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Israel Strike Syria: इजरायली सेना ने सीरिया के अलेप्पो के दक्षिणी हिस्से में किया हमला, सीरियाई सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना

गुरुवार (2 जनवरी) की रात को इजरायली सेना ने सीरिया के अलेप्पो शहर के दक्षिणी इलाके में स्थित सैन्य ठिकानों पर बमबारी की। सीरियाई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली हमले का मुख्य लक्ष्य अल-सफीरा शहर के पास स्थित एक रक्षा सुविधा और वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र था। यह हमला उस विस्तृत सैन्य अभियान का हिस्सा है, जो पिछले कुछ महीनों से सीरिया में बशर अल-असद के शासन के खिलाफ इजरायली आक्रमणों में तेजी के साथ बढ़ रहा है।

सीरियाई मानवाधिकार संगठन की रिपोर्ट

सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (SOHR) ने इस हमले के बारे में जानकारी दी है, जिसमें बताया गया कि अलेप्पो के दक्षिण में स्थित रक्षा कारखानों पर हुए इजरायली हमलों के दौरान सात बड़े विस्फोट सुने गए। हालांकि, इन हमलों के परिणामस्वरूप किसी के हताहत होने की तत्काल जानकारी नहीं मिली। एएफपी ने अल-सफीरा क्षेत्र के एक स्थानीय निवासी के हवाले से बताया कि हमले की तीव्रता इतनी अधिक थी कि “जमीन हिल गई और घरों के दरवाजे और खिड़कियां खुल गईं।” उन्होंने इसे “अब तक का सबसे जोरदार हमला” बताया, जो रात को दिन में बदलने जैसा था।

इजरायली हमलों की तीव्रता में वृद्धि

इजरायल द्वारा किए गए हमले सीरिया के भीतर एक बड़ी सैन्य रणनीति का हिस्सा हैं, जो बशर अल-असद की सत्ता के खिलाफ लगातार जारी हैं। पिछले महीने की शुरुआत में इस्लामिक विद्रोहियों द्वारा असद की सरकार को गिराने के बाद से, इजरायल ने सीरिया पर हमलों की आवृत्ति में अत्यधिक वृद्धि की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों में इजरायल ने 500 से अधिक हवाई हमले किए हैं, जिनमें सीरियाई नौसेना और अन्य सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है।

यह हमले सीरिया के लिए एक गंभीर चुनौती पैदा कर रहे हैं और क्षेत्र में अस्थिरता और तनाव को और बढ़ा रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने हमलों की भयावहता का जिक्र करते हुए कहा, “यह हमला इतना शक्तिशाली था कि आसपास की पूरी जगह थरथरा उठी।”

इजरायली सेना का सीरिया में बढ़ता प्रभाव

इजरायली हमलों का क्षेत्रीय संदर्भ और भी जटिल हो जाता है, जब यह देखा जाता है कि इजरायली सेना ने सीरिया के प्रमुख सैन्य और सामरिक क्षेत्रों में हमले तेज कर दिए हैं। इसके अलावा, इजरायल ने गोलान हाइट्स के पास स्थित बफर जोन पर भी नियंत्रण स्थापित कर लिया है, जिससे सीरिया और इजरायल के बीच तनाव और बढ़ गया है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली सेना ने दमिश्क से महज 20 किलोमीटर की दूरी तक अपनी गतिविधियों का विस्तार किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि इजरायल अब सीरिया के गहरे इलाकों में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है।

हिजबुल्लाह और अन्य समर्थक गुटों को भी हुआ नुकसान

इजरायल के इन लगातार हवाई हमलों का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इन हमलों से न केवल सीरियाई सेना को नुकसान हो रहा है, बल्कि सीरिया के उन सैन्य गुटों और संगठनों को भी भारी नुकसान हो रहा है, जो इजरायल के खिलाफ युद्ध में सीरियाई शासन का समर्थन करते हैं। इनमें प्रमुख रूप से हिजबुल्लाह शामिल है, जो लेबनान के शिया मुसलमानों का एक सैन्य समूह है और सीरिया में बशर अल-असद के शासन के पक्ष में सक्रिय है। इजरायल ने हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों पर भी हमले किए हैं, जिससे इस समूह के लिए भी स्थिति कठिन हो गई है।

सीरिया में चल रहे संघर्ष के चलते अब तक लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं। इजरायल के हमले क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरे की घंटी बने हुए हैं और इसकी प्रतिक्रिया में सीरिया के साथ अन्य देशों के संबंधों पर भी असर पड़ सकता है।

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