Uttarakhand

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे सुरकंडा देवी मंदिर, नववर्ष पर दी शुभकामनाएं

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को उत्तराखंड के प्रसिद्ध सिद्धपीठ सुरकंडा देवी मंदिर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विधिवत पूजा अर्चना की और मां सुरकंडा देवी से प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। साथ ही, उन्होंने मंदिर की परिक्रमा भी की और श्रद्धालुओं से बातचीत की। मुख्यमंत्री का यह दौरा शीतकालीन यात्रा की शुरुआत के मौके पर हुआ, जिससे यह धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं से भर गया था।

मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं से मुलाकात की और उनके अनुभवों के बारे में जानकारी ली। श्रद्धालु मुख्यमंत्री को अपने बीच देखकर काफी खुश नजर आए और उन्होंने उनके साथ सेल्फी भी ली। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मंदिर के आसपास के क्षेत्र में भी कुछ समय बिताया और स्थानीय दुकानदारों से संवाद किया, उनका हाल-चाल पूछा, तथा स्थानीय महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री की खरीदारी भी की।

मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा की तैयारियों का लिया जायजा

मुख्यमंत्री ने इस दौरान उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा की शुरूआत पर भी टिप्पणी की और श्रद्धालुओं को नववर्ष की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड “देवभूमि” है, जहां के हर मंदिर का अपना धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।

पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा की शुरुआत हो चुकी है और श्रद्धालुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है। राज्य सरकार द्वारा सभी प्रमुख मंदिरों को शीतकालीन यात्रा के लिए तैयार किया जा रहा है और अधिकांश स्थलों पर तैयारी पूर्ण हो चुकी है। इसका असर आज यहां श्रद्धालुओं की भीड़ से साफ तौर पर देखा जा सकता है।”

मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता देगी।

मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं और स्थानीय दुकानदारों से मुलाकात

मुख्यमंत्री ने सुरकंडा देवी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से मुलाकात की और उनसे यात्रा के संबंध में जानकारी ली। श्रद्धालु मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी लेने में काफी उत्साहित नजर आए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वहां के स्थानीय दुकानदारों से भी बातचीत की और उनके व्यवसायों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्थानीय स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा उत्पादित स्थानीय सामग्री की खरीददारी भी की, जिससे समूह की महिलाओं को आर्थिक लाभ मिला।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं की आत्मनिर्भरता और उनके द्वारा किए जा रहे काम की सराहना की। उन्होंने कहा, “महिलाओं द्वारा निर्मित यह स्थानीय उत्पाद न केवल इस क्षेत्र की संस्कृति को संजोते हैं, बल्कि इससे महिलाओं को सशक्त बनाने में भी मदद मिलती है। मैं उन्हें उनके अच्छे काम के लिए बधाई देता हूं।”

सुरकंडा देवी मंदिर: एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल

सुरकंडा देवी मंदिर उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्ध सिद्धपीठों में से एक है, जो देवी पार्वती के एक रूप “सुरकंडा” को समर्पित है। यह मंदिर देहरादून जिले के पास स्थित है और शीतकालीन यात्रा के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है, और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मानसिक और आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है।

मंदिर के आस-पास का क्षेत्र भी बहुत आकर्षक है, जहां से हिमालय की चोटियों का दृश्य देखा जा सकता है। यहां का वातावरण भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति की ओर प्रेरित करता है। हर साल, खासकर शीतकालीन यात्रा के दौरान, यह स्थल भारी संख्या में श्रद्धालुओं से भर जाता है, जो देवी के दर्शन करने के साथ-साथ इस इलाके की प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद लेते हैं।

शीतकालीन यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार के प्रयास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान राज्य सरकार के प्रयासों पर भी जोर दिया, जिनका उद्देश्य उत्तराखंड को एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करना है। शीतकालीन यात्रा के सफल आयोजन के लिए सरकार ने विभिन्न सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं, जैसे कि मार्गों का सफाई, सुरक्षा उपायों का सुदृढ़ीकरण, और शरण स्थलों की व्यवस्था।

उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने शीतकालीन यात्रा के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन के साथ तालमेल में काम किया है। सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और अन्य जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा, “उत्तराखंड की धरती धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, और हम इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। राज्य सरकार ने इस बार शीतकालीन यात्रा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं और हम सुनिश्चित करेंगे कि श्रद्धालुओं को यहां हर प्रकार की सुविधा मिल सके।”

गणमान्य व्यक्ति और अधिकारियों की उपस्थिति

मुख्यमंत्री के इस दौरे के दौरान उनके साथ कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान एसएसपी आयुष अग्रवाल, एडीएम ए.के. पाण्डेय, एएसपी जे.आर. जोशी, और अन्य गणमान्य लोग भी साथ थे। इस आयोजन में मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के बीच खुशी का माहौल देखा गया। मुख्यमंत्री के दौरे से स्थानीय लोग भी बहुत खुश नजर आए और उन्होंने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

मुख्यमंत्री के इस दौरे से यह स्पष्ट हो गया कि राज्य सरकार राज्य के प्रमुख तीर्थ स्थलों की समृद्धि और विकास के लिए संकल्पित है, और उनका उद्देश्य हर धर्म और समाज के लोगों को एक समान ध्यान और सुविधाएं प्रदान करना है।

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