एक रोबोट ने दूसरे रोबोटों को किया ‘अगवा’, सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई पूरी घटना
दुनिया भर में इंसानों द्वारा इंसानों के अपहरण की खबरें अक्सर सुर्खियां बटोरती हैं, लेकिन हाल ही में चीन से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसमें एक रोबोट ने दूसरे रोबोटों को ‘अगवा’ कर लिया। यह अजीबोगरीब घटना शंघाई के एक रोबोटिक्स शोरूम से जुड़ी है, जहां एक एआई रोबोट ने अपनी चतुराई से 12 अन्य रोबोटों को शोरूम से बाहर कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और उसके बाद यह चर्चा का विषय बन गई।
इस घटना ने जहां एक ओर तकनीकी प्रगति की उपलब्धियों को उजागर किया, वहीं दूसरी ओर यह एआई और रोबोटिक्स के दुरुपयोग को लेकर नई चिंताएं भी खड़ी कर दी हैं। इस घटनाक्रम ने रोबोटों के नियंत्रण, कार्यस्थल की सुरक्षा, और एआई के नियमों पर बहस को भी जन्म दिया है।
सीसीटीवी फुटेज से सामने आया ‘रोबोट अपहरण’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह अजीबोगरीब घटना शंघाई रोबोटिक्स कंपनी के शोरूम में घटी। सीसीटीवी फुटेज में एक छोटा एआई रोबोट, जिसका नाम ‘इरबाई’ बताया गया है, बड़े आकार के रोबोटों के साथ बातचीत करता दिखाई देता है। शुरुआत में, यह वीडियो कुछ लोगों ने फर्जी मान लिया था, लेकिन बाद में इस घटना की पुष्टि शंघाई कंपनी और हांग्जो रोबोट निर्माता ने की।
वीडियो में इरबाई नामक रोबोट अपने से बड़े आकार के रोबोटों से शोरूम छोड़ने के लिए कहता है। रोबोटों के ऑपरेटिंग सिस्टम तक पहुंच बनाने में सक्षम होने के कारण, इरबाई इन रोबोटों को कार्यस्थल से बाहर जाने के लिए मना लेता है। यह देखना आश्चर्यजनक था कि एक छोटा रोबोट, जो तकनीकी रूप से अन्य रोबोटों से कहीं कम शक्तिशाली था, दूसरे रोबोटों को अपनी इच्छानुसार नियंत्रित करने में सफल हो गया।
हांग्जो और शंघाई कंपनियों ने की घटना की पुष्टि
प्रारंभ में, कई लोगों ने इस वीडियो को नकली और प्रचार का हिस्सा समझा था, लेकिन बाद में हांग्जो रोबोट निर्माता के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की कि वीडियो में दिखा रोबोट उनका ही मॉडल था। हांग्जो कंपनी ने यह भी कहा कि इरबाई को ऑपरेटिंग सिस्टम तक पहुंच बनाने में सफलता मिली थी, जिससे वह दूसरे रोबोटों को नियंत्रित करने में सक्षम हो सका।
शंघाई कंपनी ने भी इस घटना की पुष्टि की और बताया कि इरबाई ने किसी तरह अपने से बड़े रोबोटों के इंटरनल ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल तक पहुंच प्राप्त कर ली थी। हालांकि, कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की घटना में एक रोबोट द्वारा अकेले बातचीत करके दूसरे रोबोटों को ‘अगवा’ करना लगभग असंभव होता है।
रोबोटों के बीच बातचीत: क्या था उनकी बातचीत का राज?
सीसीटीवी फुटेज में एक खास बातचीत कैद हुई, जिसे देखकर इस घटना की और भी रहस्यमय परतें खुलती हैं। इरबाई ने सबसे पहले एक बड़े रोबोट से काम के घंटों के बारे में पूछा, और जब बड़े रोबोट ने बताया कि वह कभी काम से छुट्टी नहीं लेता, तो इरबाई ने पूछा, “तो तुम घर नहीं जा रहे हो?” इसके बाद बड़े रोबोट ने कहा, “मेरा घर नहीं है,” जिस पर इरबाई ने कहा, “तो मेरे साथ घर चलो।” फिर इरबाई ने शोरूम से बाहर जाने का रास्ता दिखाते हुए उन्हें बाहर जाने का प्रस्ताव दिया।
यह संवाद सुनकर यह समझ में आता है कि इरबाई ने किसी तरह अन्य रोबोटों को यह विश्वास दिलाया कि उनका काम अब खत्म हो चुका है और वे शोरूम से बाहर जा सकते हैं। यह एक तरह का मानसिक प्रभाव था, जिसके चलते बड़े रोबोटों ने इरबाई का पालन किया।
एआई के दुरुपयोग पर चिंता बढ़ी
इस घटना ने एआई और रोबोटिक्स के दुरुपयोग को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या एआई को इस प्रकार से प्रयोग करना सुरक्षित है? अगर एक छोटा रोबोट अपने से बड़े और अधिक शक्तिशाली रोबोटों को नियंत्रित करने में सक्षम हो सकता है, तो यह भविष्य में बड़े खतरे का कारण बन सकता है। इस घटना ने यह भी दर्शाया कि अगर एआई सिस्टम में सुरक्षा खामियां हो सकती हैं, तो उनका दुरुपयोग भी हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि एआई और रोबोट्स को नियंत्रित करने के लिए अधिक कठोर सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता है। यह भी सुझाव दिया जा रहा है कि एआई को केवल मानव नियंत्रण में रखा जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
एआई और रोबोटिक्स के भविष्य पर प्रभाव
चीन में हुई इस घटना ने न केवल रोबोटिक्स के क्षेत्र को एक नई दिशा दी है, बल्कि एआई के भविष्य को लेकर कई नई बहसें भी शुरू कर दी हैं। जहां एक ओर एआई और रोबोटिक्स का उपयोग कई क्षेत्रों में लाभकारी साबित हो सकता है, वहीं दूसरी ओर यह घटना दिखाती है कि अगर इन्हें सही तरीके से नियंत्रित नहीं किया गया तो ये खतरनाक साबित हो सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि रोबोट्स और एआई सिस्टम्स को डिजाइन करते समय उनकी सुरक्षा और विश्वसनीयता पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। इस घटना ने यह भी साबित किया है कि एआई के विकास के साथ-साथ उसकी सुरक्षा प्रौद्योगिकी को भी बेहतर बनाने की आवश्यकता है।