CM धामी ने मलेथा गांव में वीर शिरोमणि माधव सिंह भंडारी राजकीय औद्योगिक कृषि विकास मेले का किया उद्घाटन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक स्थित मलेथा गांव में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय वीर शिरोमणि माधव सिंह भंडारी राजकीय औद्योगिक कृषि विकास मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कृषि और औद्योगिक क्षेत्र के बीच समन्वय को बढ़ावा देने के साथ ही राज्य के आर्थिक विकास को गति देने की बात की। मेले में किसानों, उद्यमियों और स्थानीय नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ी। मुख्यमंत्री ने इसे किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर बताया और कहा कि इस तरह के आयोजनों से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
मेले का उद्देश्य: कृषि और औद्योगिकीकरण में संतुलन
वीर शिरोमणि माधव सिंह भंडारी राजकीय औद्योगिक कृषि विकास मेला का उद्देश्य राज्य के कृषि और औद्योगिकीकरण में संतुलन स्थापित करना है। यह मेला राज्य के किसानों और उद्योगपतियों को एक मंच पर लाकर दोनों क्षेत्रों के बीच सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह में कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से किसानों को अपनी कृषि पद्धतियों में नवाचार लाने के साथ-साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी मिलेगी, जिससे उनके उत्पादकता और आय में वृद्धि हो सकेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “आज के इस मेले से हमें यह समझने का अवसर मिलेगा कि कृषि और उद्योग दोनों का समन्वय कैसे किया जाए ताकि प्रदेश की विकास यात्रा को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके। इस मेले के माध्यम से हम किसानों और उद्योगपतियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वे आपस में संवाद स्थापित कर सकें और अपनी समस्याओं का समाधान पा सकें।”
मलेथा गांव में मेले की विशेषताएं
मलेथा गांव में आयोजित इस मेले में कृषि उत्पादों, औद्योगिक उत्पादों, हस्तशिल्प और पारंपरिक वस्त्रों के प्रदर्शन के अलावा राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया गया। यहां कृषि, बागवानी, पशुपालन और कृषि मशीनरी से संबंधित कई प्रदर्शनी लगाई गई हैं। इन प्रदर्शनी में राज्यभर के किसान और उद्यमी अपनी उत्पादकता, तकनीक और कृषि उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं। इसके साथ ही, स्थानीय हस्तशिल्पकला और पर्यटन से संबंधित उत्पादों का भी प्रदर्शन किया गया है, जिससे स्थानीय कलाकारों और हस्तशिल्पकारों को अपनी कला को दर्शाने का एक बेहतरीन अवसर मिल रहा है।
इस मेले में किसानों को कृषि उत्पादों की उन्नत किस्में, नई तकनीक, उर्वरक, बीज, उपकरण और अन्य कृषि संबंधित वस्तुओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही, औद्योगिक प्रदर्शनी में विभिन्न उद्योगों और व्यापारियों को अपनी सेवाएं और उत्पाद प्रदर्शित करने का मौका मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने की योजनाओं की घोषणा
मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने राज्य के किसानों और उद्यमियों के लिए कई योजनाओं का भी एलान किया। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और हमने उन्हें बेहतर सुविधा देने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है। आज हम यहां किसानों और व्यापारियों के लिए नई योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं, जिससे उन्हें नए अवसर मिलेंगे और वे अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकेंगे।”
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार जल्द ही कृषि और उद्योग के बीच एक समन्वय समिति का गठन करेगी, जो दोनों क्षेत्रों की समस्याओं को सुलझाने का काम करेगी। इसके अलावा, उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य में कृषि और उद्योग के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियों का गठन किया जाएगा।
स्थानीय उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने मेले में भाग लेने वाले स्थानीय उद्योगपतियों और व्यापारियों से भी मुलाकात की और उन्हें राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड में उद्योगों के लिए एक बेहतरीन वातावरण तैयार किया जा रहा है। राज्य सरकार ने उद्योगों के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं। हम चाहते हैं कि उत्तराखंड में उद्योगों का विकास हो, जिससे न केवल रोजगार के अवसर पैदा हों, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो।”
इस दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार उद्योगों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करेगी और व्यापारियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि मेले का उद्देश्य कृषि और उद्योगों के बीच तालमेल को बढ़ावा देना है ताकि दोनों क्षेत्र एक-दूसरे से सीखकर बेहतर विकास कर सकें।
राज्य की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार
राज्य के किसानों और उद्यमियों के लिए यह मेला एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि यहां उन्हें नई तकनीकों, उत्पादों और सरकारी योजनाओं के बारे में जानने का मौका मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह मेला न केवल कृषि और उद्योगों के बीच सहयोग बढ़ाने का एक मंच है, बल्कि यह राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उत्तराखंड सरकार अपने कृषि क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है, जिनमें विशेष रूप से कृषि उत्पादों के विपणन और किसानों को बेहतर मूल्य दिलाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए भी कई नई योजनाओं की शुरुआत की है।
मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में प्रदेश का विकास
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य की समृद्धि और विकास के लिए कृषि और उद्योग दोनों का महत्व है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगातार किसानों और उद्यमियों के कल्याण के लिए काम कर रही है, और इस प्रकार के आयोजनों से किसानों और उद्योगपतियों को एक-दूसरे से सीखने का मौका मिलता है, जो प्रदेश के समग्र विकास में सहायक होगा।
मेले के उद्घाटन के अवसर पर राज्य मंत्री, स्थानीय विधायक और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर किसानों और व्यापारियों से संवाद करते हुए उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ लेने की सलाह दी।