PUNJAB :AAP ने लुधियाना वेस्ट उप-चुनाव में संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया

आम आदमी पार्टी (AAP) ने लुधियाना वेस्ट विधानसभा उप-चुनाव के लिए राज्यसभा सांसद और उद्योगपति संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार घोषित किया है। यह उप-चुनाव 10 जनवरी को पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह गोगी की दुखद मौत के बाद हो रहा है, जब उनकी गोली लगने से मृत्यु हो गई थी। संजीव अरोड़ा का नाम आते ही इस सीट को लेकर राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
गुरप्रीत गोगी की मौत और उप-चुनाव की आवश्यकता
लुधियाना वेस्ट सीट से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक रहे गुरप्रीत सिंह गोगी की 10 जनवरी को हुई मौत ने पार्टी और स्थानीय राजनीति को हिला कर रख दिया था। गोगी की मृत्यु पिस्टल से गोली चलने की वजह से हुई थी, जिससे इस घटना के पीछे कुछ रहस्यमय सवाल खड़े हो गए थे। इसके बाद से इस सीट के लिए उप-चुनाव की आवश्यकता थी। आम आदमी पार्टी ने इस उप-चुनाव में संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया, जो पार्टी की रणनीति और चुनावी भविष्य को प्रभावित करेगा।
संजीव अरोड़ा का उम्मीदवार बनना और अटकलें
संजू अरोड़ा के उम्मीदवार बनने के बाद से कई राजनीतिक अटकलें और कयास लगाए जा रहे हैं। इनमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या आम आदमी पार्टी पंजाब से राज्यसभा में अरविंद केजरीवाल को भेजेगी। यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि संजीव अरोड़ा पहले ही राज्यसभा सांसद हैं, और उनके द्वारा लुधियाना वेस्ट विधानसभा से चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
क्या राज्यसभा जाएंगे अरविंद केजरीवाल?
पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या वह पंजाब से राज्यसभा जाएंगे। यह सवाल तब से उठा है जब संजीव अरोड़ा को लुधियाना वेस्ट विधानसभा उप-चुनाव में उम्मीदवार घोषित किया गया। कई राजनीतिक विश्लेषक और पार्टी के सूत्र इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि क्या राज्यसभा के लिए अरविंद केजरीवाल का नाम सामने आएगा।
हालांकि, आम आदमी पार्टी ने इन अटकलों को खारिज किया है। पार्टी ने साफ किया है कि अरविंद केजरीवाल का राज्यसभा में जाने का कोई इरादा नहीं है। पार्टी के सूत्रों ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल राज्यसभा नहीं जाएंगे, और उनके पास पंजाब से राज्यसभा जाने का कोई योजना नहीं है।
संजीव अरोड़ा का कार्यकाल और स्थिति
संजईव अरोड़ा का कार्यकाल 2028 तक है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनका पंजाब विधानसभा चुनाव में भाग लेने का निर्णय एक अलग रणनीति का हिस्सा है। दिलचस्प बात यह है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली में पंडारा पार्क स्थित संजीव अरोड़ा के सांसद आवास में रह रहे हैं। ऐसे में यह भी सवाल उठता है कि क्या यह कदम आम आदमी पार्टी के लिए अपनी रणनीतिक मजबूती बढ़ाने के लिए है।
कांग्रेस का बयान: ‘केजरीवाल जाएंगे राज्यसभा’
पंजाब कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मंगलवार (25 फरवरी) को बयान दिया था कि “100 फीसदी अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाएंगे।” बाजवा ने कहा, “पहले, केजरीवाल गुरप्रीत गोगी की सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन फिर उन्होंने यह महसूस किया कि अगर वह ऐसा करते हैं तो पंजाब में उनका असर कम हो सकता है और बाहरी लोगों को यह बर्दाश्त नहीं होगा। इसलिए उन्होंने इस सीट पर संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया।”
बाजवा के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस पार्टी भी अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा जाने को लेकर गंभीर है, और वह इस मामले को लेकर अपनी स्थिति को स्पष्ट कर रही है। कांग्रेस के अनुसार, अरोड़ा को उम्मीदवार बनाना और राज्यसभा के लिए केजरीवाल का नाम चर्चा में आना इस बात का संकेत हो सकता है कि आम आदमी पार्टी अपनी राजनीति के नए समीकरण बना रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम और आम आदमी पार्टी की स्थिति
दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, जहां वह 70 में से केवल 22 सीटों पर ही जीत सका। दिल्ली में इस बार बीजेपी ने सरकार बनाई है, जिससे आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा था। इस चुनावी परिणाम के बाद पार्टी की स्थिति में कई उतार-चढ़ाव आए थे, और पार्टी के भीतर भी कई बदलावों की चर्चाएं तेज हो गईं थीं। इन सभी घटनाओं के बीच पंजाब में आम आदमी पार्टी के लिए संजीव अरोड़ा का उम्मीदवार बनाना एक अहम राजनीतिक कदम साबित हो सकता है।