IND vs AUS: भारतीय टीम पहली पारी में 185 रनों पर सिमटी, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का दबदबा
सिडनी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को पूरी तरह से दबोच लिया, और टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 185 रनों पर सिमट गई। इस मुकाबले में टॉस जीतकर भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन यह फैसला टीम के लिए बिल्कुल भी लाभकारी साबित नहीं हुआ। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर जबर्दस्त दबाव बनाया और पूरी टीम को जल्दी पवेलियन भेज दिया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए इस मैच में स्कॉट बोलैंड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट झटके, जबकि मिचेल स्टार्क ने भी 3 विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजों की हालत खराब कर दी। इसके अलावा, कप्तान पैट कमिंस और नाथन ल्योन ने भी एक-एक विकेट चटकाया।
रोहित शर्मा की अनुपस्थिति और शुभमन गिल का फ्लॉप प्रदर्शन
इस मुकाबले में भारतीय टीम ने नियमित कप्तान रोहित शर्मा को ड्रॉप करने का निर्णय लिया। रोहित की जगह शुभमन गिल को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया, लेकिन गिल इस अवसर का फायदा नहीं उठा सके। गिल ने 2 चौकों की मदद से केवल 20 रन बनाए, और टीम को बड़ा योगदान देने में नाकाम रहे।
कप्तान के रूप में जसप्रीत बुमराह की कमान में भारतीय टीम उतरी, लेकिन उनका नेतृत्व भी बल्लेबाजी में टीम को कोई खास सफलता नहीं दिला सका।
पहले सेशन में भारतीय बल्लेबाजी की पूरी धज्जियां उड़ीं
टीम इंडिया को पहले बैटिंग करने का फैसला करना भारी पड़ा, क्योंकि पहले सेशन में ही भारतीय बल्लेबाजी का टॉप ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। टीम ने 11 रन पर पहला विकेट केएल राहुल के रूप में गंवाया, जिन्होंने सिर्फ 4 रन बनाए। इसके बाद 17 रन पर यशस्वी जायसवाल आउट हुए, जिन्होंने 10 रन बनाये, जिसमें एक चौका शामिल था।
अब टीम का स्कोर 57 रन था, जब शुभमन गिल आउट हुए। गिल ने 2 चौकों के साथ 20 रन बनाए और अपनी पारी में कोई खास योगदान नहीं दे सके। इस तरह से पहले सेशन के दौरान भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और टॉप ऑर्डर एक के बाद एक पवेलियन लौटता गया।
मध्यक्रम भी नहीं कर सका स्थिति को संभालने
टॉप ऑर्डर के पवेलियन लौटने के बाद, टीम को किसी भी बल्लेबाज से स्थिरता की उम्मीद थी, लेकिन मध्यक्रम में भी हालात कुछ अलग नहीं रहे। 72 रन के कुल स्कोर पर विराट कोहली का विकेट गिरा। कोहली ने 17 रन बनाये और जल्दी पवेलियन लौटे। इसके बाद ऋषभ पंत का विकेट 120 रन पर गिरा। पंत ने 3 चौकों और 1 छक्के के साथ 40 रन की पारी खेली, लेकिन वह भी टीम के लिए कोई बड़ा स्कोर नहीं बना सके।
अगली गेंद पर नितीश रेड्डी गोल्डन डक पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद टीम इंडिया को एक के बाद एक झटके लगते गए। 137 रन पर रवींद्र जडेजा, 148 रन पर वाशिंगटन सुंदर, 168 रन पर प्रसिद्ध कृष्णा, और अंत में 185 रन पर जसप्रीत बुमराह आउट हुए। जडेजा ने 26 रन बनाए, सुंदर ने 14 रन और कृष्णा ने 3 रन बनाये। बुमराह ने 22 रन की पारी खेली, जिसमें 3 चौके शामिल थे।
इस प्रकार, भारत की पूरी टीम 185 रनों पर सिमट गई, जो ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के दबाव में आने के कारण एक शर्मनाक स्कोर था।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में एकतरफा दबदबा
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने पूरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों को अपनी धारदार गेंदबाजी से परेशान किया। तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने सबसे अधिक 4 विकेट झटके, और उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को बैकफुट पर धकेलने का काम किया। बोलैंड के अलावा, मिचेल स्टार्क ने 3 विकेट लेकर टीम इंडिया की पारी को जल्दी समेटने में अहम भूमिका निभाई।
कप्तान पैट कमिंस और नाथन ल्योन ने भी एक-एक विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। ल्योन ने एक स्पिन गेंदबाजी के रूप में भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया और पिच पर धीमी गेंदों से टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ा दीं।