UTTARAKHAND :राष्ट्रीय लोकदल महानगर कार्यकारिणी का विस्तार नए नेतृत्व के साथ पार्टी की सशक्त उपस्थिति
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के महानगर अध्यक्ष गोविंद वाधवा ने प्रदेश महासचिव अनुपम खत्री की उपस्थिति में रालोद की महानगर कार्यकारिणी का विस्तार किया। इस अवसर पर विभिन्न पदों के लिए कार्यकर्ताओं का चयन कर उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपे गए। यह कदम रालोद की बढ़ती ताकत और संगठनात्मक सुदृढ़ीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, खासकर आगामी निकाय चुनावों को देखते हुए।
प्रदेश महासचिव अनुपम खत्री ने पार्टी के विस्तार पर की बात
रालोद के प्रदेश महासचिव और मुख्य प्रवक्ता अनुपम खत्री ने प्रेस वार्ता में पार्टी के विस्तार के बारे में महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा, “जब से राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत जी ने राजेंद्र पंत जी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर उत्तराखंड की बागडोर सौंपी है, तब से पार्टी लगातार विस्तार कर रही है। उत्तराखंड में हर जाति और वर्ग से लोग रालोद से जुड़ रहे हैं। निकाय चुनावों के लिए पार्टी बहुत गंभीरता से काम कर रही है। निश्चित रूप से हम चुनावों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगे।”
रालोद के इस विस्तार से पार्टी के अंदर न केवल कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है, बल्कि स्थानीय जनता के बीच भी एक सकारात्मक संदेश गया है। खत्री ने आगामी चुनावों के लिए रालोद की तैयारी को लेकर विश्वास जताया और कहा कि पार्टी हर वर्ग की समस्याओं को लेकर संघर्ष करेगी।
गोविंद वाधवा का नेतृत्व नई कार्यकारिणी का गठन
गोविंद वाधवा उर्फ गोविंद हिंदुस्तानी ने अपने नेतृत्व में पार्टी के महानगर क्षेत्र के कार्यकारिणी का विस्तार किया। वाधवा ने इस अवसर पर न केवल नई टीम का गठन किया, बल्कि उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करने की दिशा में मार्गदर्शन भी दिया।
नवीन नियुक्तियों में कई प्रमुख कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से:
- महानगर महिला मोर्चा अध्यक्ष: सुनीता सहानी
- महानगर पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष: शाहीन परवीन (मुन्नी)
- महानगर उपाध्यक्ष: राहुल कुमार गहलोत
- महानगर सचिव: लवली जोशी
- वार्ड 78 अध्यक्ष: दामोदर सैनी
- वार्ड 34 अध्यक्ष: प्रीति गुप्ता
- वार्ड 66 अध्यक्ष: सुरेश पाल
इन नियुक्तियों से यह स्पष्ट हो गया है कि रालोद अपनी टीम को हर वर्ग और समुदाय में समाहित करने की कोशिश कर रहा है। महिलाएं और पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्षों की नियुक्ति यह दर्शाती है कि पार्टी का ध्यान सामाजिक समानता और समावेशिता पर भी है।
स्व. चौधरी चरण सिंह के आदर्शों पर आधारित नेतृत्व
कार्यक्रम के दौरान गोविंद वाधवा ने स्व. चौधरी चरण सिंह जी के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता को महसूस कराया। उन्होंने अपने नए कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जनहित में कार्य करें और पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा को दृढ़ बनाएं।
वाधवा ने रालोद के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए अपने नए पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने यह भी कहा कि रालोद की महानगर टीम अब जनता के बीच उनकी समस्याओं को उठाने और उनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।
रालोद की रणनीति और आगामी निकाय चुनाव
पार्टी का निकाय चुनावों में संभावित प्रवेश रालोद के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है। खत्री और वाधवा ने इस बात पर जोर दिया कि रालोद केवल बड़े मुद्दों पर ही नहीं, बल्कि स्थानीय समस्याओं पर भी सक्रिय रूप से काम करेगा। उनका मानना है कि पार्टी की रणनीति सिर्फ चुनावी लड़ाई तक सीमित नहीं होगी, बल्कि यह दीर्घकालिक बदलाव लाने के उद्देश्य से काम करेगी।
रालोद का फोकस सिर्फ सत्ता में आने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पार्टी के कार्यकर्ता जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं और सामाजिक नीतियों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए काम करें।