Uttarakhand

UTTARAKHAND : रेलवे द्वारा महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन, प्रयागराज में यात्रियों के लिए बड़े कदम

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के आयोजन को लेकर भारतीय रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे 29 विशेष ट्रेनें संचालित करेगा, जो आगामी दो प्रमुख स्नान पर्वों के लिए यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अवसर प्रदान करेंगी। इन विशेष ट्रेनों का संचालन मुरादाबाद मंडल के रेलवे स्टेशनों से होकर किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को प्रयागराज महाकुंभ तक पहुंचने में सहूलियत मिलेगी।

प्रमुख स्नान पर्व

प्रयागराज महाकुंभ में दो महत्वपूर्ण स्नान पर्व शेष हैं – 12 फरवरी को होने वाली माघी पूर्णिमा और 26 फरवरी को होने वाला महाशिवरात्रि स्नान पर्व। इन विशेष पर्वों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं, जिससे रेलवे विभाग को यात्रियों की भारी संख्या को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ती है। इस संबंध में रेलवे ने महाकुंभ के दौरान ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का भरोसा दिलाया है।

विशेष ट्रेनें: विवरण और मार्ग

भारतीय रेलवे द्वारा विशेष ट्रेनों का संचालन 8 से 25 फरवरी तक किया जाएगा। इन विशेष ट्रेनों में एक विशेष ट्रेन देहरादून से हरिद्वार होते हुए फाफामऊ स्टेशन तक चलेगी। यह ट्रेन देहरादून से शुरू होकर हरिद्वार, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ से होकर प्रयागराज के फाफामऊ स्टेशन तक जाएगी। प्रत्येक दिन 4 फेरे होंगे, जिससे यात्रियों को सुविधा होगी।

देहरादून-फाफामऊ स्पेशल ट्रेन (ट्रेन नंबर 04316) 9, 15, 16 और 23 फरवरी को चलेगी। वहीं, फाफामऊ-देहरादून स्पेशल ट्रेन (ट्रेन नंबर 04315) 10, 16, 17 और 24 फरवरी को संचालित होगी। इन ट्रेनों का मार्ग हरिद्वार, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ से होकर जाएगा, जिससे यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को प्रमुख स्थानों पर रुकने का भी अवसर मिलेगा।

अन्य स्पेशल ट्रेनें

इसके अलावा, रेलवे ने बठिंडा-फाफामऊ स्पेशल ट्रेन (ट्रेन नंबर 04526) और फाफामऊ-बठिंडा स्पेशल ट्रेन (ट्रेन नंबर 04525) का भी संचालन करने की घोषणा की है। ये ट्रेनें 8, 18 और 22 फरवरी को बठिंडा से फाफामऊ तक और 9, 19 और 23 फरवरी को फाफामऊ से बठिंडा तक संचालित होंगी। इन ट्रेनों का मार्ग बठिंडा, अंबाला, सहारनपुर, रुड़की, लक्सर, नजीबाबाद और मुरादाबाद जैसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों से होकर जाएगा।

प्रमुख मार्ग और स्टेशन

इन विशेष ट्रेनों के अतिरिक्त, अंबअडौरा से फाफामऊ के बीच भी स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। यह ट्रेन 9, 15 और 23 फरवरी को अंबअडौरा से फाफामऊ के बीच चलेगी, और 10, 16 और 24 फरवरी को फाफामऊ से अंबअडौरा के बीच। इस मार्ग पर भी प्रमुख स्टेशन जैसे नागल डेम, चंडीगढ़, अंबाला, सहारनपुर, रुड़की, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ से होकर ट्रेनें गुजरेंगी।

इसके अलावा, दिल्ली-फाफामऊ, अमृतसर-फाफामऊ, फिरोजपुर-फाफामऊ और श्री माता वैष्णो देवी कटरा-फाफामऊ के बीच भी विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इन ट्रेनों की संख्या और समय 8 से 28 फरवरी तक होगी, जिससे श्रद्धालुओं को महाकुंभ के दौरान बिना किसी परेशानी के यात्रा करने का मौका मिलेगा।

यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता

रेलवे विभाग ने महाकुंभ के दौरान यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इस निर्णय को लिया है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक आदित्य गुप्ता ने बताया कि रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए इन विशेष ट्रेनों का संचालन किया है। वह यह भी बताते हैं कि रेलवे विभाग ने लगातार कुंभ स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है और आगे भी इस सेवा को जारी रखेगा ताकि कोई भी यात्री महाकुंभ के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करे।

यात्रियों के लिए सुविधाएं

रेलवे द्वारा चलाए जा रहे इन विशेष ट्रेनों में यात्रियों के लिए कई सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिनमें सुरक्षित यात्रा, नियमित सफाई, जलपान की व्यवस्था, और यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की आपातकालीन सेवा जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। इसके अलावा, इन विशेष ट्रेनों के संचालन से न केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि महाकुंभ के आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी प्रभावी बढ़ोतरी होगी।

कुंभ मेले का महत्व

प्रयागराज महाकुंभ हिन्दू धर्म का एक विशेष और प्रमुख धार्मिक आयोजन है। इसमें लाखों श्रद्धालु विभिन्न स्नान पर्वों में भाग लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं। विशेष रूप से माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के पर्व में भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं। रेलवे का यह कदम इन श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा अनुभव देने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

इस आयोजन में प्रत्येक वर्ष कई देशों से भी श्रद्धालु आते हैं। इसके अलावा, भारत के विभिन्न हिस्सों से लोग महाकुंभ में स्नान करने और पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं, जिससे रेलवे के लिए अतिरिक्त प्रबंध करना जरूरी हो जाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button