Uttarakhand

उत्तराखंड परिवहन निगम ने जर्जर बसों की सवारी बंद की, नई बसों की खरीदारी का फैसला

उत्तराखंड परिवहन निगम (UTC) ने अपनी जर्जर और पुरानी बसों को पहाड़ी इलाकों में चलाने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए, निगम ने यह कदम उठाया है। निगम की प्रबंध निदेशक, रीना जोशी ने इस महत्वपूर्ण घोषणा की और बताया कि जहां कहीं भी पुरानी बसों की स्थिति खराब हो चुकी है, उन्हें नीलाम कर दिया जाएगा, जबकि जरूरत के अनुसार नई बसों को सेवा में लाया जाएगा।

सरकार ने नई गाड़ियों के संचालन के लिए फंड की मंजूरी दी

रीना जोशी ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर बस सेवा सुनिश्चित करने के लिए, राज्य सरकार ने नई बसों के संचालन के लिए फंड प्रदान कर दिया है। इस फंड से उत्तराखंड परिवहन निगम जल्द ही सौ नई बसें खरीदेगा। इन नई बसों में कुछ छोटी और कुछ बड़ी बसें भी शामिल होंगी, ताकि विभिन्न क्षेत्रों में सवारी की संख्या के हिसाब से सुविधाओं का विस्तार किया जा सके।

उन्होंने यह भी बताया कि पहाड़ी इलाकों में विशेष रूप से सवारी की संख्या का ध्यान रखते हुए, छोटी और बड़ी बसों को क्रमशः चलाया जाएगा, ताकि यात्रा करने वालों को सुविधा हो और साथ ही गाड़ियों की क्षमता का भी भरपूर उपयोग हो सके। यह निर्णय राज्य की परिवहन व्यवस्था को और अधिक बेहतर और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

पिछले छह महीने में 160 नई बसों की खरीद

उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा की जा रही इस पहल को लेकर रीना जोशी ने यह भी जानकारी दी कि पिछले छह महीने में राज्य में 160 नई बसें खरीदी जा चुकी हैं। यह कदम राज्य के परिवहन तंत्र को आधुनिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ है। इन बसों की खरीद के बाद, लोगों को सफर में अधिक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव होगा।

निगम के अधिकारियों का मानना है कि पुराने और जर्जर बसों के कारण यात्रियों को न केवल असुविधा होती थी, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होता था। ऐसे में नई बसों का संचालन न केवल यात्रा की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि राज्य की सड़क सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा।

दिल्ली मार्ग पर यात्रियों की समस्या का समाधान

इसके अतिरिक्त, दिल्ली मार्ग पर यात्रियों को हो रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए भी उत्तराखंड परिवहन निगम ने कदम उठाए हैं। दिल्ली जाने वाली बसों में बढ़ती भीड़ और यात्रियों को हो रही असुविधा को लेकर निगम ने अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। दिल्ली मार्ग पर चलने वाली बसों में अब अतिरिक्त सीटों का प्रबंध किया जाएगा, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

रीना जोशी ने बताया कि इन नई बसों के संचालन से दिल्ली मार्ग पर यात्रा करने वाले लोगों को अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी और उनकी यात्रा अधिक आरामदायक होगी। उत्तराखंड परिवहन निगम इस मुद्दे को प्राथमिकता के साथ हल करने का प्रयास कर रहा है।

यात्रा को बेहतर बनाने के लिए निगम की रणनीतियाँ

उत्तराखंड परिवहन निगम लगातार अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके तहत निगम ने कई नई योजनाओं पर काम शुरू किया है, ताकि राज्य में परिवहन व्यवस्था को और भी सुदृढ़ किया जा सके। नई बसों के संचालन के साथ-साथ, निगम ने सवारी सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

इसके अलावा, निगम ने अपने चालक और परिचालकों को नियमित रूप से प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की है, ताकि वे यात्री सुरक्षा और अन्य नियमों का पालन कर सकें। यह कदम न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि परिवहन निगम की कार्यप्रणाली को भी अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाएगा।

पहाड़ी इलाकों में परिवहन सेवा का महत्व

उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में परिवहन सेवा की अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका है। यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां सड़कें संकरी और कठिन होती हैं, वहां सुचारू रूप से परिवहन सेवा का संचालन न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आवश्यक है।

इस संदर्भ में, उत्तराखंड परिवहन निगम का यह निर्णय बहुत ही महत्वपूर्ण है। नई और सुरक्षित बसों के संचालन से यात्रियों को कठिन सड़कों पर यात्रा करते समय अधिक सुरक्षा मिलेगी, और परिवहन निगम की सेवा में सुधार होगा। पहाड़ी इलाकों में छोटे और बड़े बसों की नियुक्ति, सवारी संख्या के अनुसार, यात्रियों की सुविधा को और अधिक बढ़ाएगी।

इसके अलावा, पर्यटकों के लिए भी यह एक सकारात्मक कदम होगा, क्योंकि पहाड़ों में यात्रा करने वाले पर्यटकों को सुरक्षित और आरामदायक बस सेवा मिलेगी, जिससे राज्य के पर्यटन उद्योग को भी लाभ होगा।

हालांकि उत्तराखंड परिवहन निगम की नई योजनाओं का स्वागत किया जा रहा है, लेकिन इस प्रक्रिया में कुछ चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं। नई बसों का संचालन करने के लिए, राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार की आवश्यकता होगी। पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की आवश्यकता है, ताकि नई बसों का संचालन सुचारू रूप से हो सके।

निगम के अधिकारियों का कहना है कि इन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वे लगातार सड़कों की मरम्मत और उन्नयन का कार्य कर रहे हैं, ताकि नई बसों का संचालन बिना किसी अवरोध के किया जा सके।

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