Uttarakhand

प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी, चुनाव चिह्न का आवंटन कल

प्रदेश में आगामी निकाय चुनावों को लेकर आज एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। बृहस्पतिवार को नामांकन वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी नगर निगमों और नगर पालिकाओं के प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी। अब शुक्रवार को इन प्रत्याशियों को चुनावी चिन्ह आवंटित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया चुनाव की दिशा और परिणाम पर महत्वपूर्ण असर डालने वाली है, क्योंकि चुनावी चिन्ह उम्मीदवारों की पहचान और प्रचार का मुख्य हथियार होता है।

नामांकन वापसी की प्रक्रिया

राज्य निर्वाचन आयोग के चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से नामांकन वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई। चार बजे तक सभी इच्छुक उम्मीदवारों को अपने नाम वापस लेने का मौका मिला। इसके बाद, शाम होते-होते चुनावी मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लग गई और अब उनकी सूची को आधिकारिक तौर पर जारी किया गया।

वापसी की प्रक्रिया में, जहां एक ओर कुछ प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस लिए, वहीं अधिकांश उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी कायम रखते हुए चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। इस समय तक, सभी प्रमुख राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी को पक्का कर लिया है।

चुनावी चिन्ह आवंटन की प्रक्रिया

बृहस्पतिवार की शाम तक नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, शुक्रवार को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनावी चिन्हों का आवंटन किया जाएगा। जिन प्रत्याशियों ने पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है, उन्हें पार्टी का ही चिन्ह मिलेगा। यह उनके चुनाव प्रचार और मतदाताओं से संपर्क के दौरान महत्वपूर्ण साबित होगा।

वहीं, जो प्रत्याशी निर्दलीय हैं या फिर किसी गैर मान्यता प्राप्त दल से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं, उन्हें राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तय किए गए चिन्ह आवंटित किए जाएंगे। इन प्रत्याशियों के लिए आयोग ने कुल 47 चुनावी चिन्ह निर्धारित किए हैं, जिन्हें वह अपनी पहचान और प्रचार में इस्तेमाल करेंगे।

उम्मीदवारों के लिए चुनावी चिन्ह का महत्व

चुनावी चिन्ह किसी भी उम्मीदवार के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं, खासकर उन उम्मीदवारों के लिए जो पार्टी के बैनर तले चुनाव नहीं लड़ रहे होते। ऐसे प्रत्याशी अक्सर चिन्हों का सहारा लेकर अपने प्रचार अभियान को बढ़ावा देते हैं, क्योंकि चिन्ह ही उनकी पहचान बन जाती है।

निर्दलीय उम्मीदवारों को मिलने वाले 47 चुनावी चिन्हों में विभिन्न प्रकार के प्रतीक चिन्ह होंगे, जैसे हाथी, बैल, दीपक, तारा, पेड़-पौधे, चश्मा, टेलीफोन, आदि। इन चिन्हों के जरिए प्रत्याशी मतदाताओं के बीच अपनी पहचान बनाने का प्रयास करेंगे। वहीं, राजनीतिक दलों के लिए यह चिन्ह उनके स्थापित पार्टी चिन्ह के रूप में होते हैं, जिन्हें मतदाता आसानी से पहचान लेते हैं।

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