DEHRADUN: परेड ग्राउंड में 55 फीट ऊंचे रावण का दहन, लंका का भी होगा नाश
देहरादून में बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी के बाल युवा संघ द्वारा इस बार दशहरा का उत्सव विशेष धूमधाम से मनाया जाएगा। कमेटी ने घोषणा की है कि रावण दहन का कार्यक्रम परेड ग्राउंड के खेल मैदान में 12 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। इस बार रावण का कद 55 फीट होगा, जबकि लंका का आकार बड़ा किया गया है।
पिछले वर्ष का प्रदर्शन
पिछले वर्ष, 131 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया था, जिसने स्थानीय समुदाय के बीच उत्साह का संचार किया था। इस बार समिति ने रावण के पुतले का कद घटाकर 55 फीट किया है, लेकिन लंका को और बड़ा बनाया गया है।
शोभायात्रा की भव्यता
रावण दहन से पहले भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। शोभायात्रा श्री गोपीनाथ मंदिर से शुरू होगी और यह पलटन बाजार, घंटाघर होते हुए एश्ले हॉल तक जाएगी। इस शोभायात्रा में विभिन्न सुंदर झांकियों के साथ नासिक बैंड, ढोल और डीजे रथ शामिल होंगे। यह शोभायात्रा न केवल धार्मिक उत्सव का प्रतीक है, बल्कि यह देहरादून के सांस्कृतिक ताने-बाने को भी दर्शाती है।
पुतले की तैयारी
इस बार रावण के पुतले को दिल्ली से बनवाकर मंगवाया गया है, जो उसकी सजावट और निर्माण में नवीनता लाएगा। जबकि लंका का निर्माण स्थानीय युवा टीम द्वारा किया जा रहा है। यह स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
आयोजकों की भूमिका
दशहरा कमेटी के अध्यक्ष संतोख सिंह नागपाल ने बताया कि इस वर्ष का रावण दहन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि इस बार रावण का दहन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान हो, बल्कि यह समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी दे।”
आयोजन में महामंत्री हरीश डोरा, प्रेम भाटिया, भीमसेन विरमानी, रमेश खनिजों, योगेश व्यास, अमित कपूर, राजेंद्र सिंह ढिल्लों, सुनील शर्मा, भारत आहूजा और संजीव विज जैसे प्रमुख लोग मौजूद रहेंगे।
सांस्कृतिक महत्व
दशहरा का पर्व केवल रावण के दहन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। देहरादून के निवासी इस पर्व को हर साल बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। इस पर्व के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जो स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देते हैं।
स्थानीय समुदाय की भागीदारी
दशहरा समारोह में स्थानीय समुदाय की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण होती है। यह आयोजन सभी वर्गों के लोगों को एक साथ लाने का कार्य करता है, जिससे आपसी भाईचारे और सौहार्द की भावना को बल मिलता है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी समुदाय के लोग इस भव्य उत्सव को सफल बनाने के लिए जुटे हुए हैं।
सुरक्षा और व्यवस्था
दशहरा समारोह के दौरान सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। आयोजन स्थल पर पुलिस बल की तैनाती की जाएगी ताकि सभी उपस्थित लोग सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण में उत्सव का आनंद ले सकें।