Russia: रूस के कजान शहर में बड़ा ड्रोन हमला, रिहायशी इमारतों में धमाके और आग
रूस के कजान शहर में एक बड़ा ड्रोन हमला हुआ है, जिससे क्षेत्र में भारी हड़कंप मच गया है। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई बहुमंजिला रिहायशी इमारतों पर ड्रोन हमला किया गया है, जिससे इन इमारतों में धमाके हुए और आग लग गई। इस हमले को लेकर जिस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हमला 2001 में अमेरिका में हुए 11 सितंबर हमले के समान था, जब विमानों को इमारतों से टकराया गया था।
हमले के बाद कजान शहर में स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है। ड्रोन हमलों के चलते कई रिहायशी भवनों में आग लग गई और काफी क्षति का अंदेशा जताया जा रहा है, हालांकि अभी तक नुकसान के बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। रूस की ओर से जारी किए गए वीडियो में यह देखा जा सकता है कि हमले के बाद इमारतों में तेज धमाके हो रहे हैं और आग की लपटें उठ रही हैं। इस हमले के कारण शहर के कई क्षेत्रों में अफरा-तफरी का माहौल है, और राहत कार्य जारी हैं।
यूक्रेन पर ड्रोन हमलों का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस ने यूक्रेन पर आरोप लगाया है कि यह ड्रोन हमला यूक्रेनी बलों ने किया है। यूक्रेन के द्वारा इस तरह के हमले पहले भी किए गए हैं, और रूस के रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि रूस की सेना ने यूक्रेन के 12 ड्रोन नष्ट कर दिए हैं। यह दावा भी किया जा रहा है कि इन हमलों का मकसद कजान शहर में अव्यवस्था फैलाना और रूसी सैन्य ठिकानों के करीब स्थित नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाना था।
रूस के रक्षा मंत्री ने अपनी टिप्पणी में कहा, “हमने 12 यूक्रेनी ड्रोन्स को नष्ट किया है, जो रूस के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे।” इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि कजान और अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को बढ़ाया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस प्रकार के हमलों से बचा जा सके। हालांकि, इस हमले से पहले ही कजान एयरपोर्ट पर हवाई सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि हमले के दौरान हवाई सुरक्षा भी खतरे में थी।
कजान का भौगोलिक महत्व
कजान शहर, जो रूस की राजधानी मॉस्को से लगभग 800 किलोमीटर पूर्व में स्थित है, एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र है। यह शहर रूस के तातारस्तान गणराज्य की राजधानी है और यहां विभिन्न प्रकार के औद्योगिक, व्यापारिक और प्रशासनिक कार्य होते हैं। कजान के शहर में हुई इस ड्रोन हमले की घटना ने न केवल इस क्षेत्र को बल्कि पूरे रूस को प्रभावित किया है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के मद्देनजर इस प्रकार के हमले दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और संघर्ष की ओर इशारा करते हैं। इस हमले में कजान की छह प्रमुख रिहायशी इमारतें शामिल हैं, जो नागरिकों की भीड़-भाड़ वाले इलाके में स्थित हैं। इससे हमले के बाद होने वाले संभावित नुकसान की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि यह क्षेत्र अत्यधिक घनी आबादी वाला है।
यूक्रेनी ड्रोन हमलों का रुख
यूक्रेन के खिलाफ रूस की ओर से किए गए आरोपों पर यूक्रेनी मीडिया ने भी प्रतिक्रिया दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बीती रात रूस के रोस्तोव क्षेत्र में भी एक बड़ा ड्रोन हमला हुआ था, जिससे दो तेल डिपो में भी आग लग गई। यूक्रेनी मीडिया का दावा है कि यह आग यूक्रेनी ड्रोन हमले के चलते लगी। हालांकि, यूक्रेन की ओर से इस हमले की पुष्टि अभी तक नहीं की गई है।
यूक्रेन द्वारा किए गए ड्रोन हमले रूस के लिए एक नई चुनौती बन गए हैं, क्योंकि रूस ने अपनी सीमा के अंदर ड्रोन हमलों के खिलाफ अपनी सुरक्षा को मजबूत करने की योजना बनाई थी। यूक्रेन ने अपनी ओर से जवाबी हमले तेज कर दिए हैं, जिससे रूस के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
कजान में हवाई सेवाओं का निलंबन
हमले के बाद कजान एयरपोर्ट पर हवाई सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, क्योंकि शहर में स्थिति सामान्य होने तक विमान यातायात को रोका गया है। हवाई सेवाओं के निलंबन से यात्री परेशान हैं, और इस कारण कई उड़ानों को भी रद्द किया गया है।
रूस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल और सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उड़ानें रोकने का निर्णय कजान एयरपोर्ट के पास ड्रोन हमले के खतरे को देखते हुए लिया गया है। इसके साथ ही, सुरक्षा अधिकारियों ने यह भी कहा कि एयरपोर्ट और शहर के आस-पास के इलाकों में निगरानी को तेज कर दिया गया है।
राहत और बचाव कार्य
हमले के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। दमकल विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए काफी मशक्कत की, और राहत दल इमारतों में फंसे लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं। रूसी अधिकारियों ने यह भी बताया कि कई लोग घायल हो गए हैं और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती किया गया है।
इसके अलावा, नागरिक सुरक्षा टीमों ने भी इस हमले के बाद शरणार्थियों के लिए अस्थायी शिविरों का निर्माण शुरू कर दिया है, जहां प्रभावित लोग अस्थायी रूप से शरण ले सकें। राहत और बचाव कार्यों में सेना और पुलिस भी सहयोग कर रही है, ताकि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके।