UP: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर शुरू होगा तीन दिवसीय उत्सव, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे उद्घाटन
अयोध्या, 11 जनवरी 2025: रामनगरी अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ को लेकर इस बार उत्सव का विशेष महत्व है। इस दिन की याद में आयोजित होने वाला तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव शनिवार से शुरू होगा, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस आयोजन का उद्घाटन करेंगे। यह उत्सव अयोध्या के धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिपेक्ष्य में ऐतिहासिक महत्व रखता है।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव
रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ अयोध्या में हर साल श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई जाती है। इस अवसर पर इस बार विशेष तैयारी की गई है। शहर को सजाया गया है, और भक्तों के लिए विभिन्न धार्मिक गतिविधियों के आयोजन का सिलसिला शुरू होने वाला है। रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में हर साल यह दिन श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक श्रद्धा का प्रतीक बन चुका है।
इस साल के आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा खास रहेगा, क्योंकि वह इस दिन की शुरुआत करने के लिए यहां पहुंचने वाले हैं। यह उत्सव केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि अयोध्या के विकास और सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
सीएम योगी आदित्यनाथ का उद्घाटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को सुबह कुछ देर में अयोध्या पहुंचेंगे और वहां रामलला के अभिषेक की प्रक्रिया में भाग लेंगे। रामलला के अभिषेक के बाद वह महाआरती करेंगे, जिसमें लाखों भक्तों और श्रद्धालुओं का जुटान होगा। यह धार्मिक आयोजन न केवल अयोध्या, बल्कि समूचे उत्तर प्रदेश और देश भर से आने वाले भक्तों के लिए श्रद्धा का केन्द्र बनेगा।
मुख्यमंत्री का यह दौरा अयोध्या में हो रहे धार्मिक उल्लास और सांस्कृतिक समागम का प्रतीक होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व अयोध्या में धार्मिक परंपराओं के निर्वहन और उनके विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दिखाता है।
अंगद टीला पर मुख्यमंत्री का संबोधन
सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे के बाद, वह दोपहर 2 बजे अंगद टीला पर श्रद्धालुओं और विशेष मेहमानों से संवाद करेंगे। यह पहली बार होगा जब मुख्यमंत्री यहां श्रद्धालुओं और मेहमानों के बीच संबोधन देंगे। मुख्यमंत्री का यह संबोधन धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का होगा, जिसमें वह अयोध्या की गौरवशाली परंपराओं और राम मंदिर के निर्माण से जुड़ी प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देंगे।
अंगद टीला, जो कि अयोध्या का ऐतिहासिक और पवित्र स्थल है, अब एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभर कर सामने आ रहा है। इस स्थल पर मुख्यमंत्री का संबोधन इस इलाके में श्रद्धालुओं के बीच और भी अधिक विश्वास और समर्पण का वातावरण बनाएगा।
प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव का धार्मिक महत्व
रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ पर अयोध्या में हर साल धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव का आयोजन किया जाता है। प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव को लेकर अयोध्यावासियों के मन में विशेष उल्लास है, क्योंकि यह दिन राम के प्रति उनकी अपार श्रद्धा का प्रतीक है।
इस दिन को लेकर अयोध्या के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी और भव्य महाआरती का आयोजन होगा। रामलला के विग्रह की प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर भी लगातार प्रगति हो रही है, और इस उत्सव के माध्यम से यह संकल्प और श्रद्धा और भी मजबूत होती है।
अयोध्या में हो रही विशेष तैयारियां
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के इस अवसर पर अयोध्या में कई तरह की विशेष तैयारियां की गई हैं। शहर के प्रमुख मार्गों, मंदिरों और घाटों को सुंदरता से सजाया गया है। श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए यातायात की विशेष व्यवस्था की गई है। इस वर्ष, अयोध्या को और भी भव्य तरीके से सजाया गया है, ताकि यह उत्सव श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यादगार बन सके।
अयोध्या में पर्यटन और धार्मिक यात्रियों के आगमन में वृद्धि को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इसके साथ ही, विशेष रोशनी, सजावट और धार्मिक स्थल पर आकर्षक प्रदर्शन भी आयोजित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री का उद्घाटन और धार्मिक पर्यटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा, न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि अयोध्या के पर्यटन और विकास को लेकर भी अहम होगा। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद से शहर में पर्यटन का क्षेत्र बहुत तेजी से विकसित हो रहा है, और मुख्यमंत्री के उद्घाटन के साथ इस क्षेत्र को और भी अधिक पहचान मिलेगी।
मुख्यमंत्री के संबोधन में वह अयोध्या के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ, शहर के विकास की दिशा में और भी कदम उठाने की बात करेंगे। वह अयोध्या के विकास को लेकर प्रदेश सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी देंगे और राम मंदिर के निर्माण की प्रगति की भी बात करेंगे।