बहुजन समाज पार्टी के पूर्व पंजाब अध्यक्ष जसबीर सिंह गढ़ी ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा
चंडीगढ़: साल 2024 के पहले दिन पंजाब की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला, जब बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जसबीर सिंह गढ़ी ने आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में गढ़ी ने AAP में शामिल होने का ऐलान किया, और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनका पार्टी में स्वागत किया। यह घटना पंजाब की राजनीतिक दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखी जा रही है, खासकर आगामी चुनावों की दृष्टि से।
भगवंत मान ने ट्वीट कर दी जानकारी
सीएम भगवंत मान ने इस मौके पर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, “आज पंजाब में आम आदमी पार्टी के परिवार में बढ़ोतरी हुई है। पंजाब BSP के पूर्व अध्यक्ष एवं सीनियर नेता जसबीर सिंह गढ़ी आज हमारे परिवार में शामिल हुए हैं। मैं उनका हार्दिक स्वागत करता हूँ। टीम रंगला पंजाब का यह कारवां लगातार बढ़ रहा है।”
उन्होंने पंजाबी में भी ट्वीट करते हुए इसे दोहराया:
“ਅੱਜ ਪੰਜਾਬ ‘ਚ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰ ‘ਚ ਵਾਧਾ ਹੋਇਆ ਹੈ। ਪੰਜਾਬ BSP ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਰਹਿ ਚੁੱਕੇ ਸੀਨੀਅਰ ਆਗੂ ਜਸਬੀਰ ਸਿੰਘ ਗੜ੍ਹੀ ਅੱਜ ਸਾਡੇ ਪਰਿਵਾਰ ‘ਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਏ ਹਨ। ਮੈਂ ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਦਿਲੋਂ ਸਵਾਗਤ ਕਰਦਾ ਹਾਂ। ਟੀਮ ਰੰਗਲਾ ਪੰਜਾਬ ਦਾ ਇਹ ਕਾਰਵਾਂ ਲਗਾਤਾਰ ਵਧ ਰਿਹਾ ਹੈ।”
इस ट्वीट के बाद आम आदमी पार्टी के समर्थकों और पंजाब की राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है, और यह माना जा रहा है कि AAP की पंजाब में बढ़ती पकड़ अब और मजबूत होगी।
BSP ने नवंबर में किया था निष्कासित
जसबीर सिंह गढ़ी के AAP में शामिल होने की यह घटना तब हुई जब नवंबर 2023 में BSP ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। BSP ने गढ़ी पर अनुशासनहीनता के आरोप लगाए थे। बताया गया कि पार्टी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया।
गढ़ी ने अपनी निष्कासन के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्हें पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बात करने का मौका नहीं दिया गया। उनका आरोप था कि वह 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकटों की बिक्री और पार्टी के भीतर हो रही गड़बड़ियों के बारे में नेतृत्व को सूचित करना चाहते थे, लेकिन इसके बजाय उन्हें निष्कासित कर दिया गया। गढ़ी ने यह भी कहा था कि वह BSP के लिए काम करने के बावजूद पार्टी द्वारा किए गए निर्णयों से असहमत थे, और उन्होंने अपनी बात रखने का अधिकार महसूस किया था, जो उन्हें नहीं मिला।
लोकसभा चुनाव में हुआ था हार का सामना
बीते लोकसभा चुनाव 2019 में, BSP ने जसबीर सिंह गढ़ी को आनंदपुर साहिब से उम्मीदवार बनाया था। यह चुनाव पंजाब के लिए काफी दिलचस्प था क्योंकि आम आदमी पार्टी ने इस सीट से मालविंदर सिंह कंग को मैदान में उतारा था, जबकि कांग्रेस की तरफ से विजय इंदर सिंगला उम्मीदवार थे।
हालांकि, जसबीर गढ़ी को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा और वह पांचवे नंबर पर रहे। गढ़ी को इस चुनाव में केवल 90,157 वोट मिले थे, जबकि मालविंदर सिंह कंग ने 313,217 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। कांग्रेस के विजय इंदर सिंगला को 302,371 वोट मिले थे और वह दूसरे स्थान पर रहे।
इस हार के बाद गढ़ी की स्थिति BSP में कमजोर हुई, और इसके बाद BSP ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसके बाद वह धीरे-धीरे राजनीति में अपनी नई दिशा की ओर बढ़ने लगे, और अब उन्होंने आम आदमी पार्टी में अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत की है।
जसबीर सिंह गढ़ी का आम आदमी पार्टी में शामिल होना पंजाब की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है। AAP के पंजाब में लगातार मजबूत होते आधार और पार्टी की नीतियों में गढ़ी को कुछ सकारात्मक बदलाव दिखाई दिए, जिनकी वजह से उन्होंने BSP से इस्तीफा देकर AAP का दामन थामने का निर्णय लिया।
आम आदमी पार्टी के लिए भी यह एक बड़ा राजनीतिक लाभ है क्योंकि गढ़ी पंजाब की राजनीति में एक प्रमुख नेता रहे हैं और उनकी समाजिक स्थिति से पार्टी को आगामी चुनावों में फायदा हो सकता है। इसके अलावा, गढ़ी का अनुभव और राजनीतिक जुड़ाव आम आदमी पार्टी को पंजाब के ग्रामीण इलाकों में भी मजबूती दे सकता है।
सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में AAP ने पंजाब में विधानसभा चुनाव में अपनी छाप छोड़ी थी, और अब उनकी पार्टी में इस प्रकार के नेताओं का जुड़ना पार्टी के लिए महत्वपूर्ण संकेत है कि वह पंजाब की राजनीति में अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहती है। गढ़ी के आने से AAP को एक नई दिशा मिल सकती है, जो आगामी चुनावों में अहम साबित हो सकती है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की ताकत धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है, और यह कांग्रेस और अकाली दल जैसी पुरानी पार्टियों के लिए चुनौती बनती जा रही है। पार्टी ने पंजाब में अपनी योजनाओं और कार्यों के माध्यम से जनता का समर्थन हासिल किया है, खासकर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और रोजगार के मुद्दों पर।
पार्टी के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि वह अपने विकास कार्यों को और अधिक प्रचारित करें और पंजाब में नए नेताओं को शामिल करके पार्टी की ताकत को और बढ़ाएं। जसबीर सिंह गढ़ी जैसे वरिष्ठ नेता का पार्टी में आना इस दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे पार्टी को न केवल पंजाब की राजनीति में मजबूती मिलेगी, बल्कि चुनावी मैदान में भी इसका फायदा हो सकता है।