पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा का पठानकोट में GST कार्यालय का औचक निरीक्षण

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने वीरवार सुबह पठानकोट के जीएसटी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान आठ कर्मचारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए, जिनमें से एक कर्मचारी ने अपनी छुट्टी ली हुई थी। वित्त मंत्री ने कर्मचारियों की लापरवाही पर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी।
जीएसटी कार्यालय में औचक निरीक्षण
वीरवार सुबह लगभग 9:26 बजे, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और पठानकोट के हलका भोआ के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने जीएसटी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान यह देखा गया कि कार्यालय में कुल 16 कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थित थे, जबकि आठ कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इनमें से एक कर्मचारी ने छुट्टी ली हुई थी, जबकि अन्य कर्मचारी बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने इस लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया और कहा कि ड्यूटी से गैर हाजिर रहने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “ड्यूटी समय के दौरान लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।” मंत्री ने यह भी कहा कि जीएसटी कार्यालय जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं जनता के लिए हैं और इन सेवाओं में किसी भी प्रकार की कोई भी देरी या परेशानी नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार का दृष्टिकोण
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार की प्राथमिकता जनता को बगैर किसी लेन-देन और देरी के सभी सरकारी सेवाएं मुहैया कराना है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार का लक्ष्य है कि सभी सरकारी सेवाएं पारदर्शी और सुगम हों, ताकि आम जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।” उन्होंने कार्यालय में की गई चेकिंग के दौरान जो भी खामियां पाई गईं, उनके बारे में अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारी जो सेवा देने के लिए नियुक्त हैं, उनका सबसे पहला उद्देश्य जनता की मदद करना है। यदि कर्मचारियों की कार्यप्रणाली में कोई खामी आती है, तो उसे तत्काल सुधारने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
कैबिनेट मंत्री लाल चंद का बयान
इस दौरान कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने भी कर्मचारियों से अपेक्षाएं जताईं। उन्होंने कहा, “भविष्य में ऐसी चेकिंग लगातार चलती रहेगी, ताकि आम लोगों को सरकार की सुविधाएं अच्छे से और बिना किसी परेशानी के मिल सकें।” उन्होंने कहा कि यह चेकिंग कर्मचारियों के कार्य में सुधार लाने के लिए की जा रही है ताकि किसी भी सरकारी सेवा में कोई देरी न हो और लोगों को समय पर सहायता मिल सके।
लाल चंद कटारूचक्क ने कर्मचारियों को यह भी हिदायत दी कि वे अपनी ड्यूटी पर समय से आएं और लोगों के काम को प्राथमिकता पर करें। उन्होंने कहा, “हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने-अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाएं, ताकि राज्य की सरकार की योजनाओं का लाभ जनता को बिना किसी रुकावट के मिल सके।” उन्होंने यह भी बताया कि चेकिंग से किसी भी तरह का दबाव नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य केवल सरकारी सेवाओं को और अधिक सुचारू बनाना है।
भविष्य में चेकिंग और सुधार की योजना
कैबिनेट मंत्री ने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी औचक चेकिंग की प्रक्रिया जारी रहेगी, ताकि सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की अनुपस्थिति और कार्य में लापरवाही पर कड़ी निगरानी रखी जा सके। यह चेकिंग सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता यह है कि आम जनता को बिना किसी अतिरिक्त देरी और परेशानियों के सरकारी सेवाएं मिलें।
मंत्री ने यह भी साफ किया कि जो कर्मचारी अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे सरकारी दफ्तरों में कार्य करने की संस्कृति में सुधार होगा और कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों के प्रति अधिक जिम्मेदार बनाएगा।
वित्त मंत्री का संदेश
हरपाल सिंह चीमा ने इस दौरान सभी कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे अपने काम में पूरी निष्ठा से जुटें और बिना किसी कारण के ड्यूटी से अनुपस्थित न रहें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी कर्मचारी को कोई व्यक्तिगत या आपातकालीन समस्या है, तो उसे उचित तरीके से अवगत कराना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम सरकार के हिस्से के रूप में सभी कर्मचारियों को उचित सहूलतें प्रदान करेंगे, लेकिन सार्वजनिक सेवाओं के लिए यह जरूरी है कि सभी कर्मचारी अपने कर्तव्यों को सही तरीके से निभाएं।”