश के विभिन्न जिलों में खेलों का आयोजन इस प्रकार होगा:
देहरादून
देहरादून में 16 खेल विधाओं का आयोजन किया जाएगा, जिनमें स्क्वॉश, तीरंदाजी, शूटिंग पिस्टल और राइफल, बास्केटबॉल, जिम्नास्टिक, नेटबाल, वुशु, जूडो, रग्बी सेवन, लॉनबॉल, एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, टेनिस और गोल्फ शामिल हैं।
हरिद्वार
हरिद्वार जिले में हॉकी, कबड्डी और कुश्ती के मुकाबले होंगे।
टिहरी और ऋषिकेश
टिहरी और ऋषिकेश में इक्सट्रीम सलालम, कैनोई सलालम, बीच हैंडबाल, बीच वॉलीबाल और बीच कबड्डी जैसी रोमांचक खेल विधाओं का आयोजन होगा।
ऊधमसिंह नगर
ऊधमसिंह नगर जिले में साइकिलिंग ट्रैक, साइकिलिंग रोड, हैंडबाल, वॉलीबाल, शूटिंग ट्रैप, स्केट और मलखंब जैसी खेलों का आयोजन किया जाएगा।
नैनीताल और हल्द्वानी
नैनीताल में साइकिलिंग एमटीबी और कलारीपट्टू जैसे खेल होंगे, जबकि हल्द्वानी में फुटबॉल, खो-खो, ताइक्वांडो, मॉडर्न पेंटाथलॉन, स्वीमिंग, फेंसिंग और ट्रायथलॉन जैसी खेल विधाओं का आयोजन किया जाएगा।
अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चंपावत
अल्मोड़ा में योगासन का आयोजन होगा, पिथौरागढ़ में बॉक्सिंग और चंपावत में रॉफ्टिंग की प्रतियोगिताएं होंगी।
खिलाड़ियों और स्टॉफ का विवरण
38वें राष्ट्रीय खेलों में कुल 9728 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिनमें से 4940 पुरुष और 4788 महिला खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही इन खेलों के आयोजन में 15613 लोग शामिल होंगे, जिनमें खिलाड़ी, तकनीकी स्टाफ और सपोर्ट स्टाफ भी शामिल हैं।
विभिन्न जिलों में खिलाड़ियों और स्टॉफ का विवरण इस प्रकार है:
- देहरादून: 4444 खिलाड़ी, कुल 7123 स्टाफ
- हरिद्वार: 840 खिलाड़ी, कुल 1241 स्टाफ
- टिहरी: 352 खिलाड़ी, कुल 643 स्टाफ
- नई टिहरी: 240 खिलाड़ी, कुल 643 स्टाफ
- अल्मोड़ा: 272 खिलाड़ी, कुल 416 स्टाफ
- पिथौरागढ़: 208 खिलाड़ी, कुल 349 स्टाफ
- चंपावत: 136 खिलाड़ी, कुल 246 स्टाफ
- यूएसनगर: 1040 खिलाड़ी, कुल 1643 स्टाफ
- नैनीताल: 96 खिलाड़ी, कुल 181 स्टाफ
- हल्द्वानी: 2100 खिलाड़ी, कुल 3405 स्टाफ
आयोजन की चुनौतियाँ और तैयारियां
उत्तराखंड में पहली बार हो रहे राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। खेल सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई स्टेडियमों और खेल मैदानों की मरम्मत की गई है, ताकि आयोजन के दौरान खिलाड़ियों को उच्चतम स्तर की सुविधाएं मिल सकें। इसके अलावा, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यक बुनियादी ढांचे की भी तैयारियां जोरों पर हैं।
इस बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर भी विभिन्न समितियां गठित की गई हैं, जो आयोजन से जुड़े सभी कार्यों की निगरानी और व्यवस्थाओं का समन्वय कर रही हैं। इन समितियों की मदद से, आयोजन स्थल पर किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान तत्काल किया जा सकेगा।
राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के कारण उत्तराखंड को एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है। यहां के स्टेडियम और खेल सुविधाओं को देखकर न केवल राज्य के बल्कि पूरे देश के लोग प्रभावित होंगे। इस आयोजन के जरिए प्रदेश में खेल संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा, जो आने वाले समय में राज्य के विकास में सहायक सिद्ध होगा।